‘अग्निपथ’ को लेकर देश भर में युवाओं का अग्नि प्रदर्शन
दर्जनों जगहों पर पथराव, लाठीचार्ज
- बिहार में भारी बवाल, ट्रेनों में लगाई आग, बक्सर व आरा रेलवे स्टेशनों पर तोडफ़ोड़, कई यात्री घायल
- लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों में प्रदर्शन, नारेबाजी हरियाणा और राजस्थान में भी विरोध
- अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष ने भी सरकार को घेरा, कहा, युवाओं के भविष्य से हो रहा खिलवाड़
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ देश भर के युवाओं ने प्रदर्शन किया। बिहार, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में युवा सडक़ पर उतरे। बिहार में उग्र प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों में आग लगा दी। स्टेशनों पर तोडफ़ोड़ और पथराव किया। इसके कारण कई यात्री घायल हो गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए कई स्थानों पर लाठीचार्ज किया। यूपी में लखनऊ, गोरखपुर, मथुरा और बुलंदशहर समेत कई जिलों में प्रदर्शन किया गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने सडक़ जाम कर दी। प्रदर्शनकारियों ने अग्निपथ भर्ती योजना को वापस लेने की मांग की। वहीं विपक्ष ने केंद्र सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।
बिहार के जहानाबाद, बक्सर, आरा, सहरसा, नवादा और मुंगेर में युवा उग्र हो गए। आरा और बक्सर रेलवे स्टेशनों पर ं जमकर तोडफ़ोड़ और पथराव किया। इससे कई यात्री घायल हो गए। सीवान जंक्शन के समीप सिसवन ढाला रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। छपरा में यात्री ट्रेनों को नुकसान पहुंचाया गया। तोडफ़ोड़ के साथ यहां पैसेंजर ट्रेन में आग लगा दी गई। आरा और बक्सर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में आग लगाई गई। नवादा में विधायक अरुणा देवी की गाड़ी पर हमला किया गया। उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। उपद्रव के कारण कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर घंटों रोकना पड़ा है। उग्र प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए पुलिस ने कई जगह लाठीचार्ज किया। विरोध प्रदर्शन में आरजेडी के कई स्थानीय नेता भी शामिल रहे। वहीं गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम कर दिया गया। युवाओं का कहना है कि पिछले तीन साल से फौज में भर्ती नहीं की गई है और अब सिर्फ चार साल की भर्ती की जाएगी। राजस्थान के जयपुर और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, बुलंदशहर, मथुरा, गोरखपुर, बरेली, पीलभीत समेत कई जिलों में युवाओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी उठाए सवाल, कहा अपना पक्ष रखे सरकार
रक्षा मंत्री राजनाथ को लिखा पत्र, पूछा चार साल बाद क्या होगा अग्निवीरों का
लखनऊ। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ट्वीट किया और पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं। युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रखकर अपना पक्ष साफ करे जिससे देश की युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग सही दिशा में हो सके। उन्होंने कहा कि सेना में 15 वर्ष नौकरी कर रिटायर हुए नियमित सैनिकों को भी सेवा में लेने के मामले में कॉरपोरेट जगत रूचि नहीं दिखाता है। ऐसे में चार वर्ष की अल्पसेवा के बाद इन अग्निवीरों का क्या होगा? वेतनमान कम होने से अग्निवीरों को परिवार चलाने में दिक्कत आएगी। स्पेशल ऑपरेशन के दौरान विशेष ट्रेनिंग वाले सैनिकों की जरूरत होती है, ऐसे में छह महीने की बेसिक ट्रेनिंग वाले इन सैनिकों से रेजिमेंट की बेसिक रेजिमेंटल संरचना प्रभावित हो सकती है। इस योजना में युवाओं में 75 प्रतिशत हर चार साल में बेरोजगार हो जाएंगे। यह संख्या प्रति वर्ष बढ़ेगी और असंतोष पैदा होगा। उन्होंने पत्र में उन युवाओं के बारे में भी सोचने का सुझाव दिया है जो कोरोना की वजह से दो वर्ष भर्ती न होने के कारण अपनी भर्ती वाली उम्र पार कर चुके हैं।
क्या है मामला
अग्निपथ भर्ती योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती पूरे देश से की जाएगी। चुने गए कैंडिडेट्स बतौर अग्निवीर चार साल तक सेना में सर्विस देंगे। इसके लिए 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। साढ़े 17 से 21 साल उम्र के युवा इसमें नौकरी पा सकते हैं। चार साल के बाद 75 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्तकर दिया जाएगा और आगे रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। देश की सेवा कर चुके ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं के लिए नौकरियां आरक्षित करने में विभिन्न कॉरपोरेशंस को भी रुचि होगी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस योजना का ऐलान किया था।
सैन्य भर्ती को लेकर सरकार का रवैया लापरवाह: अखिलेश
लखनऊ। अग्निपथ योजना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है, ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है। सैन्य भर्ती को लेकर जो खानापूर्ति करने वाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वो देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा। ‘अग्निपथ’ से पथ पर अग्नि न हो।
युवाओं के संयम की अग्निपरीक्षा न लें प्रधानमंत्री: राहुल
नई दिल्ली। अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने भी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई डायरेक्ट भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोजगार युवाओं की आवाज सुनिए। इन्हे अग्निपथ पर चला कर इनके संयम की अग्निपरीक्षा मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।
सेना में नई भर्ती नीति युवाओं के भविष्य से खिलवाड़: मायावती
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, सेना में काफी लंबे समय तक भर्ती लंबित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में चार वर्ष अल्पावधि वाली ’अग्निवीर’ भर्ती योजना घोषित की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा असंतुष्ट और आक्रोशित है। वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं। इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
दूरगामी प्रभावों का आंकलन करें युवा : प्रहलाद सिंह
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रदर्शनों के बीच ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, देश के नौजवानों से आग्रह है कि वह अग्निपथ योजना के दूरगामी प्रभावों का सही आंकलन करें। यह सिर्फ नौकरी का अवसर मात्र नहीं है वल्कि नौकरी की अपेक्षा न रखनेवाले किसी भी नागरिक को अपनी सेवाएं देने का अवसर देता है और इसे कैरियर बनाने वालों को गृह मंत्रालय के निर्देश साफ है।