बिहार में अब विकास की नई राजनीति होगी: तेजस्वी

बोले राजद नेता- जाति धर्म पर सियासत छोड़ो

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में विपक्ष के नेता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वह नई राजनीति के लिए यहाँ आए हैं। उन्होंने जाति और धर्म से ऊपर उठकर विकास की राजनीति करने का आह्वान दोहराया। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अपनी रैलियों की तस्वीरें साझा करते हुए, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता ने कहा कि वह विकास, सुधार, समृद्धि और उद्योग की राजनीति के लिए यहाँ आए हैं।
यादव ने कहा कि मैं नई राजनीति करने आया हूँ। जहाँ जाति और धर्म की बात न हो, बल्कि हर क्षेत्र में विकास, सुधार, समृद्धि और उद्योग की बात हो। बिहार में प्रति व्यक्ति आय और प्रति व्यक्ति निवेश बढ़ाने पर चर्चा हो। जहाँ सकारात्मकता, रचनात्मकता, प्रगतिशीलता और गुणात्मक परिवर्तन राजनीति का आधार बनें। आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले राज्यव्यापी अभियान शुरू करने वाले राजद नेता ने खगडय़िा ज़िले की एक रैली सहित अपनी हालिया रैलियों के वीडियो पोस्ट किए। उन्होंने दावा किया कि बिहार की मौजूदा राजनीतिक लड़ाई युवाओं और किसानों के भविष्य की लड़ाई है।

‘किसान, मज़दूर व युवाओं के भविष्य की लड़ाई’

उन्होंने लिखा कि यह किसान के पसीने, मज़दूर की मेहनत और बेरोजग़ार युवाओं के भविष्य की लड़ाई है और यह करो या मरो की लड़ाई है, और मैं तब तक चैन से नहीं बैठूँगा जब तक बिहार को जीत नहीं दिला देता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बिहार के युवाओं की आकांक्षाओं से कटे हुए हैं और सेवानिवृत्त अधिकारियों और थके हुए नेताओं से घिरे हुए हैं।

बिहार के युवा बदलाव चाहते हंै

बहार के युवा बदलाव, अधिकार और आर्थिक क्रांति के लिए एकजुट हुए हैं। एक मुख्यमंत्री जो युवाओं के सपनों, उम्मीदों और आशाओं से वाकिफ नहीं है, वह उनके लिए फायदेमंद नीतियां नहीं बना सकता। ऐसा मुख्यमंत्री जो सेवानिवृत्त अधिकारियों और थके हुए नेताओं से घिरा हो, वह छात्रों और युवाओं की आकांक्षाओं को कभी नहीं समझ सकता। कांग्रेस और राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन इस साल के अंत में होने वाले आगामी राज्य चुनावों में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) जेडी(यू) शामिल हैं, को चुनौती देने के लिए कमर कस रहा है।

गृह मंत्री अमित शाह घुसपैठ के जिम्मेदार हैं : मनोज झा

राजद के राज्यसभा सांसद प्रो. मनोज झा ने कहा कि छात्र केवल वोटर नहीं, बल्कि देश की राजनीति की दिशा तय करने वाला भी होता है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे सोशल मीडिया और रील्स छोडक़र प्रतिदिन कम से कम दो किताबें पढ़ें। प्रो. झा ने कहा कि स्कूल और कॉलेज राजनीति की प्रयोगशाला हैं। अगर छात्र राजनीति को हटा दिया गया, तो देश की राजनीति सूख जाएगी। लेकिन मौजूदा सरकार को सवाल पूछने वाला छात्र नहीं चाहिए। जो छात्र सवाल नहीं करता, वह असली छात्र ही नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से अब तक देश के विश्वविद्यालयों में आग लगाई जा रही है। बीजेपी की राजनीति पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजा तेरे सुबह की जय, राजा तेरे शाम की जय की रवायत खत्म करने के लिए छात्रों को आगे आना होगा। असम बीजेपी के ट्वीट का जिक्र करते हुए प्रो. झा ने कहा कि यह देश को फिर से लहूलुहान करने की साजिश है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को घुसपैठ का जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफे की मांग की।

लोकतंत्र बचाने को एकजुट हों: प्रियंका

कांग्रेस पार्टी ने वोट चोरी हस्ताक्षर अभियान का किया आह्वान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को देश भर के नागरिकों से पार्टी के वोट चोरी हस्ताक्षर अभियान में शामिल होने का आग्रह किया, जिसका उद्देश्य एक व्यक्ति, एक वोट के लोकतांत्रिक सिद्धांत की रक्षा करना है। कांग्रेस नेता ने प्रत्येक व्यक्ति के मतदान के अधिकार की रक्षा और भारतीय लोकतंत्र की नींव रखने वाले संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, वायनाड से सांसद ने कहा कि प्रत्येक हस्ताक्षर उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि प्रत्येक वोट। हमारे साथ जुड़ें और एक व्यक्ति, एक वोट’ के हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांत की रक्षा के लिए अपना समर्थन दिखाएं। हम प्रत्येक व्यक्ति के मतदान के अधिकार और हमारे प्रिय संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं, जो हमें एक जीवंत लोकतंत्र बनाते हैं। उन्होंने एक वीडियो संदेश भी पोस्ट किया जिसमें जनता से इस अभियान का समर्थन करने की अपील की गई। उन्होंने कहा, मैं आप सभी से हमारे वोट चोरी हस्ताक्षर अभियान में शामिल होने का आग्रह करती हूँ। जिस तरह हर वोट मायने रखता है, हर हस्ताक्षर मायने रखता है, उसी तरह लोकतंत्र के लिए, उन संवैधानिक मूल्यों के लिए, जिनके लिए हम लड़ रहे हैं, हमारे संविधान के लिए आपकी हर आवाज़ मायने रखती है। यह अपील कांग्रेस सांसद द्वारा भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि आयोग चुनावी प्रक्रिया को नष्ट करने और भारतीय लोकतंत्र को कमज़ोर करने के लिए सांठगांठ कर रहा है। उनका यह बयान कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नए आरोपों के बाद आया है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि विपक्षी दलों को वोट देने वाले मतदाताओं को हटाने का एक व्यवस्थित प्रयास चल रहा है।

मतपत्र से कराया जाए चुनाव: दिग्विजय

ईवीएम पर कांग्रेस का हल्लाबोल, बोले पूर्व सीएम- हैकर्स का भी खतरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी के नए वोट चोरी के आरोपों के बाद, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में धांधली का आरोप लगाया और मतपत्रों को वापस लाने की मांग की। ङ्ग पर एक मीडिया रिपोर्ट साझा करते हुए, जिसमें दुनिया भर में चुनावों में हेरफेर करने के लिए इजऱाइली सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके एक दुष्प्रचार अभियान चलाने का दावा किया गया था, कांग्रेस नेता ने भारत में मतदान की निष्पक्षता पर संदेह जताया।
कांग्रेस ने लिखा कि क्या हम आज के उन्नत तकनीक के युग में देश के चुनावों को हैकर्स के हवाले कर सकते हैं? जऱा सोचिए। क्या हमें भारत के चुनाव मतपत्रों, यानी वोटिंग पेपर का उपयोग करके नहीं कराने चाहिए? सिंह ने मांग की कि वोटर वेरिफ़िएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्चियों को मतदाताओं को सौंप दिया जाए। एक्स पोस्ट में लिखा था कि या क्या हमें ईवीएम की वीवीपीएटी पर्चियाँ अपने हाथों में नहीं देनी चाहिए? क्या यह से मांग है? क्या यह मांग जायज़ नहीं है? जऱा सोचिए। जय सिया राम। जय बापू, जय भीम, जय संविधान।

राहुल गांधी केसमर्थन में आए कांग्रेस नेता

दिग्विजय सिंह की यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा कर्नाटक के अलंद में 6000 से ज़्यादा वोटों को मिटाने की कोशिश के आरोपों के बीच आई है। राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्र ेंस के दौरान कहा कि कर्नाटक के अलंद में 6018 वोटों को किसी ने मिटाने की कोशिश की। हमें नहीं पता कि 2023 के चुनावों में कुल कितने वोट मिटाए गए, लेकिन कोई पकड़ा गया। ज़्यादातर अपराधों में यह संयोग से पकड़ा गया। हुआ यूँ कि बूथ लेवल अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का वोट मिटा दिया गया है। जब उसने जाँच की, तो उसने पाया कि उसके पड़ोसी ने वोट मिटा दिया था।

राहुल ने गिराई नेता पद की गरिमा : रविशंकर प्रसाद

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा वार किया है। रविशंकर प्रसाद ने सवाल करते हुए कहा कि राहुल गांधी को क्या हो गया है? वह कितने झूठ बोलेंगे? वह तथ्यों को कितना तोड़-मरोड़ कर पेश करेंगे? मैं इससे भी कठोर शब्दों का इस्तेमाल कर सकता हूँ। लेकिन राहुल गांधी, यह मेरी संस्कृति नहीं है, न ही यह मेरी पार्टी की संस्कृति है। लेकिन आप देश के लोकतंत्र के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। 2023 से कर्नाटक में किसकी सरकार है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में है, और सीआईडी ??उनके भीतर है। इसलिए, वे न तो अपना होमवर्क करते हैं और न ही कुछ समझते हैं… वह झूठे आरोप लगा रहे हैं और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और यह राहुल गांधी का स्वभाव बन गया है। राहुल गांधी ने विपक्ष के नेता के पद की गरिमा को गिराया है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मैं अलंद में पार्टी का चुनाव प्रभारी था… हमें लगा था कि हम वो सीट जीत लेंगे क्योंकि कांग्रेस ने वो सीट कभी नहीं जीती थी। अगर वोट चोरी वाकई हुई है, तो कांग्रेस को चुनाव आयोग का शुक्रिया अदा करना चाहिए, क्योंकि आज़ादी के बाद पहली बार कांग्रेस ने वो सीट जीती थी। वोट चोरी किसने की? हमारा उम्मीदवार हार गया।

बानू मुश्ताक ही करेंगी मैसूरु दशहरा उत्सव का उद्घाटन

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने इस वर्ष मैसूरु दशहरा के उद्घाटन के लिए बुकर पुरस्कार विजेता बानू मुश्ताक को आमंत्रित करने के कर्नाटक सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी है। इस मामले में याचिकाकर्ताओं का कहना था कि गैर-हिंदू को परंपरागत पूजा-अर्चना का अधिकार देना अनुचित है। बता दें कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने पहले ही इस मामले को खारिज कर दिया था।
सप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में याचिकाकर्ताओं ने कहा था कि दशहरा 22 सितंबर से शुरू हो रहा है, इसलिए मामले की तुरंत सुनवाई जरूरी है। उनका तर्क है कि एक गैर-हिंदू द्वारा अग्रेश्वरी पूजा करना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। जिसके बाद मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने शुक्रवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने पर सहमति व्यक्त की थी। शुक्रवार को न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और संदीप मेहता की पीठ ने संक्षिप्त सुनवाई के बाद मामले को खारिज कर दिया। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता पीबी सुरेश ने दलील दी कि किसी गैर-हिंदू व्यक्ति को पूजा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इस पर न्यायमूर्ति नाथ ने फैसला सुनाया…खारिज।
इसके बाद सुरेश ने दलील दी कि मंदिर के अंदर पूजा करना धर्मनिरपेक्ष कृत्य नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा, यह पूरी तरह से राजनीतिक है… कोई कारण नहीं कि उन्हें धार्मिक गतिविधि के लिए मंदिर के अंदर लाया जाए। उनकी दलील पर न्यायमूर्ति नाथ ने फिर दोहराया…बर्खास्त। वरिष्ठ वकील ने बिना किसी हिचकिचाहट के आगे आरोप लगाया कि आमंत्रित व्यक्ति ने अतीत में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।
वकील ने आगे कहा कि ऐसे व्यक्ति को आमंत्रित नहीं किया जा सकता। न्यायमूर्ति नाथ ने फिर दोहराया कि मामला खारिज कर दिया गया है। न्यायमूर्ति नाथ ने टिप्पणी करते हुए कहा, हमने तीन बार बर्खास्त कहा है। कितनी बार बर्खास्त करने की जरूरत है?

हाईकोर्ट ने किया था याचिकाओं को खारिज

15 सितंबर को कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस मामले पर दायर चार जनहित याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इनमें से एक याचिका भाजपा के पूर्व सांसद प्रताप सिंघा ने दायर की थी। अदालत ने साफ कहा था कि किसी अलग धर्म के व्यक्ति द्वारा राज्य सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करना संविधान या किसी कानूनी प्रावधान का उल्लंघन नहीं है।तीन सितंबर को मैसूरु जिला प्रशासन ने औपचारिक रूप से मुश्ताक को उद्घाटन का आमंत्रण दिया था। इसके बाद भाजपा और अन्य विरोधी समूहों ने कड़ा एतराज जताया। उनका कहना है कि मुश्ताक ने पहले भी ऐसे बयान दिए हैं जिन्हें हिंदू विरोधी और कन्नड़ विरोधी माना गया है।

जनता बीजेपी से पूरी तरह ऊब चुकी है: सचिन पायलट

वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे से गूंजा छत्तीसगढ़

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ की राजनीति में बेमेतरा गवाह बना कांग्रेस के बड़े शक्ति प्रदर्शन का। कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के तहत हुई विशाल आमसभा में हजारों की भीड़ उमड़ी। मंच पर कांग्रेस के दिग्गज नेता एक साथ नजर आए और भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि बेमेतरा की सभा ने साफ कर दिया है कि जनता अब भाजपा की जनविरोधी नीतियों और झूठे वादों से ऊब चुकी है। उन्होंने कहा कि जनता के विश्वास पर डाका डालने वालों को अब सत्ता से विदा करना तय है। छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस के साथ खड़ी है और भाजपा को कुर्सी छोडऩी ही होगी। उन्होंने यह भी कहा कि वोटर लिस्ट में गड़बडय़िों को उजागर करने में राहुल गांधी की अहम भूमिका रही है। उनका मानना है कि किसी भी नागरिक को उसके मताधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता और कांग्रेस इस लड़ाई को हर स्तर पर लड़ेगी।
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और चुनाव आयोग पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में वोट चोरी लोकतंत्र पर हमला है और कांग्रेस इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मोदी सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत से लोकतांत्रिक मूल्यों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन इस बात का सबूत है कि जनता राहुल गांधी के साथ खड़ी है और हर मतदाता अपने वोट के अधिकार की रक्षा के लिए तैयार है।

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