ईरान-इज़राइल युद्ध के बीच ऑपरेशन सिंधु: भारत ने इतने से अधिक नागरिकों को सुरक्षित निकाला
भारतीय दूतावास ने बताया कि श्रीलंका और नेपाल की सरकारों के अनुरोध पर वहां के नागरिकों को भी निकासी अभियान में शामिल किया जा रहा है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए “ऑपरेशन सिंधु” शुरू किया है. इस अभियान के तहत 500 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से वापस लाया जा चुका है. तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर अपील की है कि ईरान में रह रहे भारतीय नागरिक आपातकालीन संपर्क नंबरों के माध्यम से संपर्क करें.
ईरान और इजराइल वॉर के बीच जान बचाने की जद्दोजहद जारी है. भारत सरकार ने ईरान में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है.भारत के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि भारत ने ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक 500 से अधिक भारतीयों को ईरान से सुरक्षित वापस स्वदेश लाया है. इस ऑपरेशन की शुरुआत बुधवार को की गई थी, जब यह स्पष्ट हो गया कि पश्चिम एशिया में चल रहा संघर्ष फिलहाल थमने वाला नहीं है. लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें जल्द से जल्द निकालने का निर्णय लिया.
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट जारी कर इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी. दूतावास ने ईरान में रह रहे भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे आपातकालीन संपर्क नंबर या टेलीग्राम चैनल के माध्यम से संपर्क करें ताकि उन्हें सुरक्षित निकाला जा सके.
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On request of the Governments of Nepal and Sri Lanka, the Indian Embassy’s evacuation efforts in Iran will also cover Citizens of Nepal and Sri Lanka. https://t.co/eHIOhmNN7M— India in Iran (@India_in_Iran) June 21, 2025
दूतावास ने अपने संदेश में स्पष्ट किया कि यह निकासी अभियान सभी भारतीय नागरिकों के लिए है जो मौजूदा हालात को देखते हुए देश वापस लौटना चाहते हैं. इसके साथ ही दूतावास ने नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों को भी निकालने की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी है.
श्रीलंका-नेपाल के नागरिकों को भी मदद
भारतीय दूतावास ने बताया कि श्रीलंका और नेपाल की सरकारों के अनुरोध पर वहां के नागरिकों को भी निकासी अभियान में शामिल किया जा रहा है. दूतावास की ओर से जारी एक अन्य पोस्ट में कहा गया है कि इन देशों के नागरिकों से भी आग्रह किया गया है कि वे भारतीय दूतावास द्वारा साझा किए गए टेलीग्राम चैनल या आपातकालीन नंबरों पर संपर्क करें.
श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने भी कोलंबो से एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि जो श्रीलंकाई नागरिक ईरान छोड़ना चाहते हैं, वे तेहरान स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क करें. मंत्रालय के अनुसार, भारत सरकार के सहयोग से श्रीलंकाई नागरिकों के लिए उड़ानों में स्थान सुनिश्चित करने की व्यवस्था की गई है.
बयान में यह भी बताया गया कि वर्तमान में ईरान में 100 से कम श्रीलंकाई नागरिक मौजूद हैं, जबकि इजराइल में लगभग 20,000 श्रीलंकाई नागरिक कार्यरत हैं.
भारत सरकार की मानवीय पहल
विदेश मंत्रालय ने बताया कि ऑपरेशन सिंधु पूरी तरह से मानवीय उद्देश्यों पर आधारित है और इसका एकमात्र उद्देश्य संघर्षग्रस्त क्षेत्र में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना है. भारतीय वायुसेना और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समन्वय से यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है. शनिवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, भारत सरकार अपने हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक 500 से अधिक भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है. आवश्यकता पड़ने पर यह अभियान और व्यापक रूप से आगे बढ़ाया जाएगा.
ईरान और इजराइल के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष ने न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डाला है, बल्कि वहां मौजूद हजारों विदेशी नागरिकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत द्वारा शुरू किया गया ऑपरेशन सिंधु न केवल त्वरित कार्रवाई का उदाहरण है, बल्कि यह दिखाता है कि संकट के समय सरकार अपने नागरिकों के साथ खड़ी है.



