सिराथू से ताल ठोक सकते हैं केशव मौर्य

  • डिप्टी सीएम ने अपने करीबी को बनाया प्रभारी

लखनऊ। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जनपद कौशाम्बी की सिराथू विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव में ताल ठोक सकते हैं। इसकी संभावना प्रबल हो गई है। उन्होंने अपने करीबी और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अरुण अग्रवाल को सिराथू विधानसभा का प्रभारी भी नियुक्त कर दिया गया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विधानसभा चुनाव लड़ने के एलान के बाद अब चर्चा यही है कि वह चुनाव किस सीट से लड़ेंगे। उनके प्रयागराज उत्तरी, फाफामऊ और पड़ोसी जिले कौशांबी की सिराथू विधानसभा में से किसी एक सीट पर चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे है।

इस बीच उनके एक करीबी एवं भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य अरुण अग्रवाल को सिराथू विधानसभा का प्रभारी बना दिया गया है। ऐसे में उनके अब सिराथू विधानसभा से चुनाव लड़ने की संभावना बढ़ गई है। सिराथू विधानसभा से डिप्टी सीएम के चुनाव लड़ने की संभावना इसलिए भी ज्यादा है कि वह बीते कुछ माह से कौशांबी जिले में ज्यादा सक्रिय है। इसी क्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के करीबी अरुण अग्रवाल को सिराथू विधानसभा का प्रभारी बना दिया गया है।

अरुण अग्रवाल को प्रभारी बनाए जाने से अब सियासी गलियारे में यही चर्चा है कि केशव मौर्य सिराथू विधानसभा से ही चुनाव लड़ेंगे। किसी कारणवश वह सिराथू से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो प्रयागराज की शहर उत्तरी विधानसभा या फिर फाफामऊ विधानसभा सीट से भाजपा उन्हें चुनाव लड़ा सकती है। दूसरी ओर अरुण अग्रवाल को सिराथू का प्रभारी बनाए जाने की पुष्टि कौशांबी जिलाध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने की है। जिलाध्यक्ष के मुताबिक डिप्टी सीएम चुनाव कहां से लड़ेंगे यह निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड ही लेगा।

स्वतंत्र देव सिंह से मिले असीम अरुण

कानपुर के निवर्तमान पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह के आवास पर पहुंच कर उनसे मुलाकात की। मुलाकात के बाद असीम ने कहा कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का आशीर्वाद लिया है। असीम अरुण ने एक दिन पहले ही ऐच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहने पर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं भाजपा कन्नौज सदर से उन्हें चुनाव में उतार सकती है। यह सीट सपा का मजबूत गढ़ रही है। कन्नौज सदर सीट पर पिछले 20 वर्षों से सपा का एक छत्र राज है। तीन बार से अनिल दोहरे साइकिल के निशान पर चुनाव जीतते आ रहे हैं। 2017 में मोदी मैजिक के दौरान भाजपा ने इस सीट को लेकर जबरदस्त घेराबंदी की थी, लेकिन सपा का किला ढहा नहीं पाई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button