केजरीवाल का जनहित से कोई लेना-देना नहीं
- मायावती बोलीं- सीएम बदलना एक राजनीतिक पैंतरेबाजी है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने को राजनीतिक पैंतरेबाजी करार दिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का यह फैसला जनहित और जनकल्याण से दूर एक चुनावी चाल है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के इतने लंबे समय तक जेल में रहने के कारण दिल्ली की जनता ने जो अनगिनत असुविधाएं व समस्याएं झेलीं हैं उसका हिसाब कौन देगा।
उन्होंने कहा कि सत्ता व विपक्ष के बीच राजनीतिक लड़ाई शत्रुता के स्तर तक कटु न हो तो बेहतर है जिससे कि देश व जनहित प्रभावित न हो। बसपा की यूपी सरकार को भी ऐसे दिन देखने पड़े थे जब केंद्र की कांग्रेसी सरकार ने जेवर एयरपोर्ट व गंगा एक्सप्रेस -वे पर भी रोड़े अटकाए और जनहित व विकास को बाधित किया था।
केजरीवाल को कोई फायदा नहीं होगा : संजय झा
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को बहुमत है। वह जिनको चाहे मुख्यमंत्री बना सकती है। लेकिन मेरे हिसाब से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को तो पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए था। जब उनपर नई शराब नीति में घोटाले आरोप लगा था और पुलिस ने कई बार समन भी जारी किया था। इसके वावजूद उन्होंने इस्तीफा देना मुनासिब नहीं समझा था। अब दिल्ली में वही राम और भरत जैसी कहानी होगी। जो वह कह रहे सत्ता उसी हिसाब से चलेगी। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा अरविंद केजरीवाल को फायदा होने के सवाल पर संजय झा ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है। दिल्ली में ऐस कोई परिस्थिति बनेगी। उन्होंने कहा कि अभी तो अदालत से जमानत मिली है। इस मामले में फैसला आना अभी बांकी है। वह कोर्ट ने कई शर्तो के आधार पर उन्हें जमानत दी है।