अल्पसंख्यकों के अधिकार पर खतरा : मदनी

  • यूसीसी के खिलाफ समर्थन जुटाने में जुटे जमीयत चीफ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली/सहारनपुर। यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी यूसीसी के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए जमीयत उलेमे-ए-हिंद प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने बैठक की है। उन्होंने दावा किया है कि समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन से धार्मिक विविधता, अल्पसंख्यक अधिकार और न्याय के सिद्धांत खतरे में पड़ सकते हैं। यूसीसी के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सांसदों, और मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक की।
यूसीसी पर विचार-विमर्श करने के लिए सोमवार शाम को एक सम्मेलन हुआ। जिसमें कांग्रेस से कार्ति चिदंबरम, मुहम्मद जावेद और इमरान प्रतापगढ़ी, नेशनल कॉन्फ्रेंस से हसनैन मसूदी, एलजेपी से मेहबूब अली कैसर, बीएसपी से कुंवर दानिश अली, आईयूएमएल से ईटी मुहम्मद बशीर और अब्दुस्समद समदानी सहित कई सांसद मौजूद रहे। जमीयत ने बयान जारी करते हुए कहा कि बैठक यूसीसी से संबंधित चिंताओं, विशेष रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक और आदिवासी समुदायों के सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकारों पर इसके संभावित प्रभाव को संबोधित करने पर केंद्रित थी।

मणिपुर में हो रहे अत्याचार को छुपाना चाहती है भाजपा : राघव

नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा को लेकर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भारतीय जनता पार्टी पर जुबानी हमला बोला है। मीडिया से बातचीत के दौरान राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा मणिपुर में हो रहे अत्याचार को छुपाना चाहती है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर केंद्र को वहां शांति बहाल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम मणिपुर पर बोलने वाले विपक्षी सांसदों के निलंबन का विरोध करते हैं। अब इंडिया शब्द से नफरत करने लगे हैं। लेकिन भारत सरकार, स्टार्टअप-इंडिया, डिजिटल इंडिया और अन्य में भी इंडिया है।

Related Articles

Back to top button