सिर्फ ममता बनर्जी दे सकती हैं मोदी को टक्कर: टीएमसी
- पश्चिम बंगाल की सीएम ने बीजेपी को कई बार हराया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन का बुधवार को मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर चुनावी हार और आगे की रणनीति को लेकर मंथन होना है। माना जा रहा है कि कई बड़े नेता इस बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। ममता ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि पूर्व व्यस्तता को देखते हुए वह किसी भी तरह इसमें शामिल नहीं हो रही है। चुनाव नतीजों के एक दिन बाद कांग्रेस को पछाड़ते हुए तीन हिंदी भाषी राज्यों को बीजेपी के खाते में डाल दिया गया, टीएमसी ने भारतीय मोर्चे का नेतृत्व करने का दावा किया।
पार्टी के बांग्ला भाषा के मुखपत्र जागो बांग्ला के संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा विरोधी गठबंधन का नेतृत्व ऐसा व्यक्ति करना चाहिए जिसने भाजपा को कई बार हराया हो और उसके पास ऐसा करने का अनुभव हो। पार्टी नेतृत्व ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और क्षेत्रीय नेताओं को उचित सम्मान देना चाहिए। बाद में शाम को टीएमसी ने दावा किया कि उसे कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई बैठक के बारे में कोई निमंत्रण नहीं मिला है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि अगर निमंत्रण आया तो वे प्रतिनिधि भेजने पर फैसला करेंगे। सोमवार को विधानसभा को संबोधित करते हुए, ममता ने भाजपा के हाथों कांग्रेस की हार पर भी विस्तार से बात की और कहा कि पार्टी तेलंगाना की तरह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी जीत हासिल कर सकती थी, अगर वह सीट-बंटवारे के सुझाव पर सहमत होती। यह सच है कि भारत की छोटी पार्टियों ने कुछ वोट काटे, जिससे बीजेपी को मदद मिली कांग्रेस हार गई क्योंकि वोट बंट गए। जागो बांग्ला के संपादकीय में, जिसका शीर्षक सोमॉयर डाक (समय की पुकार) है, कहा गया है कांग्रेस को यह ध्यान रखना चाहिए कि यह तृणमूल ही है जो भाजपा के खिलाफ बहादुरी से लड़ रही है, और हर बार उसके खिलाफ जीत रही है। पीएम, एचएम (गृह मंत्री) और एक दर्जन भाजपा नेताओं ने बंगाल में प्रचार किया लेकिन ममता बनर्जी को हरा नहीं सके। यही कारण है कि वे जांच एजेंसियों का उपयोग करके गोएबल्सियन रणनीति का उपयोग कर रहे हैं।
धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ संयुक्त रैलियां करें : कुणाल
टीएमसी के राज्य सचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने बताया ममता बनर्जी सात बार की सांसद हैं, जो दो बार केंद्रीय रेल मंत्री रहीं और तीन बार सीएम रहीं। उसके पास व्यापक अनुभव है, उन्हें और क्षेत्रीय दलों के अन्य अनुभवी नेताओं को (लोकसभा चुनाव में) सबसे आगे रहना चाहिए। वह लंबे समय से राज्यों में एक संचालन समिति और धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ संयुक्त रैलियों की आवश्यकता पर प्रकाश डालती रही हैं। कुछ नहीं हुआ। उन्हें (कांग्रेस को) मध्य प्रदेश में सपा को कुछ सीटें देनी चाहिए थीं। हालांकि, अभी भी गुंजाइश है।
अहंकार को किनारे कर एकजुट हों : अभिषेक
मीडिया से बात करते हुए, सांसद और टीएमसी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हमारे पास वास्तव में समय की कमी है। इसलिए, यह बेहतर होगा यदि हम (भारत ब्लॉक) एक साथ मिलकर रचनात्मक रूप से काम करें। राजनीतिक अहंकार को किनारे रखते हुए उन लोगों को लडऩे का मौका दिया जाना चाहिए जो अपने क्षेत्र में मजबूत और सक्षम हैं… जो लोग इस चुनाव में हार गए हैं उन्हें सबक लेना चाहिए और कमियों को ठीक करना चाहिए, सभी पार्टियों का भविष्य जनता तय करेगी और किसी नेता या पार्टी द्वारा नहीं।अभिषेक ने यह भी कहा मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता, लेकिन मैं कहूंगा कि कई पीसीसी और राज्य कांग्रेस नेता आत्मसंतुष्टि और अहंकार से पीड़ित हैं। वे योग्य लोगों को अवसर नहीं दे रहे हैं। टीएमसी नेतृत्व के मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपने दम पर लड़ते हुए कांग्रेस की हार, इंडिया ब्लॉक के लिए भी अच्छी है।
जम्मू-कश्मीर में आठ जगहों पर एनआईए का छापा
जम्मू। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को आतंकी फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर में आठ स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के साथ कश्मीर में सात और जम्मू में एक स्थान पर छापेमारी अभी भी जारी है। एजेंसी के अधिकारी कश्मीर घाटी के जिला शोपियां और बारामुला समेत अन्य इलाकों में छापेमारी कर रहे हैं। जिन स्थानों की तलाशी ली गई उनमें मामले से जुड़े संदिग्धों के निवास और अन्य ठिकाने शामिल हैं। यह छापेमारी केंद्रीय एजेंसी द्वारा कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों को ड्रोन के माध्यम से हथियारों की डिलीवरी से जुड़े पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने के कुछ दिनों बाद की गई है। एनआईए जम्मू शाखा की एक टीम द्वारा 27 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के 22 वर्षीय जाकिर हुसैन को पकडऩे के बाद एजेंसी ने 29 नवंबर को इनपुट साझा किया। इस मामले में अबतक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पहले गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों में से एक की न्यायिक हिरासत में दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई है। कश्मीर घाटी और पूरे भारत में आतंक और हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों की बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए एनआईए इस मामले में अपनी जांच जारी रखे हुए है।
एक बार फिर खराब हुई दिल्ली की हवा, 400 के करीब पहुंचा एक्यूआई
नई दिल्ली। दिल्ली वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार सुबह 380 पर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी पिछले कुछ दिनों से गैस चैंबर में तब्दील हो गई है। हालात में सुधार लाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं लेकिन अब तक किसी तरह का बदलाव देखन को नहीं मिल रहा है। बारिश के प्रदूषण स्तर में गिरावट देखी गई थी लेकिन एक बार फिर हालात खराब हो गए। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, 5 दिसंबर (मंगलवार) सुबह तक दिल्ली का ओवरऑल एक्यूआई 380 दर्ज किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। बीते सोमवार की सुबह दिल्ली में एक्यूआई 310 था, जिसके बाद काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है। एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर 250 के नीचे देखा गया था, लेकिन मंगलवार को हवा में एक बार फिर प्रदूषण का असर दिख रहा है। नोएडा में एक्यूआई 260, ग्रेटर नोएडा में 280, गाजियाबाद में 250, फरीदाबाद में 260 और गुरुग्राम में एक्यूआई 290 दर्ज किया गया।
अधिकारी ही लगा रहे नगर निगम को चूना
- आखिर कब हटेंगे निगम के घोटालेबाज बड़े अधिकारी
- 23 लाख का टैक्स 2 लाख कर दिया
मो. शारिक/4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम अधिकारियों की कारस्तानियां समय-समय पर सुर्खियों में आती रहती है। इस बार ताजा मामला जोन पांच के आरआई से संबंधित है। ऐसा चौंकाने वाला मामला जोन 5 में आया है।
इसमें आरआई ने गुरुनानक वार्ड में स्थित मोहल्ला हरिहर प्रसाद नगर भवन संख्या 551/झा 006 के बकाया गृहकर 23 लाख को 2 लाख कर नगर निगम को चूना लगा दिया। इस तरह की खबरें आती रहती हैं। पर नगरनिगम के अधिकारी अनेदखी कर देते हैं जब ममाला बढ़ता है तो आनन फानन में जांच की बात कह कर पीछे हट जाते हैं।
बिना चढ़ावे के नहीं होता काम
कुछ दिन पहले भी नगर निगम में इस तरह के मामलों में राजस्व अधिकार भ्रस्टाचार में पकड़े गए। ऐसी चर्चा है कि गृहकर/नामांतरण की प्रक्रिया में बाबू तक भ्रष्टाचार में लिप्त है। गृहकर के पीले और लाल फॉर्म पर कर अधीक्षक, जोनल अधिकारी को बिना चढ़ावा चढ़ाए फाइल को आगे नहीं बढ़ाते।
मौके पर भेजी टीम : जोनल अधिकारी
जोन-5 की जोनल अधिकारी संगीता का कहना है कि पिछले कुछ सालों से गलत चला आ रहा था। जिसकी वजह से टैक्स जमा नही हो पा रहा था। जिसके बाद उन्होंने मौके पर टीएस और टीम को भेजकर सर्वे कराया गया उसी के हिसाब से टैक्स लगाया गया ।
भाजपा सरकार की नीति का एक और हुआ शिकार
- बीईओ की डांट से शिक्षक ने गवांई जान
- सुल्तानपुर का है मामला
- शिक्षक संगठन भडक़े, कार्यालय घेराव की तैयारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बीजेपी सरकार की गलत नीतियों की वजह से एक और शिक्षामित्र ने अपनी जान से हाथ धो लिया। यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी प्रदेश मेें कई शिक्षा मित्र अपनी जान गवां बैठे हैं। दरअसल मामला सुल्तानपुर का है,जहां खंड शिक्षाधिकारी की डांट से क्षुब्ध होकर जहर खाने वाले शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी की रात तीन बजे मौत हो गई।
इस खबर ने शिक्षकों का गुस्सा भडक़ा दिया है। मृत शिक्षक के घर शिक्षकों से लेकर शिक्षामित्रों और जनप्रतिनिधियों का भी जमावड़ा लग रहा है। इससे अधिकारी बैकफुट पर हैं। वहीं काशी प्रांत के पूर्व भाजपा महामंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता रामचंद्र मिश्र ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद से बात की और उन्हें सारे प्रकरण से वाकिफ कराया। बताया जाता है कि शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारी मनोजीत राव ने उनके विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान सूर्य प्रकाश द्विवेदी प्रार्थना पत्र देकर अपने बीमार बेटे का उपचार करने चले गए थे।
हत्या की एफआईआर की मांग
दोपहर दो बजे आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी कुड़वार के कार्यालय के घेराव की तैयारी चल रही है। जिसमें बीईओ पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की जाएगी। परिजन और ग्रामीण भी इस घटना से बेहद आंदोलित हैं। क्योंकि शिक्षक सूर्यप्रकाश द्विवेदी अपने क्षेत्र में मृदु व्यवहार के कारण बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराए जाने के दौरान एक डायरी पर नोट भी लिखा है जिसमें खंड शिक्षाधिकारी पर मानसिक प्रताडऩा का आरोप भी लगाया है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ भी किया था मंच साझा
कुड़वार ब्लॉक के रवनीया पूरे चित्ता प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी बल्दीराय थाने के केवटली गांव के रहने वाले हैं। जिन्हें पूरे जिले में अच्छे मंच संचालन के लिए भी जाना जाता है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत अनेक नेताओं के साथ वे मंच साझा किया करते थे।
बीएसए के विश्वस्त हैं आरोपी बीईओ
जिन खंड शिक्षाधिकारी मनोजीत राव पर शिक्षक को धमकाने का आरोप लगा है। वे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी के बेहद विश्वस्त बताए जाते हैं। यह भी कहा जाता है कि उनकी शह पर वे शिक्षकों से इस तरह का अभद्र व्यवहार किया करते थे। किंतु महानिदेशक शिक्षा की सख्ती के कारण शिक्षक संगठन भी खामोशी अख्तियार किए गए हुए थे। किंतु अब सारा गुस्सा भी फूट सकता है।