हार के डर से कांपने लगे मोदी-शाह? वोटिंग से पहले अधिकारियों ने किया खेल!

क्या मोदी शाह को सताने लगा है हार का डर? क्या मुख्यमंत्री आवास से अधिकारियों को दिए जा रहे हैं निर्देश? क्या अमित शाह खुद अधिकारियों को फोन पर दे रहे हैं धमकी? क्या EVM स्ट्रॉंग रूम के कैमरों को बंद करके की जा रही है कोई गड़बड़ी?

4पीएम न्यूज नेटवर्क: क्या मोदी शाह को सताने लगा है हार का डर? क्या मुख्यमंत्री आवास से अधिकारियों को दिए जा रहे हैं निर्देश? क्या अमित शाह खुद अधिकारियों को फोन पर दे रहे हैं धमकी? क्या EVM स्ट्रॉंग रूम के कैमरों को बंद करके की जा रही है कोई गड़बड़ी?

बिहार चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग अभी शुरू भी नहीं हुई है लेकिन मोदी शाह को उससे पहले ही हार का डर सताने लगा है‍। क्योंकि सीटों की जो ग्राउंड रिपोर्ट मोदी शाह के पास पहुंची उसने उन्हें हिला कर रख दिया है। जिसके बाद अमित शाह एक्टिव हो गए हैं। वो महा भ्रष्ट अधिकारियों को खुद फोन पर धमकी दे रहे हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास से भी अधिकारियों को ऐसे निर्देश दिए जा रहे हैं जिससे विपक्ष को हराया जा सके।

और ये बातें हम अपने मन से नहीं कह रहे हैं बल्कि इसको लेकर खुद तेजस्वी यादव ने पूरे सबूतों के साथ एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने साफ बताया है कि कैसे अमित शाह अधिकारियों से गुपचुप मिलकर उन्हें ईडी का डर दिखाकर चुनाव में धांधली करने की प्लानिंग कर रहे हैं। तो तेजस्वी ने उस वीडियो में और क्या कुछ आरोप लगाए हैं वो सब बताएंगे आपको, साथ ही आपको वो वीडियो भी दिखाएंगे जहां घंटो तक EVM स्ट्रॉंग रूम के कैमरों को बंद कर दिया गया और अवैध वाहनों के आवाजाही के आरोप लगे।

जब पहले चरण की वोटिंग की रिपोर्ट सामने आई थी तभी से मोदी शाह की कुर्सी हिलने लगी थी। आप देखिए उसके बाद से इनके बयानों में कितनी बड़ी गिरावट आई। पहले जहां मोदी बिहार के विकास बाते कर रहे थे वो धीरे धीरे कट्टा छर्रा दुनाली करके जनता को आरजेडी से डराने में लगे रहे। अब जहां चुनाव प्रचार में मोदी पब्लिक को जंगलराज का डर दिखा रहे थे, तो वहीं अब पता चला है कि चुनाव प्रचार थमने के बाद गृहमंत्री अमित शाह पर्दे के पीछे अधिकारियों से मिल रहे हैं और फोन पर उन्हें डराने धमका रहे हैं। विडियो जारी करते हुए तेजस्वी यादव ने जनता को सचेत करते हुए बताया है कि सीएम आवास से भी अधिकारियों को मैसेज और फोन जा रहे हैं और अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि कैसे भी करके महागठबंधन समर्थित मजबूत बूथों को डिस्टर्ब करो ताकि उनके वोट ही न पड़ पाए।

तो आपने सुना कि कैसे अगर भाजपा के लिए घी सीधी उंगली से नहीं निकलता तो वो अपनी उंगली टेढ़ी करती है। अब देखिए ये सब तैयारी तो अमित शाह दूसरे चरण के लिए कर रहे हैं लेकिन अब हम आपको दिखाते हैं कि कैसे पहले चरण की वोटिंग जो हुई है उसके साथ किस प्रकार से छेड़छाड़ की जा रही है। अब देखिए वोटिंग के बाद सभी ईवीएम मशीनों को एक रूम में कैद करके रख दिया जाता जिससे कोई गड़बड़ी न हो और उनमें सीसीटीवी लगा दिया जाता जिससे उनकी निगरानी की सके। लेकिन आप छपरा जिला के परसा एवं गढ़खा विधानसभा क्षेत्र के EVM स्ट्रॉंग रूम का हाल देखिए। यहां घंटो तक EVM स्ट्रॉंग रूम का कैमरा घंटों तक बंद रहता है जिससे संकेत मिलता है कि प्रशासन की तरफ से धांधली की हरसंभव कोशिश हो रही है।

अब देखिए सिर्फ EVM स्ट्रॉंग रूम के कैमरों को बंद करने के आरोप नहीं लग रहे हैं, बल्कि उन होटलों के कैमरों पर भी टेप लगाने के आरोप लगे हैं जहां अमित शाह अधिकारियों से सीक्रेट मीटिंग कर रहे है। जी हां कांग्रेस प्रवक्ता ने इसका खुलासा करते हुए क्या कुछ आरोप लगाए हैं सुनिए।

इन आरोपों से ये साफ हो गया है कि बिहार पर कब्जा करने के लिए गुजराती जोड़ी साम दाम देंड भेद सब कुछ अपना रही है। वो ये चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। जिससे बिहार चुनाव सिर्फ वोटों की लड़ाई नहीं, बल्कि भरोसे की लड़ाई बन चुका है। अब एक तरफ विपक्ष खुलकर आरोपों और सबूतों के साथ सामने आ रहा है, तो दूसरी तरफ सत्ता पक्ष पर पर्दे के पीछे से प्रशासन और अधिकारियों पर दबाव डालने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। बिहार की जनता इन सब बातों को अच्छे से समझ रही है और इनकी वोट चोरी और लोकतंत्र की डकैती रोकने के लिए तैयार है।

Related Articles

Back to top button