भाजपा से समझौता चाहते हैं केजरीवाल
माकन बोले-जेल जाने से बचने के लिए कर रहे जुगत
- पार्टी के खिलाफ भी बोल रहे और समर्थन भी मांग रहे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष से समर्थन मांगने निकली आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच जंग तेज हो गई है। अजय माकन ने कहा कि दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा से मिले हुए हैं और जेल नहीं जाना चाहते, अन्यथा उनकी जेल जाने की पूरी तैयारी हो चुकी है, क्योंकि भ्रष्टाचार किया है। पहले से ही उनके दो साथी जेल में हैं, वो उनको जेल से निकालना चाहते हैं। इसीलिए भाजपा नेताओं से समझौता करना चाहते हैं।
कहा कि वे विपक्ष एकता की बैठक के अंदर विपक्ष की एकता के लिए नहीं जा रहे, बल्कि विपक्ष की एकता को खंडित कैसा किया जा सके, इसलिए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजय माकन ने आप और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ आप कांग्रेस से समर्थन मांग रही है, दूसरी तरफ वे पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करके अरविंद केजरीवाल क्या चाहते हैं, क्या वे कांग्रेस का समर्थन लेना चाहते हैं या उससे दूरी बनाना चाहते हैं। कांग्रेस नेता अजय माकन ने आगे कहा कि एक तरफ सीएम अरविंद केजरीवाल कांग्रेस का समर्थन मांग रहे हैं दूसरी तरफ राजस्थान जाकर पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक अशोक गहलोत, जो तीन बार के मुख्यमंत्री रहे हैं उनके खिलाफ बोल रहे हैं। सचिन पायलट और राजस्थान में पार्टी के जो वरिष्ठ नेता हैं, उनके खिलाफ बोल रहे हैं। ऐसा करके क्या वे कांग्रेस के साथ समझौता करना चाहते हैं या कांग्रेस से दूरी बनाना चाहते हैं।
अध्यादेश पर साथ नहीं आई कांग्रेस तो एकजुटता मुश्किल
आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि केंद्र सरकार के अध्यादेश का अगर कांग्रेस सार्वजनिक तौर पर विरोध नहीं करती तो गठबंधन के साथ जाना उसका संभव नहीं होगा। इस सूरत में आप ऐसे किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी, जिसमें कांग्रेस शामिल हो। आप ने दिल्ली में बयान जारी कर कहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए पटना में 15 विपक्षी राजनीतिक दलों की बैठक हुई। इनमें से 12 का प्रतिनिधित्व राज्यसभा में है। कांग्रेस को छोडक़र दूसरे सभी 11 दलों भरोसा दिया कि वह केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के लिए लाए गए अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े अध्यादेश के खिलाफ हैं। राज्ससभा में वह अध्यादेश का विरोध करेंगी।