सेंट्रल जेल नैनी में रखा जाएगा कुख्यात अतीक को
करछना (प्रयागराज)। उमेश पाल मर्डर केस के आरोपी गैंगस्टर अतीक अहमद को पुलिस गुजरात के अहमदाबाद से प्रयागराज लेकर आ रही है। अतीक को प्रयागराज के स्पेशल कोर्ट में 28 मार्च को पेश किया जाएगा। जेल में व्यवस्था पूरी चाक चौबंद रखी गई है। जेल के अन्य कैदियों के संपर्क में वह न आ पाए और न अन्य कैदी ही उसके संपर्क में आ पाए, इसके लिए उसे पुरानी महिला बैरक में रखने की तैयारी की गई है।
अतीक अहमद को कोर्ट में पेशी से पहले नैनी सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। जरूरत पड़ी तो बाद में भी रखा जा सकता है। अन्य कैदियों व अतीक की सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन ने नई रणनीति बनाई है। इसके तहत अतीक अहमद को जेल के अंदर नहीं लिया जाएगा। उसे मुख्य जेल परिसर के बगल में बने पुराने महिला बैरक में रखा जाएगा।
महिला बैरक से सटे हाई सिक्योरिटी सेल में रखे गए उसके बेटे अली को वहां से अंदर सर्किल नंबर एक के एचएस सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। ताकि पिता-पुत्र की मुलाकात न हो सके। साथ ही जेल प्रशासन इस बात को लेकर भी चौकन्ना है कि अगर उसे मुख्य जेल के अंदर लिया गया तो वहां उसके बहुत आदमी हैं, जो डिस्टरबेंस पैदा कर सकते हैं। इसलिए उसे पुरानी महिला बैरक में तनहा रखा जाएगा।
सेंट्रल जेल नैनी में पुरानी महिला बैरक है, जो काफी दिनों से खाली पड़ी हुई थी। कोरोना काल में जेल प्रशासन ने उसे क्वॉरंटाइन सेल बनाया था। जहां नए कैदियों को 21 दिन तक क्वॉरंटाइन किया जाता था। यह पुराना महिला बैरक सेल का पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरे की जद में है।
26 मार्च को जब यह पता चला कि अतीक अहमद साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। तो उसको रखने के लिए नैनी सेंट्रल जेल प्रशासन एक्टिव हो गया। हालांकि जेल प्रशासन के पास लिखित तौर पर इस संबंध में कोई सूचना नहीं आई है, लेकिन एहतियातन तैयारी की गई है। पहले यह रणनीति बनी थी कि उसे जेल के अंदर हाई सिक्योरिटी सेल में रखा जाएगा, लेकिन रात में डीआईजी जेल और वरिष्ठ जेल अधीक्षक नैनी सेंट्रल जेल ने जब कर्मचारियों और मातहतों के साथ डिस्कशन किया तो निर्णय लिया कि अब उसे जेल के अंदर हाई सिक्योरिटी सेल के बजाय जेल के बगल पुराने महिला बैरक में रखा जाए। इसके पीछे का कारण यह है कि वह अन्य कैदियों के संपर्क में ना सके। ना उससे कोई भी संपर्क कर सके।
इसके बाद रात में ही वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह यादव ने पुरानी महिला बैरक में चेकिंग कराई। सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराए। लाइट, कैमरा, पंखा सब ठीक किए गए और वहां चुनिंदा बंदी रक्षकों और डिप्टी जेलर की ड्यूटी लगाई गई। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिए सीधे लखनऊ मुख्यालय तक के लोग अतीक अहमद की गतिविधियों की 24 घंटे मॉनिटरिंग कर सकेंगे।
पुरानी महिला बैरक में 5 से 7 कैमरे बढ़ाए गए हैं, ताकि अतीक की निगरानी में कोई दिक्कत न आए। उससे फिलहाल किसी को मिलने की इजाजत नहीं होगी। जेल के मुख्य गेट से बैरक तक बंदीरक्षक एवं स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम लगाई गई है। यह टीमें तीन शिफ्ट में ड्यूटी करेंगी। इसमें जवानों की संख्या पहले की अपेक्षा से बढ़ा दी गई है।
नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह ने यादव ने बताया कि अभी तक हमारे पास कोई लिखित तौर पर यह आदेश नहीं आया है कि अतीक अहमद को नैनी सेंट्रल जेल लाया जाएगा। लेकिन एहतियातन हमने उसको रखने का प्रबंध कर लिया है। उसको बाकी कैदियों के संपर्क में से दूर रखने के लिए पुरानी महिला बैरक को दुरुस्त कराया गया है। सिक्योरिटी और मजबूत कर दी गई है। वजह है कि जेल के अंदर उसके बहुत आदमी हैं, जो कि अन्य कैदियों के लिए डिस्टरबेंस पैदा कर सकते हैं।