हिजाब विवाद पर नीतीश का समर्थन कर फंसी भाजपा, विपक्ष ने कर दिया बेनकाब!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। हिजाब हटाने के मामले में विपक्ष नीतीश कुमार को घेरता हुआ नजर आ रहा है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। हिजाब हटाने के मामले में विपक्ष नीतीश कुमार को घेरता हुआ नजर आ रहा है।
एक तरफ जहां विपक्ष इस मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार से माफी मांगने की बात कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सत्ताधारी दल भाजपा के नेता इस मामले पर नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं। भाजपा नेताओं की यह हरकत साफ़ दिखाती है कि इन नेताओं की सोच कैसी है और इन्हे महिलाओं की इज्जत का जरा भी ख्याल नहीं है। दरअसल पटना में नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान महिला चिकित्सक का हिजाब हटाने के प्रयास को लेकर बीजेपी ने मुख्यमंत्री का समर्थन किया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल कहा कि पूरे भारत में हिजाब पर बैन लगना चाहिए. सार्वजनिक जगहों, सरकारी नौकरियों में भी हिजाब पर बैन लगना चाहिए.
इतना ही नहीं बचौल ने यह भी कहा कि हिजाब की आड़ में आतंकवाद पनपता है. आतंकी घटना को अंजाम देकर आतंकी हिजाब पहनकर भाग जाते हैं. जिसको हिजाब पहना है पाकिस्तान चला जाए. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार माफी नहीं मांगेंगे. वे बिल्कुल स्वस्थ हैं. नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में महिला डॉक्टर का हिजाब खींचकर उन्होंने ठीक किया.
बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि महिला डॉक्टर जो हिजाब पहनकर नियुक्ति पत्र लेने आई थी उसको बिहार छोड़कर चले जाना चाहिए. चेहरा छुपाकर नियुक्ति पत्र लेने गई थी. वहीं इस मामले पर बढ़ती सियासी हलचल के बीच एक और बात सामने आई कि महिला डॉक्टर नुसरत परवीन इस घटना से काफी दुखी और नौकरी जॉइन नहीं करना चाहती है. इसी बात को लेकर अब गिरिराज सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है और कहा है कि, ‘नौकरी रिफ्यूज करें या जहन्नुम में जाएं’. साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के हिजाब हटाने पर बेहद अपमानजनक बात कही।
गिरिराज सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, वे अपना चेहरा क्यों नहीं दिखाएगी, ये क्या कोई इस्लामिक देश है? जब आप पासपोर्ट लेने जाते है, एयरपोर्ट पर जाते है तो चेहरा दिखाते ही है. ये भारत है और यहां कानून का राज चलेगा. नीतीश जी ने गार्डियन के तौर पर बुर्का हटाया था और उन्होंने सही किया.
वहीं खबरें तो ये भी सामने आई हैं कि महिला डॉक्टर नुसरत परवीन इस मामले में काफी आहत हुई है और मामले के अगले ही दिन वह कोलकाता के पास चली गई. नुसरत का कहना है कि भले ही नीतीश कुमार ने जान-बूझकर हिजाब नहीं हटाया, लेकिन वहां काफी लोग मौजूद थे और सबके सामने ऐसी घटना होने से मुझे काफी बुरा लगा. वहीं नुसरत के भाई ने एक इंटरव्यू में कहा कि नुसरत नौकरी जॉइन नहीं करना चाहती है. हालांकि पूरा परिवार उसे मनाने में लगा हुआ है.
हम उसे इस बात को समझा रहे हैं कि किसी और के गलती के लिए तुम्हें भुगतने की जरूरत नहीं है. मिली जानकारी के मुताबिक नुसरत परवीन को 20 नवंबर को नौकरी जॉइन करनी थी, लेकिन अब वह जॉइन नहीं करने की बात पर अड़ गई है. इतना सबकुछ होने के बावजूद भी गिरिराज सिंह जैसे नेता अपने नफरती बयानों से बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं गिरिराज द्वारा दिए गए ऐसे बेतुके बयान और नीतीश की इस हरकत पर जमकर निशाना साध रहा है।
इसी बीच पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने मामले में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और मंत्री संजय निषाद पर तीखा हमला बोला. पप्पू यादव ने कहा कि गिरिराज सिंह क्या बोलते हैं, इस पर चर्चा करने की जरूरत ही नहीं है. उन्होंने बेहद कड़े शब्दों में कहा, “गिरिराज क्या बोलते हैं, जहन्नुम में जाएं. गिरिराज टाइप के लोगों के बारे में हमको चर्चा नहीं करनी. चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए.”
गौरतलब है कि जिस तरह से नीतीश कुमार की इस हरकत को भाजपा नेताओं का समर्थन मिल रहा है इससे एक बात तो साफ़ है कि NDA नेताओं की आँखों का पानी पूरी तरह से मर चुका है। अब हिजाब खींचने का मामला आए दिन तुल पकड़ता जा रहा है. विपक्ष नीतीश के मानसिक स्थिति पर सवाल खड़े कर रहा माफी की मांग कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि नीतीश ऐसी हरकत करते हैं जिससे बिहार की किरकिरी होती है. अब देखना ये होगा हिजाब के मामले पर गरमाई सियासत कहां जाकर शांत होगी।



