दिल्ली ब्लास्ट में भूमिका कबूल, PoK के पूर्व PM ने दी भारत पर हमले की धमकी

पाकिस्तान ने दिल्ली में 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट में अपनी भूमिका स्वीकार की है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर(PoK) के पूर्व पीएम चौधरी अनवरुल हक ने कहा कि हम लाल किले से लेकर कश्मीर के जंगलों तक भारत पर हमला करेंगे.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: पाकिस्तान ने दिल्ली में 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट में अपनी भूमिका स्वीकार की है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर(PoK) के पूर्व पीएम चौधरी अनवरुल हक ने कहा कि हम लाल किले से लेकर कश्मीर के जंगलों तक भारत पर हमला करेंगे.

दिल्ली कार ब्लास्ट के 8 दिन बाद एक पाकिस्तानी नेता ने यह स्वीकार किया है कि उसका देश इस हमले में शामिल था. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी अनवरुल हक ने PoK असेंबली में कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि अगर तुम (भारत) बलूचिस्तान को लहूलुहान करते रहोगे, तो हम लाल किले से लेकर कश्मीर के जंगलों तक भारत पर हमला करेंगे. हमारे शाहीन ने ऐसा कर दिखाया है. उन्होंने अंदर घुसकर मारा है, उनकी लाशों की गिनती आज तक पूरी नहीं हुई.’

अनवरुल हक को दो दिन पहले ही अविश्वास प्रस्ताव के जरिए प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था. पाकिस्तान ने
आधिकारिक रूप से इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत के
साथ युद्ध की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. पाकिस्तान ने बताया कि वह क्षेत्रीय तनाव के बीच अलर्ट पर है.
वहीं, भारत ने हमेशा बलूचिस्तान में हिंसा में अपनी भूमिका होने से इनकार किया है.

लाल किला ब्लास्ट में 13 मौतें
10 नवंबर की शाम करीब 6:52 बजे दिल्ली के लाल किले के पास एक I20 कार में एक धमाका हुआ था. इस धमाके
में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. NIA ने इस फिदायीन हमला बताया है, जिसे डॉ उमर ने अंजाम दिया. प्रारंभिक फॉरेंसिक जांच में विस्फोट का कारण अमोनियम नाइट्रेट फ्यूल ऑयल (ANFO) और अन्य हाई-एक्सप्लोसिव बताया गया है. साथ ही इस मॉड्यूल में शामिल सभी संदिग्धों को पकड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं.

हमले के योजना बना बना रहे लश्कर और जैश
इसी बीच जांच एजेंसियों को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह जैश और लश्कर-ए तैयबा जम्मू-कश्मीर में नई हमला योजना बना रहे हैं. दोनों समूह पाकिस्तान से फंडिग और रणनीतिक समर्थन मिलता है.

जांच एजेंसियों का कहना है कि लाल किले विस्फोट और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की हालिया गतिविधियों से भारत में सुरक्षा स्थिति गंभीर है. इस समय सतत निगरानी, जांच और ठोस कार्रवाई की जरूरत है, ताकि भविष्य में किसी बड़े हमले को रोका जा सके.

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