जिस ललितपुर में थानेदार ने किया था रेप अब उसी जिले में पुलिसकर्मियों ने महिला को निर्वस्त्र कर पीटा
महरौनी थाने में तैनात महिला दारोगा व मुंशी ने पीडि़ता और उसके बीमार पति को थाने में भी पीटा
हवालात में किया बंद, चोरी का जुर्म कबूलने के लिए दी थर्ड डिग्री
पीडि़ता की शिकायत के बाद हुआ खुलासा, पुलिस महकमे में हड़कंप
विपक्ष बोला, बेलगाम हो गयी योगी सरकार की पुलिस, प्रदेश में जंगलराज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ललितपुर। प्रदेश में पुलिस का बर्बर चेहरा एक बार फिर सामने आया है। ललितपुर के पाली थाने में गैंगरेप पीडि़ता से थानेदार द्वारा दुष्कर्म किए जाने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि इसी जिले के महरौनी थाने में तैनात महिला दारोगा और मुंशी ने एक महिला के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं। दोनों पुलिसकर्मियों ने महिला को बंद कमरे में निर्वस्त्र कर पीटा। इसके बाद महिला और उसके बीमार पति को थाने लाया गया और यहां भी मारपीट की गयी। बाद में पति-पत्नी में विवाद बताते हुए पति सहित उसके खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई की गयी। पुलिसकर्मियों की करतूत का खुलासा तब हुआ जब पीडि़ता डीआईजी से मिली और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जनपद में पुलिस बर्बरता की लगातार हुई इस दूसरी घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वहीं विपक्ष ने इस मामले पर सरकार पर जमकर निशाना साधा। विपक्ष ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम है।
थाना महरौनी निवासी महिला ने एसपी को दिए शिकायत पत्र में कहा है कि वह महरौनी थाने में मुंशी के पद पर तैनात अंशु पटेल के मकान पर 14 अप्रैल से खाना बनाने और झाड़ू-पोंछा का काम करती है। दो मई को सुबह खाना बनाने के बाद वह घर लौट आई लेकिन जब शाम को खाना बनाने पहुंची तो अंशु की पत्नी ने उसे घर के अंदर बंद कर दिया और अपने पति को फोन कर बुला लिया। अंशु के साथ महिला दारोगा पारुल चंदेल भी थीं। दोनों ने उससे चोरी के संबंध में पूछताछ की। इंकार करने पर अंशु और महिला दरोगा ने उसे निर्वस्त्र कर पानी की बौछारों के साथ बेल्टों से पीटा। इसके बाद उसे और उसके बीमार पति को थाने ले गए, वहां भी दोनों के साथ मारपीट की। पति को हवालात में बंद कर दिया गया। अपनी करतूत छिपाने के लिए दोनों का धारा 151 में चालान कर दिया।
क्या कहना है डीआईजी का
डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि थाना महरौनी पुलिस द्वारा एक महिला के साथ मारपीट करने का मामला संज्ञान में आया है, जिसकी जांच कराई जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई होगी। पीडि़त पक्ष को न्याय दिलाया जाएगा।
क्या यूपी में तालिबानी राज चल रहा है? ललितपुर पुलिसिया आतंक का अड्डा बन गया है। थाने में महिला को निर्वस्त्र करके पीटने का अधिकार पुलिस को किसने दिया? आदित्यनाथ जी जब यूपी के थाने ही सुरक्षित नहीं तो जनता सुरक्षा की गुहार कहां लगाएगी?- संजय सिंह, आप सांसद
प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। पुलिस बेलगाम हो चुकी है। ऐसी घटनाओं के बाद भी मानवाधिकार और महिला आयोग भी कहीं नहीं दिख रहे हैं? प्रदेश में अब थानों तक में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।
-आईपी सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सपा
योगी सरकार में पुलिस रक्षक की जगह भक्षक बन गयी है। ललितपुर में एक गैंगरेप पीडि़ता से थानेदार ने रेप किया अब उसी जिले में एक महिला की गरिमा को तार-तार करते हुए पुलिसकर्मियों ने उसे निर्वस्त्र कर पीटा। थर्ड डिग्री दी। यह बेहद भयावह है। यदि इन मामलों में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो जनता सबक सिखाएगी।
-सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस
प्रदेश में खाकी निरंकुश हो गई है। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो जनता फरियाद लेकर किसके पास जाए? जनता का सरकार और पुलिस से भरोसा उठ चुका है। प्रदेश में जंगलराज है। खुद सीएम भी सवाल उठा चुके हैं कि तहसीलों और थानों में न्याय नहीं मिल रहा है। –अनुपम मिश्रा, rashtri राष्ट्रीय
संयोजक, टीम आरएलडी
सुप्रीम कोर्ट में राजद्रोह कानून पर केंद्र की दलील
कानून को खत्म करने की नहीं बल्कि गाइडलाइन की जरूरत, दस मई को फिर सुनवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 124ए के तहत राजद्रोह पर दंड के प्रावधान की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि राजद्रोह कानून खत्म करने की नहीं इस पर दिशा-निर्देशों की जरूरत है। अटॉर्नी जनरल ने कहा,कानून के तहत क्या अनुमति है, क्या अस्वीकार्य है और क्या राजद्रोह के तहत आ सकता है, यह देखने की जरूरत है।
सालिसिटर जनरल ने कहा कि देशद्रोह कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाले मामले में जवाब दाखिल करने के लिए समय चाहिए। केंद्र सरकार की अर्जी पर अब 10 मई को इस मामले में फिर सुनवाई होगी।
देश को दहलाने की साजिश नाकाम
चार आतंकी गिरफ्तार, बारूद से भरे तीन कंटेनर बरामद, पाकिस्तान से जुड़े तार
आतंकी इनोवा कार से पंजाब से जा रहे थे दिल्ली
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
करनाल। करनाल पुलिस ने मधुबन थाना क्षेत्र से चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। ये आतंकवादी किसी बड़े आतंकी हमले की फिराक में थे। इसके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए हैं। आतंकियों के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। पकड़े गए आतंकियों के नाम गुरप्रीत, संदीप, परमिंदर और भूपेंद्र हैं। इनमें तीन फिरोजपुर के रहने वाले हैं और एक लुधियाना का है।
पुलिस के मुताबिक दिल्ली नंबर की इनोवा गाड़ी को दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल के पास रोका गया। पुलिस ने इनके पास से देसी पिस्टल, 31 जिंदा कारतूस, बारूद से भरे तीन कंटेनर और एक लाख तीस हजार रुपये बरामद किए हैं। आतंकी इनोवा कार से पंजाब से दिल्ली जा रहे थे। पुलिस अभी इस मामले में ज्यादा कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। करनाल एसपी लगातार मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस की ओर से फिलहाल विभिन्न धाराओं के तहत यह मामला करनाल के मधुबन थाने में दर्ज कराया गया है और इंद्री की एसपी हिमाद्री कौशिक को जांच सौंपी गई है। चंडीगढ़, करनाल आईबी की टीमें भी आतंकवादियों से पूछताछ कर रही हैं। करनाल एसपी गंगाराम पूनिया के अनुसार पाकिस्तान में रह रहे आतंकी हरजिंदर सिंह ने इन आतंकियों को यह कंटेनर और अन्य सामान तेलंगाना के आदिलाबाद जिले की एक लोकेशन पर पहुंचाने की हिदायत दी थी। इन आतंकियों के फोन में भी यह लोकेशन मिली है। इन आतंकियों में सबसे मुख्य गुरप्रीत माना जा रहा है, जिसके साथ पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरजिंदर सिंह का लगातार कम्युनिकेशन बना हुआ था। घटना के तुरंत बाद ही आसपास के जिलों को अलर्ट कर दिया गया है।