अडानी को निशाना बनाने वाले हिंडनबर्ग ने कामकाज किया बंद
अडानी समूह ने कहा- साम्राज्यों को चुनौती देने वाले का युग खत्म
- हिंडनबर्ग के कर्ताधर्ता एंडरसन ने की घोषणा
- बोले- कंपनी का चुनौतीपूर्ण कार्य निजी जीवन पर असर डाल रहा था
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाशिंगटन/नई दिल्ली। 2017 में शुरू की गई और उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ अभियानों से अंतरराष्टï्रीय सुर्खियां बटोरने वाली फोरेंसिक वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपना कामकाज बंद करने की घोषणा की है। इसके संस्थापक नेथन एंडरसन ने गुरुवार को यह घोषणा की। यह घोषणा ऐसे समय आई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल की शुरुआत होने वाली थी। 40 वर्षीय एंडरसन ने कहा कि कंपनी का गहन और चुनौतीपूर्ण कार्य उनके निजी जीवन पर असर डाल रहा था।
हालांकि, आलोचकों ने इसे जॉर्ज सोरोस और डीप स्टेट से जुड़े कथित दबाव का परिणाम बताया। एंडरसन ने लिखा कि हिंडनबर्ग की जांच और कार्य ने 100 से अधिक लोगों को नियामकों द्वारा आरोपित कराया। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी ने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिलाया जो जरूरत से ज्यादा ताकतवर थे। उन्होंने अब अपने मॉडल को ओपन-सोर्स करने की योजना बनाई है ताकि लोग इस प्रक्रिया को सीख सकें। हिंडनबर्ग ने कई बड़ी कंपनियों को निशाना बनाया, जिनमें निकोलॉ (2020), लॉर्ड्सटाउन मोटर्स, क्लोवर हेल्थ, और आईकॉन इंटरप्राइजेज शामिल हैं। इनके कारण कई अरबपतियों और ओलिगार्क्स पर मुकदमे दर्ज हुए।
अडानी समूह को भी किया प्रभावित
हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने भारत में राजनीतिक भूचाल ला दिया, लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इससे संबंधित याचिका खारिज कर दी। इस बीच, अडानी समूह ने मजबूत प्रदर्शन और सुधार के साथ अपनी स्थिति वापस पा ली।कई विश्लेषकों ने हिंडनबर्ग की गतिविधियों पर सवाल उठाए। बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा कि शॉर्ट-सेलिंग करने वाले अक्सर दीर्घकालिक लाभ नहीं कमा पाते। उन्होंने सुझाव दिया कि हिंडनबर्ग पर किसी नियामक कार्रवाई के डर से इसे बंद किया गया हो सकता है।
अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी उछाल
आज, 16 जनवरी को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। बीएसई ने 595.42 अंकों की बढ़त के साथ 77,319.50 पर कारोबार शुरू किया, जो 0.78 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वहीं, निफ्टी 50 भी 164.05 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 23,377.25 पर पहुंच गया, जो 0.71प्रतिशत ऊपर है। इसके साथ ही लगातार तीसरे दिन अडानी ग्रुप के सभी शेयर हरे निशान पर खुलकर कारोबार कर रहे हैं। अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पावर, अदाणी पोर्ट्स, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में शानदार बढ़त देखी जा रही है। सेंसेक्स पर लिस्टेड 30 शेयरों में जोमैटो, अडानी पोर्ट्स, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, एसबीआई, अल्ट्राटेक सीमेंट और बजाज फिनसर्व प्रमुख गेनर्स रहे, जिनके शेयरों में तेजी देखी गई।
हिंडनबर्ग रिसर्च का बंद होना बना चर्चा का विषय
हिंडनबर्ग रिसर्च का बंद होना वित्तीय और राजनीतिक जगत में चर्चा का विषय बन गया है। इसे एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है, जिसने कई साम्राज्यों को चुनौती दी।
हिंडनबर्ग वित्तीय धोखाधड़ी और गड़बडिय़ों पर लगाता है दांव
हिंडनबर्ग, जिसे 2017 में एंडरसन ने स्थापित किया था, कंपनियों में वित्तीय धोखाधड़ी और गड़बडिय़ों की जांच करके उन पर दांव लगाता था। 2023 में, इसने अडानी समूह पर कॉरपोरेट इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। इन आरोपों के कारण अडानी समूह के शेयरों की कीमत में भारी गिरावट आई और 150 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ। हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे स्टॉक में हेरफेर और धोखाधड़ी की योजनाओं में शामिल नहीं हैं।
कितने गाजी आए, कितने गाजी गए : जुगेषिंदर रॉबी सिंह
अडानी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेषिंदर रॉबी सिंह ने इस घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कितने गाज़ी आए, कितने गाजी गए।