एनसीआरबी की रिपोर्ट: बुलडोजर मॉडल का असर, अपराध प्रतिशत में बाकी राज्यों से यूपी पीछे

नई दिल्ली। कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी का बुलडोजर मॉडल बाकी राज्यों में नजीर यूं ही नहीं बन रहा है। यूपी में अपराधियों और माफियाओं पर सख्ती का रिपोर्ट कार्ड अब राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो (एनसीआरबी) के वर्ष 2022 के आंकड़ों में भी नजर आया है। कानून व्यवस्था के मोर्चे पर यूपी सरकार का प्रदर्शन बाकी राज्यों से बेहतर है। देश में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला राज्य होने के चलते अपराध प्रतिशत के लिहाज से इसे बेहतर तरीके से समझा जा सकता है। एनसीआरबी के वर्ष 2022 आंकड़ों में खुलासा हुआ है कि पूरे देश का अपराध प्रतिशत 258.1 के मुकाबले यूपी का अपराध प्रतिशत 171.6 है। आईपीसी के कुल अपराधों में अन्य राज्यों के सापेक्ष देश भर में यूपी का स्थान 20वां है।
वर्ष 2022 में देश में आईपीसी के कुल 35,61,379 अपराध पंजीकृत हुए। जिनमें 401787 अपराध यूपी में घटित हुए। यह देश के कुल अपराधों का 11.28 प्रतिशत है। आधी आबादी के खिलाफ अपराधों में सजा का प्रतिशत 70.8 है। एनसीआरबी के आंकड़ों में जनसंख्या के लिहाज से भले यूपी में रोजाना 180 महिलाओं के खिलाफ अपराध घटित होना बताया गया है। लेकिन अपराध प्रतिशत के आधार पर यूपी का स्थान इस मामले में भी 14 वां है। बीते वर्ष यूपी में एक भी दंगा न होना भी योगी सरकार के लिए राहत लेकर आया है।
बीते वर्ष ऑनर किलिंग को लेकर हत्या का कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में बीते सालों के मुकाबले एनसीआरबी के आकंड़ों में एक तरफ जहां वृद्धि दिख रही है।
वहीं हत्या के मामलों में कमी दर्ज की गयी है। हालांकि अपराध प्रतिशत के लिहाज से महिलाओं और बच्चों के मामलों में भी यूपी बाकी राज्यों से काफी बेहतर नजर आ रहा है।

अन्य राज्यों की तुलना में अपराध प्रतिशत
हत्या – 28
डकैती – 31
फिरौती हेतु अपहरण – 30
शीलभंग – 17
बच्चों के विरुद्ध अपराध – 29
हत्या का प्रयास – 25
बलात्कार – 24
पाक्सो अधिनियम – 25
महिलाओं के विरुद्ध अपराध – 14
स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक आबादी के हिसाब से तुलना करने पर अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी में अपराध प्रतिशत कम है। वहीं अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी बीते कई सालों से पहले स्थान पर है।

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