मायावती का भाजपा पर आरोप, कहा- जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति

बहुजन समाज वादी पार्टी की मुखिया मायावती ने सुल्तानपुर एनकाउंटर पर छिड़ी सियासी बहस को लेकर भारतीयन जनता पार्टी को जमकर घेरा है...

4PM न्यूज नेटवर्क: सुल्तानपुर एनकाउंटर मामले में सियासी घमासान मचा है। इस घटना पर तमाम राजनीतिक दल के नेता एक-दूसरे पर तंज कसते हुए नजर आ रहे हैं। इस बीच बहुजन समाज वादी पार्टी की मुखिया मायावती ने सुल्तानपुर एनकाउंटर पर छिड़ी सियासी बहस को लेकर भारतीयन जनता पार्टी को जमकर घेरा है। मायावती ने कहा कि जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति कर रही हैं।

 बसपा मुखिया मायावती ने सोमवार को सुल्तानपुर मुठभेड़ को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही दल अपराध, अपराधियों और जाति पर अनावश्यक राजनीति कर रहे हैं, जबकि इन मुद्दों पर उनका रुख एक जैसा है। सुल्तानपुर मुठभेड़ में मंगेश यादव नाम के व्यक्ति की मौत के बाद सपा ने आरोप लगाया था कि यह एक फर्जी मुठभेड़ थी, जबकि भाजपा ने उस पर अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया था।

मायावती ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप

इसके साथ ही मायावती ने सोशल मीडिया के माध्यम से ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा कि यूपी के सुल्तानपुर जिले में हुए एनकाउंटर के बाद भाजपा और सपा कानून व्यवस्था के मुद्दे पर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, अपराध, अपराधी और जाति के नाम पर अनावश्यक राजनीति कर रहे हैं, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं।”

उन्होंने आगे लिखा कि “भाजपा राज की तरह ही सपा सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति कई गुना बदतर थी। लोग यह नहीं भूले हैं कि सपा के गुंडे और माफिया दलितों, अन्य पिछड़े वर्गों, गरीबों और व्यापारियों आदि को दिनदहाड़े लूटते और पीटते थे।”

इसके अलावा बसपा सुप्रीमों ने राज्य में अपने शासन को सबसे अच्छा बताते हुए कहा कि “जबकि वास्तव में उत्तर प्रदेश में कानून द्वारा कानून का राज केवल बसपा के शासन में ही रहा है। जाति और धर्म के आधार पर बिना किसी भेदभाव के लोगों को न्याय दिया गया। कोई फर्जी एनकाउंटर आदि नहीं हुआ। इसलिए भाजपा और सपा के कानून व्यवस्था के नाटक से सभी को सावधान रहना चाहिए।”

महत्वपूर्ण बिंदु

  • सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सियासत बढ़ती जा रही है।
  • एक तरफ अखिलेश ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि यह एनकाउंटर जाति देखकर किया गया है।
  • वहीं इस बीच बसपा मुखिया मायावती ने भी पहली प्रतिक्रिया दी है।

 

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