नेताओं ने बंगाल को बना दिया सियासी अखाड़ा!

- ममता सरकार के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन
- प्रशिक्षु डॉक्टर रेप मामले में पूरे राज्य में बवाल
- भाजपा राज्य की कानून व्यवस्था को बाधित करना चाहती है : टीएमसी
- 12 घंटे के बंद से जनजीवन प्रभावित, कई जगह झड़पें
- रूपा गांगुली व लाकेट चटर्जी हिरासत में
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या की सीबीआई जांच के बीच राजनीति तेज हो गई है। क्या सत्ता पक्ष क्या विपक्ष दोनों ने राज्य को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है। राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक प्रदर्शनकारियों के पहुंचने के प्रयासों के दौरान कई स्थानों पर पुलिस के साथ झड़पें हुईं। टीएमसी व भाजपा में वार-पलटवार भी शुरू हो गया है। भाजपा नेता के गाड़ी पर जहां हुआ है वहीं सीएम ममता बनर्जी ने भावुक होकर दिवंगत प्रशिक्षु डॉक्टर से माफी मांगी है। उधर भाटपारा में आज सुबह हुई झड़पों के बाद सिर में गोली लगने से घायल दो लोगों को कोलकाता के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर उनकी स्थिति का आकलन कर रहे हैं और उन्हें आईसीयू में कड़ी निगरानी में रखा गया है। भाजपा नेता रूपा गांगुली व सांसद लाकेट चटर्जी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
तृणमूल छात्र परिषद स्थापना दिवस पीडि़ता को समर्पित : सीएम ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में पीडि़ता के परिवार के प्रति दुख व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि वह तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस को पीडि़ता को समर्पित कर रही हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, आज तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मौके पर, मैं इसे अपनी बहन, जिनकी कुछ दिन पहले ही आरजी कर मेडिकल अस्पताल में हत्या कर दी गई, को समर्पित करती हूं। अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए मैं इस घटना पर तत्काल निवारण की मांग करती हूं।
राजनीति से प्रेरित भाजपा यहां गोलमाल कर रही : कुणाल
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि हम सभी से अनुरोध करते हैं कि हालात सामान्य रहें। कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। हम सभी आरजी कर मामले में न्याय चाहते हैं और सीबीआई न्याय करेगी। पश्चिम बंगाल में अराजकता पैदा करने से क्या फायदा है? राजनीति से प्रेरित भाजपा यहां गोलमाल कर रही है। मामला अब सीबीआई के हाथ में है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अब सीबीआई मामले की जांच कर रही है। कल उन्होंने पुलिस पर हमला किया और आज उन्होंने बंद बुलाया है। बंगाल में सब कुछ सामान्य है। पश्चिम बंगाल के लोगों ने भाजपा के बंद को खारिज कर दिया है।
राज्यभर में 200 से अधिक लोग गिरफ्तार
कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। राज्यभर में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके विरोध में भाजपा की बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने 12 घंटे केबंगाल बंद का आह्वान किया है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य ने भाजपा द्वारा बुलाए गए बंद को अवैध घोषित करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है।
शुद्ध सांप्रदायिक जहर उगल रहे सीएम हिमंत : कपिल सिब्बल
- असम के सीएम पर भड़के मुसलमानों को लेकर दिए बयान पर जताई नाराजगी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर जमकर निशाना साधा है। सिब्बल ने हिमंत की मुसलमानों पर की गई टिप्पणी पर नाराजगी जताई है। दरअसल, हिमंता ने कहा था कि मिया मुसलमानों को राज्य पर कब्जा नहीं करने देंगे। अब सिब्बल ने हिमंत की इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि ये शुद्ध सांप्रदायिक जहर है और इस तरह के बयान का जवाब चुप रहकर नहीं दिया जा सकता है।
दरअसल, हिमंत सरमा ने कहा कि वह मिया मुसलमानों को असम पर कब्जा नहीं करने देंगे। सरमा विस में 14 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार के मद्देनजर राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा पेश किए गए स्थगन प्रस्तावों की स्वीकार्यता पर बोल रहे थे। बता दें कि मिया शब्द का इस्तेमाल शुरू में बंगाली बोलने वाले मुसलमानों के लिए एक अपमानजनक शब्द के रूप में किया जाता था और गैर-बंगाली भाषी लोग आमतौर पर उन्हें बांग्लादेशी अप्रवासी के रूप में पहचानते हैं।
नाम बदलने से फुरसत मिल जाए तो हालात भी बदलें: अखिलेश
- सपा अध्यक्ष बोले- रेल दुर्घटना की रोकथाम के लिए भी कुछ समय निकालें सीएम
- यूपी में 8 स्टेशनों के नाम बदलने पर गरमाई सियासत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। इसको लेकर सियासत गरमा गई है। सपा ने भाजपा सरकार को इस मुद्दे पर घेर लिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, भाजपा सरकार से आग्रह है कि रेलवे स्टेशनों के सिर्फ नाम नहीं, हालात भी बदलें और जब नाम बदलने से फुरसत मिल जाएं तो रिकॉर्ड कायम करते रेल दुर्घटना की रोकथाम के लिए भी कुछ समय निकालकर विचार करें।
इन स्टेशन के बदले गए हैं नाम
आदेश के मुताबिक, कासिमपुर हॉल्ट रेलवे स्टेशन का नाम जायस सिटी रेलवे स्टेशन, जायस रेलवे स्टेशन का नाम गुरु गोरखनाथ धाम, मिसरौली रेलवे स्टेशन का नाम मां कालिकन धाम, बनी रेलवे स्टेशन का नाम स्वामी परमहंस, अकबरगंज रेलवे स्टेशन का नाम मां अहोरवा भवानी धाम, फुरसतगंज रेलवे स्टेशन का नाम तपेश्वर धाम, वारिसगंज हाल्ट स्टेशन का नाम अमर शहीद भाले सुल्तान के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा निहालगढ़ स्टेशन का नाम बदलकर महाराजा बिजली पासी रेलवे स्टेशन किया गया है।
भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने की थी मांग
ज्ञात हो कि अमेठी की पूर्व सांसद और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने इन जगहों की सांस्कृतिक पहचान और विरासत को संरक्षित करने की मांग की थी। इसके बाद इन स्टेशनों का नाम बदला गया है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जायस स्टेशन के पास गुरु गोरखनाथ धाम आश्रम है, इसलिए स्टेशन का नाम आश्रम के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया था।