भारत का पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन जारी, INS की तैनाती से ठप होगा कराची पोर्ट

आईएनएस सूरत को गुजरात के हजीरा पोर्ट पर तैनात करने के बाद भारत ने पाकिस्तान पर बड़ी स्ट्राइक की है... अरब सागर में भारत ने अपनी सीमा...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया…… बैसारन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है…… वहां पर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की…… जिसमें 26 लोगों की जान चली गई….. और 20 से अधिक घायल हो गए…… वहीं इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग ‘द रजिस्टेंट फ्रंट’ ने ली….. जिसके तार सीधे पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं…… इस कायरतापूर्ण हमले के बाद भारत ने न केवल कूटनीतिक और आर्थिक स्तर पर…… बल्कि सामरिक और सैन्य मोर्चे पर भी पाकिस्तान के खिलाफ अभूतपूर्व कदम उठाए हैं…… इनमें सबसे उल्लेखनीय है गुजरात के हजीरा पोर्ट पर भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सूरत की तैनाती….. और सिंधु जल समझौते का निलंबन…… बता दें कि भारत के ये कदम न केवल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा रहे हैं…… बल्कि उसके सामरिक महत्व के कराची बंदरगाह को भी ठप करने की दिशा में बढ़ रहे हैं……

भारत की नौसेना ने पहलगाम हमले के बाद अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए अरब सागर में सामरिक उपस्थिति को और मजबूत किया है……. गुजरात के हजीरा पोर्ट पर हाल ही में कमीशन किए गए युद्धपोत आईएनएस सूरत की तैनाती इसका स्पष्ट उदाहरण है……. यह युद्धपोत अत्याधुनिक तकनीक और मिसाइल प्रणालियों से लैस है…… जो भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को अभेद्य बनाता है……. भारत ने घोषणा की है कि अरब सागर में पाकिस्तानी नौकाओं…… और जहाजों का भारतीय समुद्री सीमा में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा…….. यदि कोई पाकिस्तानी पोत भारतीय जलक्षेत्र में प्रवेश करता है…… तो भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल तत्काल कार्रवाई करेंगे…… दूसरी ओर भारत ने अपने जहाजों और नौकाओं को पाकिस्तान की ओर जाने से भी रोक दिया है……. जिसका सीधा असर पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर पड़ रहा है…..

कराची बंदरगाह पाकिस्तान के समुद्री व्यापार का सबसे बड़ा केंद्र है…… जो उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है…… यह बंदरगाह न केवल पाकिस्तान के आयात-निर्यात का मुख्य द्वार है, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और ऊर्जा आपूर्ति के लिए भी महत्वपूर्ण है……. जानकारी के अनुसार भारत की इस रणनीति से कराची बंदरगाह पर व्यापारिक गतिविधियां लगभग ठप हो सकती हैं…… भारत की नौसेना ने पहले ही 1971 के युद्ध में कराची बंदरगाह को तबाह कर अपनी सामरिक श्रेष्ठता साबित की थी……. और अब आईएनएस सूरत की तैनाती उस इतिहास को दोहराने की तैयारियों का संकेत दे रही है……. पाकिस्तान के पास केवल तीन प्रमुख बंदरगाह कराची, ग्वादर, और पोर्ट कासिम हैं…… जबकि भारत की 7,000 किलोमीटर लंबी तटरेखा…… और अंडमान-निकोबार जैसे रणनीतिक द्वीप समूह उसे समुद्री युद्ध में स्पष्ट लाभ देते हैं……..

बता दें कि पहलगाम हमले के अगले ही दिन 23 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में पांच ऐतिहासिक फैसले लिए गए…… इनमें सबसे बड़ा फैसला था 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित करना….. यह समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुआ था…… जिसके तहत सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों चिनाब, झेलम, रावी, ब्यास, और सतलज का पानी दोनों देशों के बीच बांटा जाता है……. इस समझौते के तहत पाकिस्तान को इन नदियों का लगभग 80% पानी मिलता है……. जो उसकी कृषि, जलविद्युत परियोजनाओं…… और 24 करोड़ की आबादी की पेयजल आवश्यकताओं के लिए जीवनरेखा है……

भारत ने इस समझौते को तब तक निलंबित करने का फैसला किया है……. जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता……. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान को यह समझना होगा कि आतंकवाद….. और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते…… इस कदम को पाकिस्तान ने ‘वाटर स्ट्राइक’ करार दिया है…… क्योंकि सिंधु नदी….. और उसकी सहायक नदियां उसकी 80% कृषि भूमि…… और 18% जीडीपी के लिए महत्वपूर्ण हैं……. विश्व बैंक के अनुमानों के अनुसार 2025 के अंत तक 74% पाकिस्तानी भुखमरी की कगार पर हो सकते हैं…….. और पानी की कमी इस संकट को और गहरा सकती है……

पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने इसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार देते हुए धमकी दी कि यदि भारत ने पानी के प्रवाह को रोका या मोड़ा…….. तो पाकिस्तान पूरी ताकत से जवाब देगा….. हालांकि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की यह दलील कमजोर पड़ रही है…… क्योंकि पहलगाम हमले में उसकी संलिप्तता के सबूत भारत ने वैश्विक समुदाय के सामने रखे हैं….. सऊदी अरब, यूएई, और चीन जैसे देशों ने भी पाकिस्तान से दूरी बनानी शुरू कर दी है…… जिससे उसका कूटनीतिक अलगाव बढ़ रहा है…..

भारत ने सिंधु जल समझौते के निलंबन के साथ-साथ कई अन्य कठोर कदम उठाए हैं….. भारत ने अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को बंद कर दिया है…… जिससे पाकिस्तानी नागरिकों का भारत में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित है…….. वैध वीजा धारकों को भी 30 अप्रैल तक भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था…… पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीजा छूट योजना को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है……. वहीं पहले से जारी सभी SVES वीजा अमान्य घोषित किए गए हैं….. नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या को 55 से घटाकर 30 करने का फैसला लिया गया है…… इसके साथ ही पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है……

वहीं भारत ने पाकिस्तान से सभी आयात, जिसमें ड्राई फ्रूट्स, चूना पत्थर, और चमड़े का सामान शामिल है…… पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है…… इसके अलावा, अप्रत्यक्ष आयात भी बंद कर दिया गया है……, जिससे पाकिस्तान की पहले से कमजोर अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव पड़ रहा है…… भारत ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों, जिनमें डॉन न्यूज, समा टीवी, और जियो न्यूज शामिल हैं, पर प्रतिबंध लगा दिया है……. इन चैनलों पर भारत के खिलाफ भ्रामक और भड़काऊ सामग्री फैलाने का आरोप है…… इसके अलावा, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और कई क्रिकेटरों के सोशल मीडिया अकाउंट भी ब्लॉक कर दिए गए हैं…….

आपको बता दें कि इन कदमों का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर स्पष्ट दिख रहा है…… पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज का KSE-100 इंडेक्स 1,455 अंक गिरकर 115,777.33 पर पहुंच गया है……. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान की FY25 जीडीपी वृद्धि के अनुमान को 3% से घटाकर 2.6% कर दिया है….. वहीं भारत ने न केवल कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर कार्रवाई की है……. बल्कि सैन्य स्तर पर भी अपनी स्थिति को मजबूत किया है…….. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी है……. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुखों के साथ लगातार बैठकें इस बात का संकेत दे रही हैं कि भारत बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है……. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी स्वीकार किया है कि भारत कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है……. जिसके लिए उनकी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है……

बता दें कि पाकिस्तान ने अपनी पश्चिमी सीमा पर ग्वादर पोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी है…… और कराची एयरबेस पर 25 चीनी निर्मित जे-10सी और जेएफ-17 फाइटर जेट तैनात किए हैं…… हालांकि, भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक स्थिति की तुलना में पाकिस्तान का रक्षा तंत्र कमजोर नजर आता है…… भारत ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर अपनी सैन्य उपस्थिति को….. और मजबूत किया है…… और नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी पहलगाम हमले के आतंकियों की तलाश में दक्षिण कश्मीर के जंगलों में सघन अभियान चला रही है…….

पहलगाम हमले और भारत की जवाबी कार्रवाई ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है……. अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है……. लेकिन भारत के कदमों को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है……. सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों ने पाकिस्तान से दूरी बनाना शुरू कर दिया है…….. जबकि चीन ने दोनों पक्षों से बातचीत के जरिए तनाव कम करने की सलाह दी है……. हालांकि, पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन के इतिहास को देखते हुए, उसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन मिलना मुश्किल है……

 

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