बिहार से वोट चाहिए, फैक्ट्री गुजरात में! लालू यादव का मोदी पर करारा वार
बिहार चुनाव से पहले लालू यादव ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला... लालू ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी को जीत तो बिहार से चाहिए...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं….. अक्टूबर या नवंबर में होने वाले इन चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर हमले कर रही हैं….. भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल के बीच खींचतान बढ़ गई है…… और इसका असर गुजरात पर भी दिखाई दे रहा है….. आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है…… और उन्होंने कहा है कि मोदी जी को बिहार से जीत चाहिए, लेकिन फैक्टरियां गुजरात को दे रहे हैं……. लालू ने इसे ‘गुजराती फॉर्मूला’ बताया और कहा कि यह बिहार में नहीं चलेगा…… यह बयान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया गया…… इस पोस्ट के साथ एक होर्डिंग की तस्वीर भी शेयर की गई…… जिसमें यही संदेश लिखा है…..
बता दें कि मोदी जब भी गुजरात जाते हैं तो वहां पर विकास के लिए तमाम परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करते है…… वहां की जनता को रोजगार देने की बात करते हैं…. गुजरात मॉडल की पूरे देश में ढिढोरा पीटते है….. लेकिन देश के अन्य राज्यों को लालीपॉप देकर चुनाव जीतने की कोशिश करते हैं….. लेकिन अब विपक्ष की एकता ने मोदी और शाह की परेशानी को बढ़ा दिया है….. उनकी किसी भी बात का असर जनता पक दिखाई नहीं पड़ रहा है…… रैलिए और जन सभाओं में जनता ने आना बंद कर दिया है….. जिसके कारण मोदी की सेना भीड़ दिखाने के लिए जबरन लोगों को बसों में भरकर लाने के लिए मजबूर है……
वहीं जबसे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं….. तभी से चुनाव से पहले किसी राज्य का दौरा नहीं करते थे…… अपने गृह राज्य गुजरात भी नहीं जाते थे…… लेकिन विपक्ष की ऐकता ने मोदी को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया है…… गुजरात में भी मोदी की नींव हिल रही है….. जिसके कारण मोदी और शाह बिना चुनाव के गुजरात का दौरा कर रहे हैं….. और वहां की जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए तमाम योजनाओं की सौगात दे रहे हैं…… आपको बता दें कि जिसको लेकर विपक्ष ने मोदी को घेरना शुरू कर दिया है….. पहले से ही मोदी वोट चोरी के विवादों में घिरे हुए हैं…… वोट चोरी पर एक भी शब्द बोलने से बचते हुए आ रहे हैं….. और अब बिहार चुनाव भी फंसता हुआ नजर आ रहा है…..
वहीं यह मामला अब बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला रहा है……. चुनाव से पहले विकास, रोजगार और केंद्र सरकार की नीतियों पर बहस छिड़ गई है….. लालू यादव का यह हमला सिर्फ एक बयान नहीं है, बल्कि यह बिहार के लोगों की पुरानी शिकायतों को सामने लाने का काम कर रहा है……. बिहार के लोग लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि केंद्र सरकार गुजरात जैसे राज्यों को ज्यादा महत्व देती है…… जबकि बिहार जैसे पिछड़े राज्यों की तरफ चुनाव ते बाद मुड़कर भी नहीं देखती है….. वहीं विपक्ष ने इस मामले को और हवा दे दिया है….. जिससे गुजरात के बाद अब बिहार में बीजेपी के खिलास बयार बहने लगी है……
बता दें कि बिहार विधानसभा में कुल दो सौ तैंतालीस सीटें हैं…… वर्तमान में नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) और बीजेपी की गठबंधन सरकार है…… एनडीए के पास एक सौ इकतीस विधायक हैं…… जिसमें बीजेपी के अस्सी, जेडीयू के पैंतालीस और अन्य छोटे दलों के हैं……. चुनाव आयोग ने कहा है कि नई विधानसभा नवंबर दो हजार पच्चीस से पहले चुनी जाएगी…… और मतदान तीन चरणों में हो सकता है…… पिछले लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में बिहार ने एनडीए को तीस सीटें दीं….. जबकि इंडिया गठबंधन को नौ सीटे मिली…… लेकिन अब विधानसभा चुनाव में आरजेडी और कांग्रेस जैसे दल एनडीए को चुनौती दे रहे हैं……. आरजेडी के तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर चुनाव निष्पक्ष नहीं हुए तो वे बहिष्कार कर सकते हैं…….. वे ‘वोटर अधिकार यात्रा’ चला रहे हैं……. जिसमें वोट चोरी का आरोप लगाया जा रहा है…… लालू यादव भी इस यात्रा में शामिल हुए और कहा कि चोरों को हटाओ, बीजेपी को भगाओ, हमें जिताओ…..
आपको बता दें कि पांच सितंबर को लालू ने एक्स पर पोस्ट किया कि ऐ मोदी जी, विक्ट्री चाहिए बिहार से और फैक्ट्री दीजिएगा गुजरात में……. ये गुजराती फार्मूला बिहार में नहीं चलेगा…… इस पोस्ट के साथ एक होर्डिंग की फोटो थी, जिसमें यही लिखा था…… वहीं इश पोस्ट के माध्यम से लालू का इशारा केंद्र सरकार की औद्योगिक नीतियों पर है……. उनका कहना है कि मोदी सरकार गुजरात को ज्यादा फैक्टरियां और निवेश देती है……. जबकि बिहार को सिर्फ वोट मांगती है…… वहीं यह पहली बार नहीं है जब लालू ने मोदी पर हमला किया…… चार सितंबर को उन्होंने एक और पोस्ट किया था….. जिसमें कहा कि बीजेपी के लोग बिहार की महिलाओं, शिक्षिकाओं और पत्रकारों को गाली दे रहे हैं…… और उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री ने बीजेपी वालों को आदेश दिया है कि बिहार की माताओं-बहनों को गाली दो…… लालू के पुराने पोस्ट्स में भी मोदी पर तंज हैं…….
वहीं लालू के पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया……. टाइम्स नाउ जैसे चैनलों ने इसे ‘लालू ड्रैग्स गुजरात इनटू बिहार बैटल’ बताया…… पटना प्रेस ने लिखा कि चुनाव गर्म हो रहा है और लालू ने मोदी पर ‘गुजराती मॉडल’ का आरोप लगाया है…… बिहार में एनडीए 20 साल से सत्ता में है…… लेकिन बिहार में निवेश क्यों नहीं? मोदी को तीन बार पीएम बनाने में बिहार का योगदान है……. लेकिन पैकेज सिर्फ घोषणाएं हैं…… तेजस्वी यादव ने भी कहा कि बीजेपी फैक्टरियां गुजरात में लगाती है……. लेकिन बिहार से जीत चाहती है……. कांग्रेस के राहुल गांधी ने मुजफ्फरपुर में कहा कि गुजरात मॉडल विकास नहीं, वोट चोरी है……
लालू का ‘गुजराती फॉर्मूला’ केंद्र की नीतियों पर सवाल उठाता है……. आंकड़ों से देखें तो गुजरात को ज्यादा निवेश मिलता है….. दो हजार बाईस और दो हजार तेइस में गुजरात का नेट स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट उन्नीस दशमलव चार छह लाख करोड़ रुपये था….. जबकि बिहार का छह दशमलव आठ एक लाख करोड़ था…… केंद्र सरकार की दो हजार चौबीस और दो हजार पच्चीस की निवेश में इक्यानबे फीसदी पांच सेक्टरों पर है……. लेकिन बिहार को कम हिस्सा मिलता है……
केंद्र ने नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट प्रोग्राम में बारह नए इंडस्ट्रियल सिटी बनाईं…… लेकिन बिहार में सिर्फ एक ही बना…… गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट्स और टेक्सटाइल पार्क ज्यादा हैं……. कर्नाटक के सीएम ने भी मोदी पर गुजरात को फेवर करने का आरोप लगाया…… बिहार सरकार ने दो हजार सोलह में इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन पॉलिसी बनाई……. जिसमें नए यूनिट्स को बीस फीसदी सब्सिडी है……. हाल में कैबिनेट ने फ्री लैंड और इंसेंटिव्स का पैकेज पास किया…… बिहार में एक दशमलव आठ, एक लाख करोड़ का निवेश प्लान है,…… जो छह इंडस्ट्रियल जोन बनाएगा…… वहीं वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट कहती है कि बिहार की इंडस्ट्रियल पॉलिसी को अपडेट करने की जरूरत है…..
बता दें कि केंद्र की इंडस्ट्रियल पॉलिसी में राज्यों को निवेश के लिए प्रोत्साहन दिए जाते हैं……. लेकिन बिहार जैसे राज्य कहते हैं कि नीतियां असमान हैं……. इंडिया इन्वेस्टमेंट ग्रिड के अनुसार अट्ठाइस राज्यों में निवेश है…… लेकिन गुजरात को ज्यादा प्रोजेक्ट्स मिलते हैं…… सीएसआईएस रिपोर्ट कहती है कि भारत का पांच ट्रिलियन इकोनॉमी लक्ष्य राज्यों की इंडस्ट्रियलाइजेशन पर निर्भर है…… बिहार में कानून-व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी का हवाला देकर कंपनियां हिचकती हैं……. लेकिन लोकोमोटिव इंजन जैसे प्रोजेक्ट्स सफल हैं…… लालू के समय फॉडर स्कैम जैसे मुद्दे थे…… लेकिन अब बीस साल बाद भी सुधार क्यों नहीं? आलोचक कहते हैं कि मोदी सरकार गुजरात को प्राथमिकता देती है क्योंकि वहां से मोदी हैं……



