हिमाचल में आसमान से बरस रही आफत, कई मकान जमींदोज, लोग मलबे में दबे
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बड़ा हादसा हुआ है। यहां लैंडस्लाइड के बाद एक साथ कई इमारतें ढह गई। हादसे इतना भयानक था कि यहां चीख-पुकार मच गई। लोग जान बचाने के लिए भागे। दर्जनों मकान के गिरने की खबर है। कई लोगों के मलबे में दबने की आशंका है। स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि यहां एक भवन पर भी खतरा मंडरा रहा है। भारी बारिश के चलते भवन में दरारें आ गई थी। तीन दिन पहले खतरे की वजह से भवन को खाली करा दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। 11 लोगों के मारे जाने की खबर है। यहां पांच नेशनल हाइवे समेत 850 सडक़ें बंद हो गई हैं। वाहनों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने यहां 25 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
शिमला में बड़े स्तर पर लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आई हैं। शहर की आधी से ज्यादा सडक़ें ब्लॉक हो गई हैं। कई जगहों पर पेड़ गिरे हैं। मंडी में पंडोह के कुकलोह में बादल फटा और दो घर और स्कूल बह गए। जिले में पिछले 24 घंटे में 8 लोगों की मौत हुई है। दो लोग अभी भी लापता हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर रैंस नाला में अत्यधिक पानी और मलबा आने से फोरलेन की टनल में मलबा चला गया है। ऐसे में टनल भी ब्लॉक है।
ऐसा पहली बार है जब शिमला के शहरी इलाको में लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं। कई बिल्डिंग को खाली कराना पड़ा है। हिमाचल में इस सीजन में भारी बारिश के कारण तबाही की तीसरी वेव का असर शहरी इलाकों में देखा जा रहा है। अगर फिर बारिश हुई तो शहरी इलाकों में भारी तबाही हो सकती है। यहां आज और कल दो दिन लगातार भारी बारिश का अलर्ट है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून के बाद से ही तबाही मची है। 24 जून से मानसून की लगातार बारिश ने राज्य के कई जिलों में तबाही मचाई। बाढ़ आई। बड़े स्तर पर लैंडस्लाइड हुए। इन प्राकृतिक हादसों में 360 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है। राज्य सरकार का आंकलन है कि इस तबाही की वजह से 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।