बीजेपी की चाल भांफ नहीं पाए नीतीश, 2025 में विदाई तय!  

तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे अब थक चुके हैं और रिटायर्ड अधिकारियों से राज्य चलवा रहे हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारतीय जनता पार्टी बिहार से लेकर दिल्ली तक एक नई मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही है….. या यूं कहें की फंस चुकी है…. आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में धांधली को लेकर हो रहे प्रदर्शन ने राजनीतिक रूप ले लिया है…. और छात्रों के साथ-साथ विपक्ष ने भी नीतीश कुमार और मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…. बता दें कि छात्रों के साथ-साथ विपक्षी राजनीतिक दलों ने भी नीतीश और मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…. इधर नीतीश कुमार और मोदी के आपसी समीकरण किस तरफ बढ़ रहे है….. इसे लेकर भी सियासी हलचल तेज हो रही है….. क्योंकि नीतीश कुमार कल परसों दिल्ली पहुंचे थे….. और कल उनती मुलाकात पीएम मोदी और जेपी नड्डा से होनी वाली थी…. लेकिन नीतीश कुमार बीजेपी के आलाकमान से बिना मिले पटना वापस लौट गए हैं…. आपको बता दें कि पिछले करीब पंद्रह दिनों से बीपीएसी के छात्र पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं….. और आज तक नीतीश कुमार ने छात्रों को लेकर एक भी बार कोई बयान नहीं दिया है…. और नीतीश कुमार की सेना मोदी के इशारे पर उन सभी छात्रों पर लाठिया भांज रही है…. और वाटर कैनन से उनपर पानी की बरसात की जा रही है…. वहीं नीतीश कुमार शायद भूल गए हैं कि बिहार में दो हजार पच्चीस में चुनाव है…. और यही चुनाव नीतीश कुमार का भविष्य तय करेगा…. और लाठी का बदला सभी युवा अपने वोट से लेंगे…. फिर मोदी क्या करेंगे…. और इस तरह से नीतीश के राजनीतिक भविष्य़ का अंत हो जाएगा…. जो पहले से ही बीजेपी आलाकमान चाह रहा है….

दोस्तों बिहार में आंदोलनरत बीपीएसी छात्र मांग कर रहें है कि सिर्फ एक परीक्षा केंद्र पर दोबारा परीक्षा न कराकर सभी नौ सौ बारह केंद्रों पर दोबारा परीक्षा कराई जाए…. आपको बता दें कि कल छात्रों का दल गांधी मैदान में जुटा था… जिनपर पुलिस ने एक बार फिर लाठी चार्ज किया…. जिसमें कई छात्र गंभीर रूप से घायल भी हो गए….. और उनपर पानी की बौझार भी की गई…. बता ,दें कि कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर के भड़काने के बाद छात्र वहां पर एकत्र हुए थे…. लेकिन लाठी चार्ज से पहले ही पीके वहां से निकल गए…. जिसको लेकर तेजस्वी यादव और पप्पू यादव ने जमकर निशाना साधा है…. आपको बका दें कि बिहार में छात्र आंदोलन को लेकर हंगामा बरपा हुआ है….. बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पिछले दो हफ्ते से अभ्यर्थी पटना में आंदोलन कर रहे हैं….. रविवार को पटना में सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज…. और वाटर कैनन के इस्तेमाल के बाद मामले ने सियासी रंग ले लिया है…. इसके पीछे वजह ये भी है कि चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में छात्र संसद बुलाई थी….. कहा जा रहा है कि पीके के आह्वान पर ही छात्रों ने सीएम हाउस कूच किया था…. और इसकी अगुवाई भी खुद वही कर रहे थे….

आपको बता दें कि लाठीचार्ज के विरोध में ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन समेत विभिन्न संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया है….. सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है….. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर थे…. वहीं, मुख्य सचिव ने कहा है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ बातचीत के लिए सरकार तैयार है…. सरकार के दरवाजे अभ्यर्थियों के लिए खुले हुए हैं….. बिहार में सियासी लड़ाई का केंद्र बनते जा रहे बीपीएससी प्रोटेस्ट के कई फ्रंट हैं…. बीपीएससी बनाम अभ्यर्थी, सरकार बनाम अभ्यर्थी के साथ ही सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष होते जा रहे इस मामले में एक फ्रंट विपक्ष बनाम विपक्ष का भी है….. यह फ्रंट है तेजस्वी यादव बनाम प्रशांत किशोर भी है…. आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल और जन सुराज, दोनों ही विपक्षी दलों के निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार है….. तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे अब थक चुके हैं और रिटायर्ड अधिकारियों से राज्य चलवा रहे हैं….. नीतीश कुमार के इशारे पर छात्रों की पिटाई की गई है…. और जिस तरीके से सर्दी में छात्रों पर लाठी चलाई गई है….. उससे कलेजा दहल जाता है….. और उन्होंने बीपीएससी प्रोटेस्ट के दौरान लाठीचार्ज की निंदा की…. और कहा कि नीतीश कुमार होश में नहीं हैं….. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार ने छात्रों पर अत्याचार किया है….. हम छात्रों के साथ हैं…. और चाहते हैं कि परीक्षा दोबारा हो….

वहीं तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर का नाम लिए बिना कहा कि बीजेपी की बी टीम ने बड़ी ही चालाकी से इस आंदोलन को कुचलने की कोशिश की….. तेजस्वी ने छात्रों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गर्दनीबाग में बड़े ही शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चल रहा था….. और इससे बीपीएससी, सरकार हिली हुई थी…. लेकिन बड़ी ही चालाकी से बीजेपी की बी टीम ने आंदोलन को गांधी मैदान ले जाने का काम किया….. और उन्होंने पीके का नाम लिए बगैर कहा कि इस टीम के नेता ने छात्रों से कहा था कि कुछ भी हो, मैं सबसे आगे रहूंगा…… लाठीचार्ज के समय सबसे पहले वे ही भाग गए….. वे अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं….. जिसपर पीके ने कहा कि जेपी गोलंबर पर रोका गया…. और बताया गया कि मुख्य सचिव बातचीत के लिए तैयार हैं….. हमने पांच छात्रों का डेलिगेशन तय किया…. और छात्रों से घर जाने की अपील कर गांधी मैदान चला गया….. और उन्होंने कहा कि हजार-दो हजार छात्रों ने मेरी बात नहीं मानी और वापस नहीं जाने पर अड़ गए….. वहां से हटा नहीं, मेरे वहां से हटने के बाद लाठीचार्ज हुआ….. ये गलत हुआ है और हम पटना पुलिस पर एफआईआर करेंगे….. मानवाधिकार आयोग भी जाएंगे….. पीके ने यह भी कहा कि सरकार ने अभ्यर्थियों की मांगें नहीं मानीं तो 2 जनवरी से धरने पर बैठूंगा…..

आपको बता दें कि बीपीएससी की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों के जारी प्रदर्शन को लेकर अब बयानबाजियों का दौर जारी है…… इस बीच, केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज को गलत बताया है….. और उन्होंने कहा कि रविवार को पटना में हुए छात्रों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल का मैं कभी समर्थक नहीं रहा….. पुलिस को संयम बरतना चाहिए….. छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हैं, तो उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से समझा कर उनकी समस्याओं के निदान के लिए प्रयास करना चाहिए….. न कि लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल…. वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से इस बात को भी कहा है कि ऐसे पुलिस अधिकारी जो ऐसे कार्यों में संलिप्त पाए जाते हैं, उन पर भी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए……

वहीं मंत्री चिराग पासवान ने सोमवार को अपने एक्स पर पोस्ट कर लिखा….. “बिहार के युवाओं और बीपीएससी अभ्यर्थियों के मुद्दों को लेकर एनडीए सरकार के प्रमुख सहयोगी होने के नाते मैंने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तुरंत हस्तक्षेप की अपील की है….. इसके परिणामस्वरूप सरकार की ओर से मुख्य सचिव ने अभ्यर्थियों…. और छात्रों के साथ संवाद की प्रक्रिया शुरू कर दी है…. जल्द ही इस पहल के सार्थक परिणाम दिखेंगे…. यह हमारी सरकार की सकारात्मक सोच और छात्रों के प्रति संवेदनशीलता का परिणाम है….. मैं अभ्यर्थियों से भी अपील करता हूं कि वे शांतिपूर्ण और रचनात्मक तरीके से अपनी बातों को सरकार के समक्ष रखें और किसी भी राजनीतिक व्यक्तियों के बहकावे में आने से बचें…. यह मुद्दा पूर्ण रूपेण युवाओं के भविष्य और बिहार के विकास से जुड़ा है….. जिसे राजनीति से ऊपर रखकर हल किया जाना चाहिए….

हमारी पार्टी हर कदम पर युवाओं के साथ खड़ी है…. कुछ राजनीतिक व्यक्ति और दल जो छात्रों को भटकाने का काम कर रहें है…. ये गलत है….. अपने राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों का इस्तेमाल करना कतई उचित नहीं है….. माननीय मुख्यमंत्री जी स्वयं इस मामले को लेकर सजग है, सरकार छात्रों की हर संभव मदद के लिए प्रयासरत है…. कल पटना में हुए छात्रों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल का मैं कभी समर्थक नहीं रहा…. पुलिस को संयम बरतना चाहिए….. छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे है…. तो उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से समझा कर उनकी समस्याओं के निदान के लिए प्रयास करना चाहिए…. न कि लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल…. मैंने मुख्यमंत्री जी से इस बात को भी कहा है कि ऐसे पुलिस अधिकारी जो ऐसे कार्यों में संलिप्त पाए जाते है उनपर भी कानून कार्रवाई की जानी चाहिए…..

आपको बता दें कि बीपीएससी प्रोटेस्ट की वजह से बिहार सरकार बैकफुट पर है….. मुख्य सचिव ने कहा है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों से बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे खुले हुए हैं….. लेकिन सवाल इस आंदोलन की शुरुआत…. और इसे हैंडल करने के तरीके को लेकर भी उठ रहे हैं….. वहीं बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप जब लगे, पूरा अमला इसे खारिज करने में जुट गया…… फिर बाद में कहा गया कि बापू भवन के एक सेंटर पर ही गड़बड़ी हुई है…. और वहां की परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर दिया गया….. सरकार को इसे बेहतर तरीके से हैंडल करना चाहिए था….. और उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव ने जिस तरह से रोजगार को मुद्दा बनाया….. नीतीश सरकार ने उस मुद्दे की धार काफी हद तक कुंद कर दी थी….. लेकिन इस आंदोलन से सरकार की साख को नुकसान पहुंचा है…. वहीं बीपीएससी के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने आंदोलन के बीच साफ कहा है कि नौ सौ बारह में से नौ सौ ग्यारह परीक्षा केंद्रों पर किसी तरह की गड़बड़ी के कोई सबूत नहीं हैं…. और उन्होंने अभ्यर्थियों के साथ बातचीत के लिए दरवाजे खुले होने की बात तो कही…. लेकिन साथ यह भी जोड़ दिया कि परीक्षा रद्द करने का सवाल ही नहीं है……

 

 

Related Articles

Back to top button