केरल हाईकोर्ट की NHAI को फटकार, पूछा- हाईवे पर सार्वजनिक शौचालय क्यों नहीं?
कोर्ट ने कहा कि NHAI का कर्तव्य है कि वह यात्रियों को सुविधा प्रदान करे. जस्टिस ने अपने अनुभव का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने हाल ही में एक लंबी यात्रा में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं देखा, जबकि चालान कई कटे हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: केरल हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को नेशनल हाईवे पर सार्वजनिक शौचालय न होने को लेकर कड़ी फटकार लगाई है.
कोर्ट ने कहा कि NHAI का कर्तव्य है कि वह यात्रियों को सुविधा प्रदान करे. जस्टिस ने अपने अनुभव का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने हाल ही में एक लंबी यात्रा में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं देखा, जबकि चालान कई कटे हैं.
केरल हाईकोर्ट ने कुछ महीनों पहले पेट्रोल पंप पर मौजूद शौचालय को सार्वजनिक यूज के लिए रोक लगा दी थी. इसी मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने NHAI पर कड़ी टिप्पणी की है. कोर्ट ने सीधे तौर पर कहा कि आज हम हाईवे पर जाते हैं तो हमारे चालान जरूर कटते हैं, लेकिन शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. कोर्ट ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध कराना NHAI का कर्तव्य है. केरल हाईकोर्ट ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) पर सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध कराने और उनका रखरखाव करने में विफल रहने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) पर सवाल खड़े किए हैं.
शौचालय पर क्या बोले जज?
जस्टिस अमित रावल और जस्टिस पीवी बालकृष्ण की बेंच आम जनता द्वारा पेट्रोल पंपों पर शौचालयों के उपयोग से संबंधित एक मामले की सुनवाई कर रही थी. इसी दौरान जज ने अपना एक्सपीरियंस शेयर किया. जस्टिस रावल ने कहा कि उन्होंने हाल ही में जयपुर से रणथंभौर तक नेशनल हाईवे पर सफर किया था. इस दौरान उन्होंने पूरे रास्ते में एक भी शौचालय नहीं दिखा. हालांकि ओवर स्पीडिंग के लिए उनकी कार के 4 चालान काटे गए हैं, जो हमें मिले हैं. उन्होंने NHAI सीधे पर इसको लेकर NHAI के लिए जिम्मेदार ठहराया है. जज ने कहा कि ये काम है का है. ताकि आम जनता को सुविधा मिल सके.
कोर्ट ने विदेश का दिया हवाला
जस्टिस रावल ने कहा कि अन्य देशों में इस तरह की व्यवस्था लंबे समय से है. सच कहूं तो, अगर आप किसी विदेशी देश में जाते हैं, तो एक निश्चित दूरी तय करने के बाद आपको हमेशा एक सुविधाजनक स्टॉप मिलेगा. वहां आप कॉफी पी सकते हैं, कुछ खा सकते हैं, और निश्चित हो सकते हैं, लेकिन यहां यह सब नहीं है. राष्ट्रीय राजमार्गों पर जो भी शौचालय हैं, वे काम नहीं कर रहे हैं. वहां कोई नहीं है. यही कारण है कि हाईवे की भीड़ का सारा बोझ पेट्रोल पंप पर पड़ता है.
आपको बता दें,कि नेशनल हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंपों के लिए, पीठ ने पेट्रोल पंप मालिकों और तेल विपणन कंपनियों को आदेश दिया है कि वे ग्राहकों, परिवहन मंत्रियों और कर्मचारियों को केवल आउटलेट के कार्य समय के दौरान ही शौचालय का उपयोग करने की अनुमति दें.



