भाजपा के लिए आसान नहीं पश्चिमी यूपी को साधना
किसानों में नाराजगी, फूंक-फूंक कर कदम रख रही बीजेपी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के पहले ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अमित शाह पूरा जोर लगाते दिख रहे हैं लेकिन राजनाथ सिंह कहीं दिखाई नहीं दे रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हैं। ये बातें निकलकर सामने आई वरिष्ठï पत्रकार श्रवण गर्ग, सतीश के. सिंह, अशोक वानखेड़े, रंजीव, श्वेता आर रश्मि और अभिषेक कुमार के साथ एक लंबी परिचर्चा में।
श्रवण गर्ग ने कहा बीजेपी की अपनी स्टे्रटजी है कि किन लोगों को कहा फिट करना है। बीजेपी आरएसएस का संगठन है, चुनाव में आपको नेता कम दिखेंगे मगर कार्यकर्ता अपने काम पर लगे हैं। अखिलेश की रैली में भीड़ है तो मजबूत है, शाह अकेले चल रहे तो उनके साथ बड़ी रणनीति है। डिंपल, अखिलेश, शिवपाल, मुलायम फील्ड पर क्यूं नहीं, ये बड़ा सवाल है। रंजीव ने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर पश्चिमी यूपी में मोदी की सभाएं कम होगी, वहां शाह को भेजा है। जयंत की वहां काफी मजबूत पैठ हैं इसलिए बीजेपी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।
अशोक वानखेड़े ने कहा आत्मविश्वास किसी में भी नहीं है। शाह जब जाट नेताओं के साथ बैठे तो वो परसेप्शन नहीं निकला। 253 नेता वो नेता नहीं थे जो जाटों पर बड़ा प्रभाव रखते हो। बीजेपी को जब अपना जाट वोट बैंक 18 प्रतिशत खिसकता दिख रहा तो शाह चौधरी जी की बड़ाई कर रहे है।
श्वेता आर रश्मि ने कहा अनुराग ठाकुर, धर्मेंद्र प्रधान सहित कई ऐसे बड़े नेताओं पर चुनाव की जिम्मेदारी है, जो यूपी के बारे में इतना जानते नहीं, अमित शाह वेस्ट यूपी में सक्रिय हैं तो बाकी जगहों पर अन्य नेता सक्रिय क्यूं नहीं है। सतीश के सिंह ने कहा वेस्ट यूपी में भाजपा बहुत मेहनत कर रही है क्योंकि उसे मालूम है किसानों में नाराजगी है। जाट वोट बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ा कर सकता है।