देश का किसान बजट पर बोझ नहीं, बल्कि जीडीपी ग्रोथ का सूत्रधार; केंद्र पर जमकर बरसे राहुल गांधी
नई दिल्ली। पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली कूच करने को लेकर बॉर्डर पर अड़े हुए हैं। पुलिस लगातार किसानों को वापस धकेलने की कोशिश में लगी हुई है। हर तरफ हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच की कोशिश में हैं। ऐसे में कांग्रेस ने किसानों की मांगों का समर्थन किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी से भारत का किसान बजट पर बोझ नहीं बल्कि जीडीपी ग्रोथ का सूत्रधार बनेगा।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया कि जब से कांग्रेस ने एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का संकल्प लिया है, तब से मोदी के प्रचारतंत्र और मित्र मीडिया ने एमएसपी पर झूठ की झड़ी लगा दी है। उन्होंने आगे कहा कि यह झूठ है कि एमएसपी की कानूनी गारंटी दे पाना भारत सरकार के बजट में संभव नहीं है। बल्कि सच यह है कि ष्टक्रढ्ढस्ढ्ढरु के अनुसार 2022-23 में किसान को एमएसपी देने में सरकार पर 21,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आता, जो कुल बजट का मात्र 0.4 फीसदी है।
उन्होंने कहा कि जिस देश में 14 लाख करोड़ रुपये के बैंक लोन माफ कर दिए गए हों, 1.8 लाख करोड़ रुपये कॉर्पोरेट टैक्स में छूट दी गई हो, वहां किसान पर थोड़ा सा खर्च भी इनकी आंखों को क्यों खटक रहा है? कांग्रेस नेता ने कहा कि एमएसपी की गारंटी से कृषि में निवेश बढ़ेगा, ग्रामीण भारत में डिमांड बढ़ेगी और किसान को अलग-अलग किस्म की फसलें उगाने का भरोसा भी मिलेगा, जो देश की समृद्धि की गारंटी है।
उन्होंने कहा कि जो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भ्रम फैला रहे हैं, वो डॉ. स्वामीनाथन और उनके सपनों का अपमान कर रहे हैं। एमएसपी की गारंटी से भारत का किसान, बजट पर बोझ नहीं बल्कि जीडीपी ग्रोथ का सूत्रधार बनेगा। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक वीडियो भी पोस्ट की है, जिसमें वह स्वामीनाथन फॉर्मूले के आधार पर किसानों को उनकी फसलों की दर देने के पार्टी के संकल्प के बारे में बात कर रहे हैं।
जब से कांग्रेस ने रूस्क्क की कानूनी गारंटी देने का संकल्प लिया है, तब से मोदी के प्रचारतंत्र और मित्र मीडिया ने रूस्क्क पर झूठ की झड़ी लगा दी है।
बताते चलें कि शंभू बॉर्डर के बाद जींद बॉर्डर पर पंजाब के किसानों की हरियाणा पुलिस से झड़प हुई है। यहां आंसू गैस के गोले भी दागे गए हैं। सामने आया है कि, पुलिस ड्रोन द्वारा आंसू गैस के गोले दाग रही है। वहीं दिल्ली कूच को अड़े किसानों के ऊपर शंभू बॉर्डर पर लगातार आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं, वहीं किसान भी उग्र हो चुके हैं। उन्होंने बॉर्डर पर बने एक ओवरब्रिज की रेलिंग भी तोड़ दी।