निकाय चुनाव में आरक्षण में नियमों को रखा गया ताक पर : मायावती
- बोलीं-चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि सरकारी जोड़-तोड़ के कारण नगर निकाय चुनाव में एससी-एसटी, ओबीसी और महिलाओं के लिए जो आरक्षण की व्यवस्था की गई है, उसमें कई नियमों को ताक पर रखा गया है। काफी सस्पेंस और लंबे इंतजार के बाद नगर निकाय चुनाव की घोषणा स्वागतयोग्य है, पर चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए। क्हीं होनी चाहिए।
नगर निगम में चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से कराए जाने चाहिए। उन्होने यह भी कहा कि बसपा मजबूती से यह चुनाव लड़ेगी। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के लोग भी सपा की तरह ही इस चुनाव को चुनौतीपूर्ण मानकर जिस प्रकार के हथकंडे अपनाने में लगे हैं, वह अनुचित है। अब भाजपा और आरएसएस का पसमांदा मुस्लिम समाज का नया शिगूफा सामने आया है। सही बात यह है कि मुस्लिम समाज के प्रति भाजपा की घातक नीयत किसी से छिपी नहीं है। कांग्रेस व सपा की पिछली सरकारों और अब भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण पूरा प्रदेश ही पसमांदा बन गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मिथ्या प्रचारों, लुभावने वादों व भडक़ाऊ भाषणों से सभी को सावधान रहना होगा। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नगर निकाय चुनावों की घोषणा का स्वागत करती है। हमारी सरकार और संबंधित अधिकारियों से अपील है कि वह चुनाव ईवीएम से न कराकर बैलट पेपर से कराएं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता या उसके परिवार के किसी भी सदस्य को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी का नाम आने पर अब स्थिति बदल गई है। शाइस्ता को पार्टी में रखा जाएगा या नहीं, इसका फैसला उसके पुलिस गिरफ्त में आने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर लिया जाएगा।