INDIA ने किया खेल, NDA चारों खाने चित्त हो गई, सदन में पलटी बाजी!

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया.... इसी दौरान विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव के बाद संसद का पहला सत्र संपन्न हो गया है… आपको बता दें कि 24 जून को शुरू हुए संसद के इस सत्र के शुरुआती दो दिन लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गई…. तीसरे दिन लोकसभा स्पीकर का चुनाव हुआ…. चौथे दिन राष्ट्रपति ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया…. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर शुक्रवार को लोकसभा में अनुराग ठाकुर और राज्यसभा में डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की… धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पक्ष… और विपक्ष के बीच जमकर तकरार देखने को मिली…. बता दें कि संसद सत्र के दौरान विपक्ष के सदस्य NEET पेपर लीक को लेकर सरकार पर हमलावर रहे. विपक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत से पहले नीट पेपर लीक को लेकर चर्चा की मांग पर अड़ा था…. विपक्ष के हंगामे के कारण 28 जून को लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी… और अनुराग ठाकुर के संबोधन के बाद सदन की कार्यवाही नहीं चल सकी थी…. राज्यसभा में भी विपक्ष ने हंगामा किया, सदन से वॉकआउट कर दिया लेकिन उच्च सदन की कार्यवाही जारी रही थी… एक जुलाई सोमवार को जब संसद की कार्यवाही शुरू हुई… तब भी विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक को लेकर चर्चा की मांग की थी…. आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसदीय परंपरा का जिक्र करते हुए कहा था कि धन्यवाद प्रस्ताव से पहले किसी अन्य विषय पर चर्चा नहीं होती ये परंपरा रही है…. पहले धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो जाए… उसके बाद आप जिस विषय पर चाहें, हम चर्चा के लिए तैयार हैं…. राहुल गांधी ने राजनाथ के सुझाव पर सहमति जताते हुए कहा था कि एक दिन नीट पेपर लीक पर चर्चा होनी चाहिए…. ये युवाओं से जुड़ा महत्वपूर्ण मुद्दा है….

आपको बता दें कि संसद सत्र की शुरुआत से लेकर संपन्न होने तक तीन मुद्दे छाए रहे संविधान, आरक्षण और नीट पेपर लीक…. लोकसभा में नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथग्रहण से लेकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं के संबोधन तक, संविधान का मुद्दा छाया रहा… एनडीए और इंडिया ब्लॉक, दोनों ही गठबंधनों के सांसद अपने-अपने संबोधनों में एक-दूसरे को आरक्षण विरोधी बताते नजर आए… एनडीए के सासंदों और खुद पीएम मोदी ने भी आरक्षण लागू किए जाने के समय तब विपक्ष में रही… कांग्रेस के नेता राजीव गांधी की लंबी स्पीच याद दिलाई और कहा कि कांग्रेस दलित-पिछड़ों की विरोधी रही है…. नीट पेपर लीक का शोर भी धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत से सदन की कार्यवाही के संपन्न होने तक सुनाई दिया…. बता दें कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सत्र की शुरुआत से समापन तक सत्ता पक्ष के हमलों के केंद्र में रहे… राहुल गांधी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान 90 मिनट के अपने संबोधन में भगवान शिव… और उनकी अभय मुद्रा का जिक्र करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला…. राहुल गांधी ने अपने संबोधन में किसान, जवान, अग्निवीर जैसे तमाम मुद्दे उठाए… राहुल गांधी ने इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने पर अग्निवीर योजना समाप्त करने की बात भी कही… राहुल ने अपने संबोधन के दौरान बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो हिंदू-हिंदू करते रहते हैं,… वह हिंसा-हिंसा करते हैं… राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी संसद से सड़क तक आक्रामक मोड में नजर आई… संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी के संबोधन में भी राहुल.. और कांग्रेस हमले के केंद्र में रहे….

राज्यसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोला… उनके भाषण के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया… विपक्षी सांसदों ने विरोध करते हुए नारे लगाए… और सदन से वॉकआउट कर गए…. विपक्षी सांसदों का कहना है कि विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं दी गई… और उन्हें इसकी अनुमति दी जानी चाहिए थी… वहीं, पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों के वॉकआउट पर कहा कि उनकी सत्य सुनने की हिम्मत नहीं है…. जिसको लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम इसलिए वॉकआउट कर गए… क्योंकि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन को संबोधित कर रहे थे… और उन्होंने सदन को कुछ गलत बातें बताईं…. झूठ बोलना और सच्चाई से परे बातें कहना उनकी आदत है… मैंने उनसे बस इतना पूछा कि जब वे संविधान के बारे में बोल रहे थे… तो आपने संविधान नहीं बनाया…आप लोग इसके खिलाफ थे….मैं बस यह स्पष्ट कर रहा था कि संविधान के पक्ष में और विरोध में कौन लोग हैं….वहीं खरगे ने कहा कि आरएसएस ने संविधान का विरोध किया है… उन्होंने बीआर अंबेडकर और पंडित नेहरू का पुतला जलाया… वे बार-बार कहते हैं कि हमने बीआर अंबेडकर का अपमान किया… और उन्होंने लोकसभा में कहा और वे आज भी यही कह रहे हैं…. मैं बताना चाहता था कि बाबासाहेब ने संविधान सभा में क्या कहा है… और आरएसएस ने ऑर्गनाइजर में क्या लिखा है… हमने सदन में बोलने के लिए सभापति जगदीप धनखड़ और पीएम मोदी से गुजारिश की…. लेकिन हमें मौका नहीं दिया गया… क्या आज मुझे बोलने के लिए एक मिनट नहीं मिल सकता था…

वहीं विपक्ष के राज्यसभा से वॉकआउट पर NCP-SCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे एक संवैधानिक पद पर हैं… चाहे वह प्रधानमंत्री हों या सदन के अध्यक्ष उनका सम्मान करना उनकी जिम्मेदारी है…, लेकिन आज यह सब नजरअंदाज किया गया… और इसलिए पूरा विपक्ष उनके साथ है… यही वजह है कि हमने वॉकआउट किया…. आपको बता दें कि विपक्ष के वॉकआउट पर पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने पराजित कर दिया है कि… अब उनके पास चीखने के सिवाय कुछ बचा नहीं है…. देश देख रहा है झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती है…. सत्य से मुकाबला करने के लिए हौसले नहीं हैं… खुद के सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं बची… पीएम मोदी ने उच्च सदन को अपमानित करने का आरोप लगाया है…. वहीं, सभापति धनखड़ ने भी विपक्ष पर सदन की अपमान करने… और संविधान को पीठ दिखाने का आरोप लगाया… राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का पीएम मोदी ने बुधवार को जवाब दिया… इस दौरान विपक्षी दलों ने सदन का वॉकआउट किया… इसके बाद एनसीपी-एससीपी के प्रमुख और राज्यसभा सांसद शरद पवार ने कहा कि वो (मल्लिकार्जुन खरगे) एक संवैधानिक पद पर हैं… चाहे वो प्रधानमंत्री हों या सदन के अध्यक्ष, उनकी जिम्मेदारी है कि वो सम्मान करें…. लेकिन यह सब नजरअंदाज किया गया… और इसलिए पूरा विपक्ष उनके साथ है और इसलिए हमने वॉकआउट किया…. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने जब चर्चा का जवाब दे रहे थे.. तो पहले विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कुछ कहने की अनुमति मांगी… आसन की ओर से यह अनुमति नहीं दिए जाने पर विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे… उनकी नारेबाजी के बीच भी जब प्रधानमंत्री ने अपना भाषण जारी रखा तब खरगे सहित कांग्रेस… और विपक्ष के अन्य सदस्यों ने सदन से बहिष्कार कर दिया….

आपको बता दें कि विपक्ष के बहिष्कार के फैसले पर पीएम मोदी ने कहा कि देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती…. जिनके हौसले नहीं हैं… और उन्होंने जो सवाल उठाये उसके जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है… विपक्ष उच्च सदन को अपमानित कर रहा है…. जिस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमने इसलिए वॉकआउट किया… क्योंकि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन को संबोधित कर रहे थे… और उन्होंने सदन को कुछ गलत बातें बताईं… झूठ बोलना और सच्चाई से परे बातें कहना उनकी आदत है….

आपको बता दें कि बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया…. इसी दौरान विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया…लेकिन सबका ध्यान उस वक्त बदल गया जब विपक्षी पार्टियों के साथ साथ नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल भी सदन से वॉकआउट कर गई…. BJD और BJP की दोस्ती काफी गहरी रही है…. बीजद के समर्थन से ही मोदी 2.0 के दौरान कई विवादास्पद विधेयकों को राज्यसभा से पारित कराने में मदद मिली थी… लेकिन सब इस बात से हैरान हो गए जब BJD के नौ सांसद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब के दौरान विपक्ष के वॉकआउट में शामिल हो गए… बता दें कि आज उच्च सदन में वॉकआउट प्रधानमंत्री द्वारा पूर्व यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी पर कटाक्ष करने के बाद हुआ… पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग ऑटो पायलट.. और रिमोट पायलट पर सरकार चलाने के आदी हैं… वे काम करने में विश्वास नहीं करते, वे बस इंतजार करना जानते हैं…. इसके बाद विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगमा किया और वॉकआउट कर गए…. बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने मोदी और बीजेपी को परेशान करके रख दिया था… वही विपक्ष के किसी भी सवाल का मोदी के पास नहीं था,… मोदी झूठ बोलने में माहिर खिलाड़ी है… जिसके चलते सदन में जमकर हंगामा हुआ…

 

 

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