‘मोदी सरकार से समर्थन वापस ले लें नीतीश’, अखिलेश यादव के बयान से भड़की JDU
राजधानी लखनऊ में जयप्रकाश नारायण की जयंती पर सियासी पारा हाई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव JPNIC ना जा सकें...
4PM न्यूज नेटवर्क: राजधानी लखनऊ में जयप्रकाश नारायण की जयंती पर सियासी पारा हाई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव JPNIC ना जा सकें। इसके लिए उनके आवास के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक इस पर अखिलेश ने अपने आवास के बाहर ही जीप पर रखी जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर सैकड़ों सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। इस मौके पर अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बड़ी अपील की है कि वे नरेंद्र मोदी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लें। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि नीतीश कुमार भी जेपी आंदोलन से निकले हैं। वो यह देखें कि कैसे भारतीय जनता पार्टी सरकार जेपी को श्रद्धाजंलि नहीं देने दे रही है।
अखिलेश यादव के बयान पर भड़की JDU
सपा मुखिया ने कहा कि ऐसी सरकार जो समाजवादियों को जयप्रकाश नारायण को याद नहीं करने दे रही है। उससे नीतीश कुमार को अपना समर्थन वापस ले लेना चाहिए। नीतीश कुमार भी जेपी आंदोलन से उभरे हैं। हम समाजवादी लोग अपने नेताओं को सम्मान देते रहेंगे। आपको बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए गठबंधन में शामिल है। वहीं अखिलेश यादव के बयान पर बिहार के CM नीतीश कुमार की पार्टी JDU बुरी तरह से भड़क गई है। दरअसल, जेपी को लेकर लखनऊ में चल रहे सियासी घमासान के बीच अखिलेश ने कहा था कि नीतीश को बीजेपी से गठबंधन तोड़ लेना चाहिए।
सपा मुखिया के बयान पर पलटवार करते हुये JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अखिलेश को अखिलेश को गठबंधन तोड़ने की सलाह देने के बजाए खुद आत्ममंथन करना चाहिए। अखिलेश यादव ने जेपी के जीवन मूल्यों को किस हद तक अपनाया है? जय प्रकाश लोकतंत्र की बात करते थे। अखिलेश यादव के यहां सिर्फ आंतरिक लोकतंत्र है। विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा समेत सभी मुख्य पदों पर अपने परिवार के लोगों को बैठा रखा है। नीतीश कुमार जेपी के सच्चे सिपाही हैं और बिहार में समन्वय के साथ गठबंधन चल रहा है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- अखिलेश ने कहा- ‘भाजपा द्वारा यह नाकाबंदी पहली बार नहीं की जा रही है, उसने सभी अच्छे कामों को रोक दिया है।
- आज हम सड़क पर खड़े होकर ‘जन-नायक’ को याद कर रहे हैं। यह सरकार हमें माल्यार्पण करने से रोकना चाहती है।
- जेपी एनआईसी में स्मारक को बेचने की साजिश के कारण ढक दिया गया है।