जूता कारोबारियों पर आयकर छापा, करोड़ों की नकदी बरामद

आगरा। आगरा में हरमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंग का शू मैटेरियल व कंपोनेंट का बड़ा कारोबार है। 20 साल में अकूत संपत्ति कमाई। आयकर टीम को छापे में 60 करोड़ रुपये से अधिक मिले हैं। अभी नोटों की गिनती जारी है। ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि 500-500 के नोटों की इतनी गड्डियां रामनाथ डंग के घर कहां से आईं। 500 के नोटों की 500 से अधिक गड्डियां एक जैसी स्टाइल की होने के कारण अधिकारी भी हैरत में हैं।
एक जैसी स्टाइल की गड्डियों पर स्लिप एक ही तरह से लगी है। रबड़ भी सभी गड्डियों में एक ही तरह से बांधी गई है। ऐसे में आयकर अधिकारियों को आशंका है कि यह सभी गड्डियां एक ही व्यक्ति से आई होंगी। आयकर अधिकारी इसकी जांच में जुटे हैं। बीके शूज का टर्नओवर भी बड़ा है। मंशु फुटवियर भी बड़ी फर्म है। बीके शूज और मंशु फुटवियर के मालिक दोनों सगे भाई हैं। इनर रिंग रोड पर बड़ी जमीन के सौदे भी हुए हैं। यह भी हो सकता है कि यह रकम किसी बड़े सौदे से आई हो। आयकर विभाग की कार्रवाई के पीछे मुखबिरी मानी जा रही है।
घरेलू जूता कारोबार पिछले डेढ़ महीने से आचार संहिता में फंसा है। जूता कारोबार में बड़े भुगतान भी नकदी की जब्ती के डर से रुके हुए हैं। पर्चियों की रकम भी व्यापारियों ने नहीं उठाई। असम और मद्रास में अगले महीने के लिए सीजन का माल तैयार होता है।
आयकर टीम की इस छापेमारी और अकूत दौलत बरामद होने के बाद घरेलू जूता कारोबारियों में खलबली मच गई है। जूता कारोबारियों का कहना है कि इस कार्रवाई का सीधा असर कारोबार पर पड़ेगा। सीजन से पहले ही कारोबार प्रभावित हो सकता है। छापा पडऩे के 15 से 20 दिनों तक हींग की मंडी से लेकर जूता बाजार से कारोबारी दूरी बना सकते हैं।

Related Articles

Back to top button