अब एनआईए करेगी कन्नूर के जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ की जांच, पूछताछ की तैयारी

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल के कन्नूनरक जिले के उरुप्पुमकुट्टी जंगल में 13 नवंबर 2023 को पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ की जांच अपने हाथ में ली है। एनआईए ने हाल ही में इस मामले में फिर से प्राथमिकी दर्ज की है, जिसे कोच्चि स्थित एनआईए कोर्ट में पेश किया गया। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
जांच के तहत एनआईए अब केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में गिरफ्तार या आत्मसमर्पण कर चुके माओवादियों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। यह मुठभेड़ उस समय हुई थी, जब केरल पुलिस ने की माओवादी विरोधी कमांडो इकाई ‘थंडरबोल्ट’ कन्नून के करिकोट्टाकारी थाना क्षेत्र के तहत आने वाले नजेट्टिथोडु इलाके में जंगल में तलाशी अभियान चला रही थी।
प्राथमिकी के मुताबिक, प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के आठ हथियारबंद अवैध रूप से जंगल में इकट्ठा हुए थे और उन्होंने पर पुलिस पर जानलेवा हमला किया। उन्होंने गोलीबारी की, ताकि उन्हें सरकारी कामकाज से रोका जा सके। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), शस्त्र अधिनियम और केरल वन अधिनियम की धाराओं के तहत यह मामला दर्ज है। फिलहाल इस मामले में किसी भी व्य्कित को आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया है।
मुठभेड़ के करीब एक महीने बाद प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के नेता जोगी ने बयान जारी किया। इसमें उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में घायल महिला माओवादी कार्यकर्ता लक्ष्मी उर्फ कविता की मौत हो गई थी। पुलिस जांच में यह सामने आया कि इस घटना में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की कबनी दलम इकाई शामिल थी, जो जंगल में बैठक कर रही थी।
पिछले साल भी एनआईए ने एक अन्य मुठभेड़ की जांच संभाली थी। आठ नवंबर 2023 को वायनाड के थलप्पुझा में पुलिस और माओवादियों के बीच झड़पहुई थी। वह घटना कन्नूर मुठभेड़ से कुछ दिन पहले की थी। उस मामले में भी कई माओवादी गिरफ्तार किए गए थे। केरल में माओवादियों से जुड़ा यह छठा मामला है, जिसे जांच एनआईए कर रही है।

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