मंगलसूत्र को लेकर विपक्ष का पीएम मोदी पर हमला
4PM न्यूज़ नेटवर्क: एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दल एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। ऐसे में चुनावी प्रचार प्रसार जोरों से हो रहा है तो वहीं आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। दरअसल इन दिनों मंगलसूत्र को लेकर सियासी पारा हाई है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणपत्र का हवाला देते हुए एक रैली में कहा था कि कांग्रेस हिंदुओं की संपत्ति छीनकर मुसलमानों में बांट देगी वो महिलाओं का मंगलसूत्र भी नहीं छोड़ेंगे. जिसके बाद से पीएम मोदी के इस बयान को लेकर सभी विपक्षी दलों ने घेरना शुरू कर दिया है। पीएम मोदी के इस बयान को लेकर एक तरफ जहां प्रियंका गांधी ने कहा ‘पीएम मोदी के पास अपने काम के बारे में बताने के लिए कुछ नहीं है. आज देश के प्रधानमंत्री अपनी पद की गंभीरता को आधार बनाकर आपसे ऐसी बकवास बातें कर रहे हैं. वो बोल रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो आपके गहने-मंगलसूत्र चुरा लेगी और किसी और को दे देगी’।
वहीं दूसरी तरफ हैदराबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार और AIMIM चीफ असुदद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा, ‘मेरा मुंह न खुलवाएं. अगर बात निकलेगी तो दूर तक जाएगी. पीएम मोदी मुसलमानों को घुसपैठियां कहते हैं’. असुदद्दीन ओवैसी ने एक रैली के दौरान कहा ‘पीएम मोदी राजस्थान में रैली के दौरान कहते है कि 17 करोड़ मुसलमान घुसपैठिए हैं. ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं और भारत के मुसलमान को हिंदू माताओं बहनों के मंगलसूत्र छीनकर दिया जाएगा. नरेंद्र मोदी अगर आप बात मंगलसूत्र की करेंगे को बात दूर तक जाएगी. अगर तुम्हारे मुंह में जुबान है तो मेरे मुंह भी जुबान है’. बीजेपी ने कांग्रेस और विपक्ष पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि हिंदू-मुसलमान के मसले पर चुनाव आयोग पहले बीजेपी और पीएम मोदी को नोटिस जारी कर चुकी है. लेकिन उसके बाद देश में अभी भी इस मुद्दे पर सभी पार्टियां बयानबाजी कर रही हैं. इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मनमोहन सिंह की 10 साल की सरकार में हमने कभी मंगलसूत्र की बात नहीं की तो पीएम मोदी इस बारे में क्यों बात कर रहे हैं. पीएम मोदी के कार्यकाल में देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है. अभी का आलम ये है कि जिस तरह से मंगलसूत्र को लेकर देश में राजनीति हो रही है यह काफी निंदनीय है और इसकी जमकर आलोचना भी हो रही है। कायदे से जहां भाजपा को महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर बात करनी चाहिए वहीं मंगलसूत्र पर राजनीति की जा रही है।