मां ने अपनी ही 3 साल की बेटी को गला घोंटकर मार डाला, चौंका देगी वजह
महिलाओं और लड़कियों के साथ आए-दिन रेप की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इस बीच कर्नाटक के बेंगलुरु से दिल-दहला देने वाला मामला सामने आया है।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: महिलाओं और लड़कियों के साथ आए-दिन रेप की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इस बीच कर्नाटक के बेंगलुरु से दिल-दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मां ने अपने ही बच्चे की हत्या कर दी है। एक मां अपने ही बच्चे के लिए काल बन जाए, ऐसा सुनकर भी यकीन नहीं होता। जहां एक मां ने अपनी ही साढ़े तीन साल की बच्ची की गला घोंटकर हत्या कर दी। मां ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था, जिनमें से एक को मौत के घाट उतार दिया। आपको बता दें कि बच्ची की हत्या के बाद आरोपी महिला ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
जानिए क्या है पूरा मामला?
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि वो काफी चिंतित थी कि उसकी पुत्री इस हालत में आगे कैसे जीवन यापन करेगी और इसलिए उसने अपनी बेटी की हत्या करने का निर्णय लिया। उसने यह भी दावा किया कि वह पिछले कुछ महीनों से अवसाद में थी और हताशा के कारण उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी। इसके साथ ही बच्ची की हत्या के पीछे एक चौकानें वाला खुलासा भी सामने आया है। महिला का पति विदेश में काम करता है बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
दरअसल, मृत बच्ची स्मृतिलोप (ऑटिस्टिक) से पीड़ित थी। उसकी जुड़वां बहन में भी ये रेयर बीमारी है, लेकिन उसमें बहुत ही कम लक्षण हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 35 वर्षीय महिला ने स्मृतिलोप से अत्यधिक पीड़ित बच्ची को सिर्फ इसलिए मार दिया।
क्या होती है ऑटिस्टिक?
- ऑटिस्टिक को ऑटिज्म या ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) भी कहा जाता है।
- ऑटिज्म से पीड़ित लोगों को संवाद करने में परेशानी होती है।
- इससे उन्हें शब्दों या हाव-भाव, चेहरे के भाव और स्पर्श के ज़रिए खुद को जाहिर करने में कठिनाई होती है।
- ये एक रेयर मेडिकल कंडिशन है, जिससे पीड़ित मरीजों को बात करने और व्यवहार संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- यह आमतौर पर 2 या 3 साल की उम्र में दिखाई देता है और हर मरीज में इसका असर कम-ज्यादा देखने को मिल सकता है।