मायावती को भेजा था गठबंधन का न्योता पर नहीं दिया जवाब: राहुल

सीएम पद का भी दिया था ऑफर, ईडी-सीबीआई के डर से नहीं लड़ीं बसपा प्रमुख

  • चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस नेता ने किया बड़ा खुलासा

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। यूपी विधान सभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस, बसपा के साथ गठबंधन करना चाहती थी। मायावती को सीएम पद का ऑफर भी दिया गया था लेकिन उन्होंने जवाब तक नहीं दिया।
दिल्ली के जवाहर भवन में द दलित ट्रूथ नामक पुस्तक के विमोचन मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं है। हमारी तरफ से उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था। हमने ये भी कहा था कि वे मुख्यमंत्री बन सकती हैं लेकिन उन्होंने हमारे प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया। राहुल ने दावा किया कि मायावती ईडी, सीबीआई के डर से अब लडऩा नहीं चाहती हैं। उन्होंने भाजपा को खुला मैदान दे दिया। कांशीराम थे जिन्होंने दलितों की आवाज उठाई। मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं, भले ही उन्होंने कांग्रेस को उस वक्त नुकसान पहुंचाया लेकिन उन्होंने दलितों की आवाज उठाई। आज उन्हीं के खून पसीने से बनाई पार्टी की मायावती कहती हैं कि मैं चुनाव ही नहीं लड़ूंगी क्यों…क्योंकि इस बार उनके पीछे ईडी, सीबीआई और पेगासस सब थे। राहुल गांधी का चुनावी नतीजों के बाद आया ये बयान काफी मायने रखता है। सवाल ये भी है कि अगर चुनाव से पहले बसपा का कांग्रेस के गठबंधन होता तो क्या जमीन पर स्थिति बदलती, क्या दोनों पार्टियों का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर हो पाता? अब राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज कर दी है।

पिछले चुनाव की तुलना में दस फीसदी कम मिले वोट

यूपी विधान सभा चुनाव 2022 में बसपा को पिछले चुनाव से 10 फीसदी कम वोट मिले। बसपा का वोट शेयर महज 12 फीसदी रह गया था जो 2017 में 22 फीसदी था। इस सबके ऊपर मायावती का कोर वोटर जाटव भी भाजपा के साथ चला गया था। ऐसे में न मुस्लिमों का वोट मिला, न ब्राह्मïण साथ आए और न ही जाटव का समर्थन मिला।

अपने दम पर लड़ी थी बसपा-कांग्रेस

उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में कांग्रेस और बसपा अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ी थीं। दोनों ही पार्टियों को इस चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। एक तरफ अगर कांग्रेस दो सीट जीत पाई है तो मायावती की बसपा ने तो अपना सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए सिर्फ एक सीट जीती। चुनावी नतीजों के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने जरूर मुसलमानों का जिक्र किया, ये भी कह दिया था कि उनका वोट एकतरफा सपा को चला गया लेकिन तब मायावती ने इस प्रस्ताव के बारे में कोई बात नहीं की थी।

जनता को ईंधन से निर्धन बना रही भाजपाई महंगाई: अखिलेश

  • तेल के दामों पर जब सरकारी नियंत्रण नहीं तो भंग कर दें मंत्रालय
  • पीएम मोदी पर भी कसा तंज, पूछा, नसीबवाली उपलब्धि की होर्डिंग कब लगा रही भाजपा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर सपा प्रमुख और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आज भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपाई महंगाई जनता को निरंतर ईंधन से निर्धन कर रही है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ईंधन के बेतहाशा बढ़ते दामों पर जब न कोई सरकारी नियंत्रण, न शासन, न प्रशासन, न प्रबंधन, न ही नियमन है और अगर सब कुछ बाजार के हवाले ही है तो फिर पेट्रोल, डीजल, गैस का मंत्रालय किसलिए। इस मंत्रालय को तत्काल भंग कर देना चाहिए। भाजपाई-महंगाई जनता को निरंतर ईंधन से निर्धन कर रही है। इसके पहले उन्होंने पीएम मोदी के एक बयान को लेकर तंज भी कसा था। उन्होंने ट्वीट किया था, भाजपाई महंगाई ने बनाया कीर्तिमान। एलपीजी दुनिया भर में सबसे महंगी व पेट्रोल ने तीसरे सबसे महंगे बिकने का रिकॉर्ड बनाया। भाजपा इस नसीबवाली उपलब्धि के होर्डिंग कब लगा रही है? दरअसल, एक बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई थी, जिसके बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें सस्ती हो गई थीं। इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्ष कह रहा है कि मोदी नसीब वाला है। यदि मोदी के नसीब से देश की जनता की जेब में कुछ रुपये बचते हैं तो इससे अच्छा क्या होगा।

एमएलसी चुनाव: मतदान के बाद बोले सीएम योगी भाजपा को मिलेगा प्रचंड बहुमत

  • कल्याणकारी योजनाओं को तेजी से लागू करने में सक्षम होगी सरकार
  • 27 सीटों पर वोटिंग, १२ अपै्रल को मतगणना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गोरखपुर। विधान परिषद सदस्यों के चुनाव के लिए आज मतदान हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गोरखपुर में मतदान किया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि चार दशक बाद ऐसा पहली बार होगा जब किसी सत्ताधारी दल का विधान परिषद में भी प्रचंड बहुमत होगा। सरकार विकास एवं लोककल्याण की योजनाओं को और तेजी से लागू करने में सक्षम हो सकेगी।
मुख्यमंत्री आज सुबह गोरखपुर-महराजगंज स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी पद के चुनाव में मतदान करने के लिए नगर निगम स्थित बूथ पर पहुंचे। मतदान करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने 36 सीटों पर चुनाव की अधिसूचना जारी की थी। नौ सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध जीत दर्ज कर चुके हैं। 27 सीटों पर वोट डाले गए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार अधिकतर सीटों पर भाजपा प्रत्याशी जीतेंगे। मतगणना 12 अप्रैल को होगी।

नौ सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का निर्विरोध जीतना तय

नौ सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों का निर्विरोध चुना जाना तय है। जिसमें श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत मिर्जापुर-सोनभद्र, ओम प्रकाश सिंह मथुरा-एटा-मैनपुरी, आशीष यादव मथुरा-एटा-मैनपुरी, वागीश पाठक बदायूं, अशोक अग्रवाल हरदोई, अनूप गुप्ता लखीमपुर खीरी, जितेंद्र सिंह सेंगर बांदा-हमीरपुर, ऋषिपाल सिंह अलीगढ़, नरेन्द्र भाटी बुलंदशहर शामिल हैं।

रामगोपाल ने उठाए सवाल कहा, निष्पक्ष चुनाव हुए तो सभी सीटें जीतेगी सपा

सैफई में सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने मतदान किया। मतदान के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए तो समाजवादी पार्टी सभी सीटें जीतेगी।

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