मणिपुर में भड़की हिंसा को देखते हुए DG CRPF रवाना, महाराष्ट्र की सभी रैलियां रद्द
4PM न्यूज़ नेटवर्क: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़की हुई है और हालात बेकाबू होते हुए दिखाई दे रहे हैं। रविवार (17 नवंबर) को मणिपुर की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। डीजी सीआरपीएफ अनीश दयाल मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं। वो वहां पर कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के विदर्भ की रैलियां रद्द कर दीं और नागपुर से दिल्ली लौट आए। सूत्रों के मुताबिक यह कदम राज्य की सुरक्षा स्थिति और क्षेत्र में बढ़ती हिंसा से संबंधित एक अल्टीमेटम के बाद उठाया गया है।
महाराष्ट्र में अमित शाह की रैली रद्द
मणिपुर में सीआरपीएफ कैंप पर उग्रवादियों के हमले के बाद राज्य में संघर्ष तेज़ हो गया है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां मैतेई और कुकी समूहों के बीच महत्वपूर्ण जातीय तनाव काफी बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। मणिपुर में कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार लगातार नजर बनाए हुए हैं।
दरअसल, जिरीबाम जिले की एक नदी से 6 लापता व्यक्तियों के शवों के मिलने के कुछ घंटे बाद ही राज्य में हिंसा भड़क गई है। प्रदर्शनकारियों ने तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर हमला बोल दिया, वहीं इसके बाद राज्य सरकार ने 5 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया और कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं हैं। साथ ही अधिकारियों ने बताया कि राज्य के हालात लगातार बिगड़ते हुए जा रहे हैं। बिश्नुपुर, इंफाल, जीरिबीम इलाकों में ज्यादा तनाव है। यहां भी फिर से कर्फ्यू लगाया गया है।
मणिपुर में सिविल सोसायटी ग्रुप ने राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी कर सशस्त्र उग्रवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है। मैतई नागरिक अधिकार समूह, मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति (COCOMI) के प्रवक्ता खुरैजम अथौबा ने कहा कि “राज्यों के सभी प्रतिनिधियों और सभी विधायकों को एक साथ बैठकर इस संकट को जल्द से जल्द हल करने के लिए कुछ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमने भारत सरकार और मणिपुर सरकार को सभी सशस्त्र समूहों के खिलाफ कुछ निर्णायक कार्रवाई और सैन्य कार्रवाई करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।