पटना में महागठबंधन की बैठक से पहले तेजस्वी की सीएम उम्मीदवारी पर तकरार, जेडीयू का बड़ा बयान
राजीव रंजन ने आगे कहा कि आरजेडी डूबता हुआ जहाज है. यह कांग्रेस को मालूम है इसलिए वह अकेले आगे बढ़ना पसंद करेगी.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजधानी पटना में गुरुवार, 17 अप्रैल को महागठबंधन की अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक से पहले बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी के बीच मतभेद उभर कर सामने आ रहे हैं। इस पर जडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में अलग चुनाव लड़ आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का सफाया किया. दिल्ली में कांग्रेस ने अलग चुनाव लड़कर आप (AAP) का सफाया करा दिया. बिहार में भी आरजेडी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ सकती है. राजीव रंजन ने आगे कहा कि आरजेडी डूबता हुआ जहाज है. यह कांग्रेस को मालूम है इसलिए वह अकेले आगे बढ़ना पसंद करेगी. अगर गठबंधन में भी आरजेडी-कांग्रेस लड़ी तो डेढ़ दर्जन से कम सीटों पर ही सिमट जाएगी. अकेले-अकेले लड़ें तो उनकी मुश्किलें
बढ़ जाएंगी.
‘बंगाल में हिंदू और मुसलमान दोनों सुरक्षित नहीं’
वहीं बंगाल हिंसा पर उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. कहा कि बंगाल में हिंदू और मुसलमान दोनों सुरक्षित नहीं हैं. गुंडे, पुलिस एवं टीएमसी के कार्यकर्ता, यह तिकड़ी बंगाल को तबाही के कगार पर पहुंचा रही है. ममता बनर्जी बिहार से सीख लें. यहां कभी दंगा नहीं हुआ है. वक्फ कानून के साथ जडीयू है. इसको लेकर जो पार्टी की लाइन है उसके साथ जडीयू के मुस्लिम नेता खड़े हैं. सीएम नीतीश इस बात की गारंटी है कि वक्फ कानून पूरी तरह से पारदर्शी एवं लोकतांत्रिक है.
‘मुसलमानों के अधिकारों पर प्रहार नहीं है’
राजीव रंजन ने कहा कि वक्फ कानून कहीं से भी मुसलमानों के अधिकारों पर प्रहार नहीं है. वक्फ की संपत्तियों पर जिनका कब्जा है ममता बनर्जी उनकी हिमायती हैं और आवाज बुलंद कर रही हैं. इस कानून से पसमांदा मुस्लिम को सबसे ज्यादा लाभ होगा. बता दें कि वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने नीतीश नायडू को घेरा था. नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर वक्फ मुद्दे पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा कि यह केवल सत्ता की राजनीति है. ममता ने कहा कि अभी क्या केंद्र में बीजेपी का बहुमत है? तब भी आप ये सब करते हैं. देखिए चंद्रबाबू नायडू चुपचाप बैठा है. नीतीश बाबू चुपचाप बैठा है, पूरा सपोर्ट देता है. जरा पावर के लिए. आपको वोट देना चाहिए, था नहीं देना चाहिए था.