मास्क और लंबी दाढ़ी वाले आतंकियों ने किया हमला, महाराष्ट्र के 6 पर्यटक मारे गए
अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए सभी सुरागों पर काम किया जा रहा है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई। इस दर्दनाक हमले में महाराष्ट्र से आए छह पर्यटकों की भी बेरहमी से हत्या कर दी गई। गुरुवार को मारे गए पर्यटकों के परिजनों ने मीडिया से बात करते हुए आंखों देखा हाल साझा किया।
हमले में जान गंवाने वाले एक पर्यटक के बेटे ने बताया, “आतंकियों के चेहरे मास्क से ढंके हुए थे और उनकी लंबी दाढ़ी थी। उन्होंने बिना किसी चेतावनी के हमला कर दिया। हम कुछ समझ पाते, इससे पहले ही गोलियों की बौछार शुरू हो गई।” प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आतंकियों ने अचानक बस और आसपास खड़े लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में जारी है। हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए सभी सुरागों पर काम किया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने घटना की कड़ी निंदा की है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने एक विशेष विमान से मृतकों के पार्थिव शरीर महाराष्ट्र लाने का निर्देश भी दिया है। यह आतंकी हमला एक बार फिर कश्मीर घाटी में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए महाराष्ट्र के हेमंत जोशी, संजय लेले और अतुल मोने के बच्चों ने टैरर अटैक की आपबीती सुनाई. संजय लेले के बेटे हर्षल लेले ने बताया, “आतंकियों ने फायरिंग की, जिसमें गोली मेरे हाथ छूकर मेरे पिता के सिर पर लगी. हमको वहां लोगो ने कहा कि पहले अपनी जान बचाए इनको आर्मी बचा लेगी. 2 से 2:30 बजे फायरिंग हुई. हमें पहाड़ से नीचे आने में चार घंटे लग गए.
‘सिर पर लगा था कैमरा’
हर्षल लेले ने आगे बताया, “आतंकवादी बिना कुछ बात किए बार बार एक ही बात बोल रहे थे कि हिंदू कौन है मुस्लिम कौन है और सीधा गोली चला रहे थे. सभी आतंकियों के सिर पर गो प्रो कैमरा लगा था.” इसके अलावा संजय जोशी के बेटे ध्रुव जोशी ने बताया, “चेहरे पर मास्क था लंबी दाढ़ी थी, फिल्मों में देखते है आतंकवादी वैसा ही हुलिया था. स्थानीय लोगों ने हमारी मदद की. हमें खच्चर और घोड़े वाले नीचे लेकर गए. उन्होंने हमको बाहर तक पहुंचाया.”
महाराष्ट्र के 65 पर्यटक पहुंचे मुंबई
वहीं जम्मू कश्मीर में फंसे महाराष्ट्र के 65 पर्यटकों का पहला ग्रुप गुरुवार (24 अप्रैल) को तड़के मुंबई पहुंचा. राज्य के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि अन्य पर्यटकों की भी शीघ्र सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमले में महाराष्ट्र के छह लोगों सहित 26 लोगों के मारे जाने के बाद जम्मू कश्मीर में फंसे राज्य के पर्यटकों को वापस लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य से शिंदे बुधवार शाम श्रीनगर पहुंचे थे.