कांग्रेस, बीजेपी और सपा के बयानों के बीच मायावती बोलीं- आरोप-प्रत्यारोप से ज्यादा जरूरी…
मायावती का बयान साफ इशारा करता है कि अब समय आ गया है जब सिर्फ निंदा या आश्वासन से काम नहीं चलेगा, बल्कि केंद्र सरकार को ऐसे कठोर कदम उठाने होंगे जो जमीन पर असर दिखाएं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने गहरी चिंता जताई है. उन्होंने इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किया गया ‘पर्यटकों का नरसंहार’ बताया और कहा कि इससे पूरा देश हिल गया है.
मायावती ने कहा कि जिस समय देशभर के लोग गर्मी की छुट्टियों में परिवारों के साथ घूमने कश्मीर जैसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों की ओर रुख करते हैं, उसी दौरान आतंकियों द्वारा इस तरह की घातक वारदात को अंजाम दिया जाना चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन में भी ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम न होना बेहद लापरवाही है. उन्होंने साफ कहा कि इस घटना से लोगों में गुस्सा और आक्रोश स्वाभाविक है और इसकी पूरी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. मायावती ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह केवल बयानबाज़ी या राजनीति करने की बजाय ऐसे सख्त और भरोसेमंद कदम उठाए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाएं कभी दोहराई न जा सकें.
यह हमला सांप्रदायिक भावना से प्रेरित!
उन्होंने कहा, “देश की सुरक्षा से जुड़ी ऐसी घटनाओं पर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप से ज्यादा जरूरी यह है कि आम जनता का भरोसा दोबारा कायम हो. इसके लिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वह बिना देरी किए हर जरूरी कदम उठाए.” गौरतलब है कि बीते दिनों कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में आतंकियों ने एक पर्यटक वाहन को निशाना बनाया था, जिसमें कई पर्यटक घायल हो गए और कुछ की जान चली गई. स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार आतंकियों ने पहचान पूछकर हमला किया, जिससे यह हमला सांप्रदायिक भावना से प्रेरित माना जा रहा है. यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जब सरकार जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और सामान्य जीवन को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रही है. पिछले कुछ वर्षों में राज्य में पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है, लेकिन इस तरह के हमले सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर देते हैं.



