नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस जीती तो पाकिस्तान में होगा जश्न, कमलनाथ ने किया पलटवार

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और भाजपा उम्मीदवार नरोत्तम मिश्रा ने राज्य विधानसभा चुनाव के बीच शुक्रवार को कहा कि कमल का बटन दबाने से ‘भारत में खुशी आएगी’, हालांकि, अगर भाजपा के अलावा कोई भी राजनीतिक दल मौजूदा चुनाव जीतता है तो ‘पाकिस्तान में जश्न’ मनाया जाएगा। उन्होंने यह टिप्पणी दतिया विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट डालने के बाद दी। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कमल का बटन दबाने को सेना के लिए सीमा सुरक्षा मजबूत करने के संकेत के तौर पर देखा जाता है। पीएम मोदी की जीत की संभावना ने पाकिस्तान को निराश कर दिया है। कमल बटन को आतंकवादियों के लिए एक निवारक के रूप में देखा जाता है, जिससे उनमें डर पैदा होता है।
कांग्रेस ने मंत्री की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि उनके दावे में कोई तथ्य या सच्चाई नहीं है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के प्रमुख और पार्टी के उम्मीदवार कमलनाथ ने कहा, पहले नरोत्तम मिश्रा को खुद जीतने दें और फिर पाकिस्तान के बारे में बात करें। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी इस तरह की टिप्पणी इसलिए कर रही है क्योंकि उसके पास कुछ नहीं बचा है। उन्होंने कहा, ”वे हताशा में ऐसी बातें कह रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के मतदाताओं में बहुत उत्साह है…इनके(भाजपा) पास कुछ बोलने के लिए नहीं है इसीलिए ये हिंदुत्व का मुद्दा बनाते हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने शुक्रवार को राज्य में सुबह मतदान शुरू होने के बाद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान किया। चौहान ने अपनी पत्नी साधना सिंह और अपने दो बेटों के साथ सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट के गांव जैत में वोट डाला, जहां से वह भाजपा के उम्मीदवार हैं। मतदान केंद्र पर जाने से पहले चौहान ने गांव के एक मंदिर में पूजा-अर्चना की। कमलनाथ, उनके बेटे और लोकसभा सांसद नकुल नाथ और बहू ने भी प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा जिले के सौसर विधानसभा क्षेत्र के शिकारपुर में अपना वोट डाला। कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। मतदान की शुरुआत में वोट डालने वालों में प्रमुख लोगों में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन भी शामिल हैं।

Related Articles

Back to top button