बैकफुट पर वनुआतू सरकार, रद्द करेगी ललित मोदी का पासपोर्ट

नई दिल्ली। भगोड़े बिजनेसमैन ललित मोदी ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया. उसने प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश वनुआतू की नागरिकता हासिल कर ली. अब उसके ऊपर बड़ा एक्शन होने जा रहा है. दरअसल, वनुआतू सरकार ने ललित मोदी को दिए पासपोर्ट को रद्द करने का आदेश दे दिया है. इसको लेकर वनुआतू के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने एक हाई लेवल मीटिंग की. वनुआतू सरकार के मुताबिक, उन्हें ललित मोदी के कारनामे के बारे में पता नहीं था.
वनुआतू के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने नागरिकता आयोग से ललित मोदी को जारी किया गया वानुअतु पासपोर्ट रद्द करने का आदेश दे दिया है. वनुआतू के गोल्डन पासपोर्ट कार्यक्रम पर ललित मोदी की वजह से बुरा असर पडऩे की संभावना जताई जा रही थी. कहा जा रहा था कि यूरोप जैसे देश वनुआतू पर एक्शन ले सकते हैं.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने पुष्टि की थी कि आईपीएल संस्थापक ने अपनी भारतीय नागरिकता छोडऩे के लिए आवेदन किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, ‘उसने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट जमा करने के लिए आवेदन किया है. इसकी जांच मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के आलोक में की जाएगी. हमें यह भी बताया गया है कि उसने वनुआतु की नागरिकता हासिल कर ली है. हम कानून के तहत उसके खिलाफ मामला आगे बढ़ाना जारी रखेंगे.’ ललित मोदी साल 2010 में भारत से भाग गया था और तब से लंदन में रह रहा है.
वनुआतू दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है. यह 83 द्वीपों से बना एक द्वीपसमूह है, जिनमें से केवल 65 पर ही लोग रहते हैं. ये ऑस्ट्रेलिया के पूर्व और न्यूजीलैंड के उत्तर में या ऑस्ट्रेलिया और फिजी के बीच में स्थित है. इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर पोर्ट विला है, जो इफेट द्वीप पर स्थित है. वीजा इंडेक्स के अनुसार, वानुअतु पासपोर्ट धारक 56 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं, जिससे इसका सिटीजनशिप-बाई-इंवेस्टमेंट प्रोग्राम एक अत्यधिक आकर्षक प्लान बन गया है.

Related Articles

Back to top button