भारत में बढ़ रहा है इस्लामोफोबिया, सीएम शिंदे और नितिश राणे के खिलाफ प्रथामिकी दर्ज करने की मांग को लेकर हाईाकोर्ट में याचिका

नई दिल्ली। मुंबई के एक निवासी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर भाजपा विधायक नितेश राणे के खिलाफ मुस्लिम विरोधी टिप्पणी करने और नफरत और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा इस्लामोफोबिया फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। अधिवक्ता एजाज नकवी ने बांद्रा निवासी मोहम्मद वासी सईद द्वारा तत्काल सुनवाई के लिए दायर याचिका का उल्लेख अदालत के समक्ष किया। अदालत ने गुरुवार को इस मुद्दे पर सुनवाई करने का फैसला किया।
याचिका में इस्लामोफोबिक रैलियों के आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करने और अधिकारियों को मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के खिलाफ राणे की रैलियों और भाषणों का सीधा प्रसारण पूरी तरह से रोकने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि राज्य को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से यह मांग करनी चाहिए कि वे भाजपा विधायक या किसी अन्य व्यक्ति को ऐसी रैलियां आयोजित करने की अनुमति दिए जाने की स्थिति में जिम्मेदारी और जवाबदेही लें। याचिका में आगे कहा गया है कि शिंदे और राणे को उच्च न्यायालय द्वारा घृणा फैलाने वाले, इस्लामोफोबिक के रूप में संयुक्त रूप से उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए और इसके बाद उन्हें जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और भारत के संविधान का उल्लंघन करने के लिए उनकी शपथ और उल्लंघन के अनुसार अयोग्यता और अभियोजन का सामना करने का निर्देश दिया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त, इसने भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला और पूर्व पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ भी फर्जी खबरों के आधार पर मुसलमानों के खिलाफ घृणित सामग्री और इस्लामोफोबिक पोस्ट फैलाने के लिए कार्रवाई का आग्रह किया है। याचिका में यह भी कहा गया है कि केंद्र और राज्यों को मीडिया संगठनों द्वारा घृणास्पद सामग्री चलाने के खिलाफ दिशा-निर्देश तैयार करने चाहिए, जबकि साइबर पुलिस को सोशल मीडिया पर ऐसी सामग्री हटानी चाहिए।

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