मंत्री लोकेश की पहल पर शुरू हुआ ‘मन मित्र’ वॉट्सऐप गवर्नेंस, 50 दिन में सेवाएं बढ़कर हुईं 200
राज्य सरकार ने डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए 30 जनवरी को 'मन मित्र' नामक वॉट्सऐप आधारित सेवा की शुरुआत की थी। यह पहल मंत्री नारा लोकेश के एक आइडिया से प्रेरित होकर लागू की गई थी

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राज्य सरकार ने डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए 30 जनवरी को ‘मन मित्र’ नामक वॉट्सऐप आधारित सेवा की शुरुआत की थी। यह पहल मंत्री नारा लोकेश के एक आइडिया से प्रेरित होकर लागू की गई थी, जिसका उद्देश्य नागरिकों को आसान और त्वरित सेवाएं उनके मोबाइल पर उपलब्ध कराना है। ‘मन मित्र’ की शुरुआत के समय इस प्लेटफॉर्म के जरिए कुल 161 नागरिक सेवाएं उपलब्ध कराई गई थीं, जिनमें प्रमाण पत्र, बिल भुगतान, लाइसेंस, शिकायत निवारण जैसी सुविधाएं शामिल थीं।
मंत्री लोकेश के आइडिया के बाद वॉट्सऐप से नागरिक सेवाएं प्रदान करने की पहल के तहत राज्य सरकार ने 30 जनवरी को ‘मन मित्र’ नाम से वॉट्सऐप गवर्नेंस की शुरुआत की. तब इसके तहत 161 नागरिक सेवाओं की शुरुआत की गई. इसके 50 दिन पूरे होने से पहले ही मार्च में ‘मन मित्र’ के जरिए दी जाने वाली सेवाओं की संख्या बढ़कर 200 कर दी गई. आंध्र प्रदेश की सरकार सोशल मीडिया के जरिए अपने अनोखी शुरुआत को लेकर लगातार चर्चा में बनी हुई है. मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई में सरकार जिस तरह से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है, ऐसे में उसे वॉट्सऐप सरकार कहा जाने लगा है. अब 16वें वित्त आयोग ने भी वॉट्सऐप के प्रयोग की तारीफ की. आयोग के प्रमुख इससे इतने खुश हुए कि उन्होंने इसे पीएम नरेंद्र मोदी के समक्ष रखने की सलाह दे डाली.
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कल बुधवार को 16वें वित्त आयोग को आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से की गई अलग-अलग पहलों को लेकर विस्तृत जानकारी दी. आयोग के सदस्यों ने इस प्रजेंटेशन पर अपनी प्रतिक्रिया भी साझा की. आयोग के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों राज्य सरकार की वॉट्सऐप गवर्नेंस प्रणाली की जमकर सराहना की.
प्रजेंटेशन के बाद वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से सवाल किया कि क्या वॉट्सऐप गवर्नेंस मॉडल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान में लाया गया है. इस पर सीएम नायडू ने कहा कि अभी उनके समक्ष यह पेश नहीं किया गया है, लेकिन उनका इरादा अगले महीने होने वाली बैठक के दौरान पीएम मोदी को इस प्रोजेक्ट के बारे में बताने का है.
सीएम नायडू ने बताया कि सरकार एक ऐसा सिस्टम बना रही है, जहां नागरिक वॉट्सऐप के जरिए ही सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंच सकते हैं, जिससे सरकारी ऑफिस में जाने की जरुरत ही नहीं होगी. उन्होंने आगे ऐलान किया कि इस मंच के जरिए जल्द ही 1,000 सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे सभी निवासियों के लिए पहुंच और सुविधा बढ़ेगी.
नारा लोकेश ने 30 जनवरी को किया था लॉन्च
अरविंद पनगढ़िया ने आर्थिक मामलों पर व्यक्तिगत रूप से प्रजेंटेशन देने के लिए सीएम नायडू की सराहना की और कहा कि यह एक आश्चर्यजनक और प्रभावशाली कदम था. उन्होंने नायडू की ओर से विकास के आंकड़ों के गहन विश्लेषण और केंद्र सरकार से सहायता प्राप्त करने के उनकी कोशिशों की भी तारीफ की.
पदयात्रा के दौरान आया आइडियाः मंत्री लोकेश
इस अवसर पर मंत्री लोकेश ने कहा, “मैंने युवा गालम (Yuva Galam) नाम से 3,132 किलोमीटर की पदयात्रा की. इस पदयात्रा से ही यह विचार आया. आजकल बटन दबाते ही हम फिल्म देख रहे हैं, खाना डिलिवर किया जा रहा है, टैक्सी आ रही है. तो सवाल उठता है कि सरकार लोगों के पास क्यों नहीं आती. उस दिन मैंने सोचा कि मुझे यह चुनौती स्वीकार करनी चाहिए.” उन्होंने आगे कहा, “इसीलिए ‘मन मित्र’ सरकार स्लोगन के साथ वॉट्सऐप गवर्नेंस शुरू किया जा रहा है और हमारी सरकार लोगों की सरकार है.”