संदेह दूर करके लागू करते सीएए: मायावती
- केंद्र सरकार का कदम पीडि़त मानवता के कल्याण के लिए : योगी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार द्वारा सीएए की अधिसूचना जारी करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को चुनाव से पहले लागू करने के बजाय इसके लेकर लोगों के मन में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं, उन्हें पूरी तरह दूर करना चाहिए। इसके बाद ही इसे लागू किया जाना ही बेहतर होता। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएए लागू करने का केंद्र का कदम पीडि़त मानवता के कल्याण के लिए ऐतिहासिक निर्णय है।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में मजहबी बर्बरता से पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय के सम्मानजनक जीवन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने मनुष्यता को आह्लादित करने वाले इस मानवीय निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताया है। सीएम ने अधिनियम के तहत भारत की नागरिकता प्राप्त करने जा रहे सभी लोगों का अभिनंदन किया है।
चुनावों का ध्रुवीकरण करने के लिए केंद्र का निर्णय : जयराम
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने का केंद्र का निर्णय चुनावों का ध्रुवीकरण करने के लिए बनाया गया है। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने में मोदी सरकार को चार साल और तीन महीने लग गए। प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि उनकी सरकार बिल्कुल प्रोफेशनल ढंग से और समयबद्ध तरीक़े से काम करती है। सीएए के नियमों को अधिसूचित करने में लिया गया इतना समय प्रधानमंत्री के सफ़ेद झूठ की एक और झलक है। रमेश ने कहा कि नियमों की अधिसूचना के लिए नौ बार एक्सटेंशन मांगने के बाद घोषणा करने के लिए जानबूझकर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले का समय चुना गया है। ऐसा स्पष्ट रूप से चुनाव को ध्रुवीकृत करने के लिए किया गया है, विशेष रूप से असम और बंगाल में। यह इलेक्टोरल बांड घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार और सख़्ती के बाद हेडलाइन को मैनेज करने का प्रयास भी प्रतीत होता है।