कन्हैया कुमार ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को बीजेपी की चाल बताया

तहव्वुर राणा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व छात्रों के नेता कन्हैया कुमार ने राणा के प्रर्त्यपण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी की एक सोची-समझी चाल करार दिया है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः तहव्वुर राणा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व छात्रों के नेता कन्हैया कुमार ने राणा के प्रर्त्यपण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी की एक सोची-समझी चाल करार दिया है। कन्हैया ने कहा, “यह प्रर्त्यपण केवल एक राजनीतिक हथकंडा है, जिसका उद्देश्य विपक्ष को कमजोर करना है। बीजेपी इस मामले का उपयोग कर रही है ताकि वह अपने द्वारा फैलाए गए डर एवं असुरक्षा के माहौल को और बढ़ा सके।” इस बयानबाजी के बीच, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी चुनावों में अहम भूमिका निभा सकता है। कन्हैया ने कहा कि सरकार को इस प्रकार की राजनीति से बचना चाहिए और असली मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। घटनाक्रम पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की भी प्रतिक्रिया आ रही है, जो इस पर अपनी-अपनी राय रख रहे हैं।

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को बीजेपी की चाल बताया है. उन्होंने कहा कि तहव्वुर का प्रत्यर्पण कोई कूटनीतिक सफलता नहीं है, यह जनता के मुद्दों को भटकाने की बीजेपी की एक कोशिश है. कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि तहव्वुर का प्रत्यर्पण कोई कूटनीतिक सफलता नहीं है, यह बीजेपी की एक चाल है, जिससे जनता के मुद्दों को भटकाया जा सके. कन्हैया कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस दावे को खारिज करते हुए कहा कि बीजेपी के पास बताने लायक कोई खास उपलब्धि नहीं है, इसलिए वह किसी न किसी बहाने जनता के मुद्दों को भटकाने की कोशिश करती है. इस दौरान उन्होंने वक्फ कानून का जिक्र किया. कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने दावा किया कि वह गरीब मुसलमानों के लाभ के लिए यह कानून ला रही है.

कन्हैया कुमार ने शाह के दावे को किया खारिज
कन्हैया ने कहा कि जो सरकार मुस्लिम समुदाय के लोगों को अपनी छतों पर नमाज अदा करने नहीं देती है, वह इस समुदाय के लोगों का भला करेगी, इस पर कैसे यकीन किया जा सकता है. दरअसल, अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि राणा का प्रत्यर्पण पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक बड़ी कूटनीतिक सफलता है. JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हम सभी को अनुच्छेद 370 के हटने के बाद उनकी बयानबाजी याद है. हर बीजेपी नेता कह रहा था कि अब बिहार और देश के अन्य हिस्सों के लोग कश्मीर में जमीन खरीद सकेंगे. मुझे एक भी व्यक्ति दिखाइए जो तब से वहां संपत्ति खरीद पाया हो.

तहव्वुर राणा, जो कि डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है, को भारत लाने के बाद 18 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। हेडली, जिसे दाऊद गिलानी के नाम से भी जाना जाता है, 2008 के मुंबई हमलों के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राणा को यूएपीए (UAPA) के तहत गिरफ्तार किया है। उसे अमेरिका से भारत लाया गया और देर रात पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां बंद कमरे में सुनवाई हुई। कोर्ट ने रात लगभग 2 बजे राणा को 18 दिन की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। अब एनआईए राणा से 17 साल पुराने मामले में पूछताछ करेगी।

आपको बता दें,कि कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करेंगे। यह आयोजन कन्हैया की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा के समापन के अवसर पर किया जा रहा है।कन्हैया की 26 दिनों की यह पदयात्रा आज समाप्त हो रही है, और इस यात्रा के अंतिम दिन वह सीएम हाउस का घेराव करेंगे। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट भी मौजूद रहेंगे। पदयात्रा के दौरान बेगूसराय में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी भाग लिया था, जिसने कई युवाओं को प्रेरित किया। कन्हैया कुमार का यह आंदोलन बिहार में पलायन और नौकरी की कमी के खिलाफ एक बड़ी आवाज बनने का प्रयास है। कन्हैया कुमार का यह घेराव बिहार सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा रहा है, जो युवाओं के मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहा है।

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