गैंगरेप मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को सुनाई गई उम्रकैद की सजा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। समाजवादी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति को गैंगरेप के मामले में शुक्रवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। दो दिन पहले ही एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष जज पवन कुमार राय ने गायत्री समेत तीन आरोपियों को मामले में दोषी करार दिया था। शुक्रवार को इस सजा पर फैसला भी आ गया। वहीं, मामले के चार अन्य अभियुक्तों को बड़ी राहत देते हुए उन्हें कोर्ट ने मामले से बरी कर दिया है। तीनों दोषियों पर 2-2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

कोर्ट ने जिन्हें दोषी करार दिया है, उनमें गायत्री प्रजापति के अलावा आशीष शुक्ला और अशोक तिवारी शामिल हैं। बरी होने वाले अभियुक्त रूपेश्वर उर्फ रूपेश, चंद्रपाल, विकास वर्मा अमरेंद्र सिंह पिंटू हैं। इनकी ओर से अधिवक्ता प्रांशु अग्रवाल ने बहस के दौरान दलील दी थी कि अभियोजन की ओर से तथ्यों के समर्थन में पेश किए गए किसी भी गवाह ने रूपेश्वर या चंद्रपाल के खिलाफ एक भी तथ्य नहीं बताए हैं।

वहीं, गायत्री प्रजापति के वकील सुनील सिंह ने कहा, “राजनीतिक दबाव में सजा सुनाई गई है, हमारे गवाहों को खारिज किया गया। जिन गवाहों के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए, उन्हीं की गवाही पर सजा सुनाई गई है। हाईकोर्ट में इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।

क्या था मामला

गायत्री प्रजापति के ऊपर चित्रकूट की रहने वाली एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ गायत्री प्रजापति समेत अन्य छह लोगों के खिलाफ गैंगरेप का आरोप लगाया था। महिला का आरोप था कि जब वो गायत्री प्रजापति से उनके आवास पर मिलने पहुंची थी, तो प्रजापति और उनके साथियों ने उसको नशीला पदार्थ दे दिया और उसके साथ और उसकी नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप किया।

सजा के बाद बोलें गायत्री मैं निर्दोष हूं.

गायत्री प्रजापति ने हाथ जोड़कर मीडिया से कहा कि ये जो फैसला आया है, यह गलत है। राजनीतिक विरोधियों द्वारा साजिश की गई है। मैं निर्दोष हूं…मेरा बयान नहीं लिया गया। मेरी मांग के बाद भी नार्को टेस्ट तक नहीं कराया गया। मैं अमेठी से चुनाव न लड़ सकूं, इसलिए ये फैसाया सुनाया गया है। मुझे इस सरकार ने फंसाया है। मुझे हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास है। हम बाइज्जत बरी होंगे। मैं हिंदुस्तान की जनता से अपील करता हूं कि मुझे इंसाफ दिलाए। मैं व्हील-चेयर पर चल रहा हूं…इलाज नहीं हो रहा।

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