मुजफ्फरपुर में डॉक्टर ने की आत्महत्या, PG परीक्षा में फेल होने से हुआ डिप्रेशन
मामले में नगर एएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि आशुतोष ने एमबीबीएस का कोर्स किया था. अब वह एक हॉस्पिटल में भी लग गए थे.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार के मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसी वारदात हो गई। कि आप सुनोगे तो आपका दिल दहल जायेगा।
हम बात कर रहे हैं आत्महात्या की जंहा पर एक अनपढ़ नहीं एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति यानी डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। सोचो आप कि आखिर किस वजह से और क्यों इस व्यक्ति ने अपनी जान खो दी…कहते है कि किसी को जिंदगी मिलती नहीं है और जिसको मिलती है वो व्यक्ति इतनी असानी से खो देता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर को PG परीक्षा में फेल होने का सदमा खाए जा रहा था।जिस वजह से उन्होंने अपनी जान खो दी। गोली की आवाज सुनते ही लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और मौके पर हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि डॉक्टर का हाल ही में पीजी का रिजल्ट आया था, जिसमें वह पास नहीं हो पाए थे. इस वजह से वह डिप्रेशन में थे.
ये मामला काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के माड़ीपुर जैतपुर कॉलोनी से सामने आया है, जहां डॉक्टर आशुतोष चंद्र ने अपने सिर में बंदूक से गोली मार ली. अपने पिता की लाइसेंसी दोनाली बंदूक से उन्होंने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली. गोली लगते ही उनकी मौके पर मौत हो गई. गोली की आवाज सुनने के बाद आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की. डॉक्टर के पिता अविनाश चंद्र मूल रूप से हरिशंकर मनियारी इलाके के रहने वाले हैं. वर्तमान में वह माड़ीपुर जैतपुर कॉलोनी में रहते हैं. उनका कांटी और दिघरा में पेट्रोल पंप भी है. डॉक्टर का आठ दिन पहले पीजी का रिजल्ट आया था, जिसमें पास नहीं होने की वजह से वह तनाव में थे. आशुतोष की एक हफ्ते पहले ही जूरन छपरा रोड नंबर एक स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में नियुक्ति हुई थी.
आशुतोष प्राइवेट अस्पताल से ड्यूटी कर घर वापस लौटे और दादी, मां के साथ नाश्ता किया. इसके बाद घर की तीसरी मंजिल पर अपने स्टडी रूम में पढ़ाई करने चले गए. इसके कुछ देर बाद उनके कमरे गोली की आवाज आई. सभी ने जाकर देखा तो आशुतोष ने अपने सिर में गोली मार ली थी. आशुतोष के कमरे से पुलिस टीम को किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन उनके मोबाइल और टैब को जब्त किया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
जिस समय आशुतोष ने अपने आप को गोली मारी. उस वक्त उनके पिता पेट्रोल पंप पर थे. आशुतोष दो बहनों के इकलौते भाई थे. मामले में नगर एएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि आशुतोष ने एमबीबीएस का कोर्स किया था. अब वह एक हॉस्पिटल में भी लग गए थे. 8 से 10 दिन पहले पीजी का रिजल्ट आया, जिसमें पास न होने पर उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया.



