विपक्ष पर मोदी का तीखा हमला, ईस्ट इंडिया और इंडियन मुजहिद्दीन से की तुलना
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर विपक्षी गठबंधन पर तीखा प्रहार किया है। भारतीय जनता पार्टी की संसदीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि, विपक्ष ने हमेशा विपक्ष में रहने का ही मन बना लिया है। दरअसल उन्होंने ये हमला संसद सत्र के दौरान मणिपुर हिंसा मामले पर विपक्ष की ओर से किए जा रहे लगातार हंगामे के चलते किया। पीएम मोदी ने कहा विपक्षी अलायंस की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से भी की। जिसका मकसद था फूट डालो और शासन करो।
पीएम मोदी ने कहा कि, विपक्ष दलों को ये पता ही नहीं है उन्हें क्या चाहिए। कभी चर्चा के लिए कहते हैं, चर्चा के लिए हामी भरो तो दूसरे मुद्दों पर आ जाते हैं। विपक्ष का सिर्फ एक ही मकसद है कि संसद का सत्र किसी भी तरह बाधित हो। कोई भी प्रोग्रेसिव काम ना हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में एक के बाद एक विपक्षी दलों पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि, विपक्षी पूरी तरह बिखरा हुआ है। हर दल की अपनी समस्या और मुद्दे हैं। यही नहीं एक चेहरा भी उनके पास नहीं है और ना ही कोई ठोस नेतृत्व यही वजह है कि विपक्ष बिखरा होने के साथ-साथ हताश भी है। विपक्ष का ये रवैया ही बताता है कि वे लंबे समय तक सत्ता में आने की इच्छा ही नहीं रखते हैं। उन्हें विपक्ष में ही रहना है।
पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन के नाम को लेकर भी घेरा। उन्होंने कहा कि गठबंधन का नाम रख लेने से कुछ नहीं होता। ये नाम तो ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी रखा था और इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम में भी इंडिया ही समाहित है, लेकिन इन्होंने भारत में और भारत के लिए क्या किया ये किसी से छिपा नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान 15 अगस्त का एजेंडा भी साफ किया। उन्होंने आजादी के जश्न के दौरान हर घर तिरंगा फहराने की अभियान को लेकर जानकारी भी दी। बैठक में पीएम मोदी के अलावा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।