‘केशव चाचा न्याय करो…’, दबंगों ने डिप्टी सीएम के आवास पर धावा बोल दिया

69,000 सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने आज लखनऊ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास का बहिष्कार और तोड़फोड़ की। सुप्रीम कोर्ट में केस की सुनवाई में हो रही देरी से असंतोष ‘केशव चाचा न्याय करो…’ जैसे नारे लगाए गए। मौके पर भारी पुलिस बल स्थापित है।
छात्रों का आरोप है कि 69,000 शिक्षक भर्ती में भारी भर्तियां हुई हैं, जिसके कारण हजारों पुराने वर्ग के उम्मीदवार नौकरी से बाहर हो गए। उन्होंने बताया कि इस मामले की सुनवाई लंबे समय तक कोर्ट में चली और उनके पक्ष में फैसला आया था। लेकिन, राज्य सरकार की अशांति के कारण उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नहीं हो सका।
इस भर्ती को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब ऑर्क स्क्वायर के समर्थकों ने आरोप लगाया कि नीट ओल्ड का सही तरीक़े से पालन नहीं किया गया। उनका कहना है कि इस भर्ती में करीब 19,000 का रिजेक्शन हुआ है। सरकार ने सबसे पहले इस बात को स्वीकार किया था कि 6,800 तिमाही पर गड़बड़ी हुई है।
प्रदर्शन कर रहे एस्टर ने यह भी कहा कि अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है, लेकिन सरकार वहां भी अपने पक्ष में ढिलाई बरत रही है। उनका आरोप है कि सरकारी योजनाओं को लटकाया जा रहा है, जिससे उनका भविष्य संकट में पड़ गया है। उन्होंने मांग की कि सरकार इस मामले को जल्द से जल्द सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष प्लास्टिकी से रोके ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
इस दौरान पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगें पूरी कर रहे थे। बैसाखी ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें नहीं बिकेंगी, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ उनकी नहीं है, बल्कि उन हजारों लोगों के भविष्य की है जो लंबे समय से इस भर्ती का पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले में अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।



