लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल पर एनआईए ने कसा शिकंजा, पकडऩे की बनाई तगड़ी प्लानिंग! 10 लाख रुपये का इनाम घोषित

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया। उसके खिलाफ 2022 में दर्ज दो एनआईए मामलों में आरोपपत्र दाखिल किया गया है। जो हाल ही में मुंबई में राजनीतिक पार्टी से संबंधित गतिविधियों में उसकी कथित संलिप्तता के लिए संज्ञान में आया था। बाबा सिद्दीकी की हत्या को लॉरेंस बिश्नोई से जोडऩे वाले सबसे मजबूत सुराग में, पुलिस ने खुलासा किया कि एनसीपी राजनेता की हत्या करने वाले तीन संदिग्ध शूटरों ने हत्या से पहले एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के जरिए जेल में बंद गैंगस्टर के कनाडा स्थित चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई से संवाद किया था।
अनमोल इस साल की शुरुआत में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर हुई गोलीबारी के सिलसिले में भी वांछित है। एनआईए का यह कदम संगठित अपराध से निपटने और क्षेत्र में सक्रिय आपराधिक नेटवर्क पर खुफिया जानकारी एकत्र करने की अपनी व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
अधिकारियों ने अनमोल बिश्नोई के ठिकाने के बारे में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति से आगे आने का आग्रह किया है। महत्वपूर्ण संगठित अपराध को खत्म करने और उनकी गतिविधियों की जांच करने में उसकी गिरफ्तारी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एनआईए के प्रयास देश भर में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने पर केंद्रित हैं।
यह घोषणा एनआईए द्वारा कई राज्यों में की गई छापेमारी के लगभग नौ महीने बाद की गई है, जिसमें संगठित अपराध से जुड़े अवैध हथियार, गोला-बारूद और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे। जनवरी में, एनआईए की टीमों ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ में 32 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें दो पिस्तौल, गोला-बारूद और 4.60 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई।
ये मामले प्रतिबंधित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और लॉरेंस बिश्नोई प्रतिबंधित आपराधिक समूहों की गतिविधियों से संबंधित हैं, जिन्होंने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार द्वारा जबरन वसूली और लक्षित हत्याओं सहित आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया। माना जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार सहित उनके सहयोगियों द्वारा निर्देशित सिंडिकेट ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माफिया-शैली के नेटवर्क स्थापित किए हैं।
ये आपराधिक नेटवर्क पंजाबी गायक सिद्धू मूस वाला सहित मशहूर हस्तियों की हत्या, आतंकवाद के वित्तपोषण और हथियारों की तस्करी जैसे गंभीर अपराधों से जुड़े हैं। एनआईए के सक्रिय कदमों से इन नेटवर्कों को तोडऩे और उन पर अंकुश लगाने के उसके दृढ़ संकल्प का पता चलता है, जो संगठित अपराध के सामने कानून के शासन का उल्लंघन करते हैं।

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