गुजरात में पाक टीम के स्वागत से भाजपा पर विपक्ष आगबबूला

राउत बोले - ऐसा तो गुजरात में ही हो सकता है, ठाकरे को मानने वाले कर रहे ढोंग, अन्य दलों ने भी उठाए सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में विश्वकप में आज भारत-पाक का मैच चल रहा है। खेल के मैदान पर दोनों टीमें एक दूसरे को पटखनी देने के लिए भिड़ रही है। वहीं देश के सियासी मैदान पर नेताओं का वार-पलटवार भी शुरू हो गया है। शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने पाकिस्तानी टीम के स्वागत की शेयर हो रही वीडियो पर भाजपा को घेरा है, उन्होंने कहा कि ऐसा सिर्फ गुजरात में ही हो सकता है। अन्य विक्षी पार्टियों ने भी भाजपा की सरकार पर सवाल उठाए हैं। उधर हमास-इजरायल युद्ध पर भी पक्ष व सत्तापक्ष में बहस जारी है।
राउत ने बाल ठाकरे का जिक्र करते हुए, कहा कि दिवंगत राजनेता ने पाकिस्तान टीम को (महाराष्ट्र में खेलने से) रोक दिया था क्योंकि हमारे सैनिकों, कश्मीरी पंडितों की हत्या हो रही थी। पर आज क्या हो रहा है ये सब सामने है। गौरतलब हो कि भारत और पाकिस्तान आज अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक-दूसरे से भिड़ेंगे।

गर्मजोशी से स्वागत किसी और राज्य में होता तो मचता हंगामा : संजय राउत

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने भारत के खिलाफ विश्व कप मैच से पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के गर्मजोशी से स्वागत के वायरल दृश्यों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा, यह केवल गुजरात में ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा किसी अन्य राज्य में होता तो पार्टी हल्ला मचा देती। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान टीम का गुजरात में आकर भव्य स्वागत हो सकता है। ऐसा देश में सिर्फ गुजरात में ही हो सकता है। अगर किसी दूसरे राज्य में ऐसा होता तो बीजेपी के लोग हंगामा मचा देती। भाजपा हमें सिखाने की कोशिश करती है लेकिन अब वे इसके लिए जिम्मेदार हैं। शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का जिक्र करते हुए, राउत ने कहा कि दिवंगत राजनेता ने पाकिस्तान टीम को (महाराष्ट्र में खेलने से) रोक दिया था क्योंकि हमारे सैनिकों, कश्मीरी पंडितों की हत्या हो रही थी।

भाजपा ने बाल ठाकरे के आदर्शों का पालन नहीं किया

राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने बाल ठाकरे के नाम पर महाराष्ट्र में सरकार बनाई लेकिन उनके आदर्शों का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने अपने समय में पाकिस्तान टीम को रोका क्योंकि हमारे सैनिकों की हत्या हो रही थी। हमारे कश्मीरी पंडितों की हत्या हो रही थी, इसलिए बाला साहेब ठाकरे ने कहा था कि हम पाकिस्तान नहीं आने देंगे, लेकिन बाला साहेब ठाकरे के नाम पर बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाई। जब राजनीतिक फायदा होता है तो बीजेपी वाले उनका नाम लेते हैं। बाल ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने कई मौकों पर भारत-पाकिस्तान मैच रोका। उनका विचार था कि जब तक पाक सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता तब तक क्रिकेट मैच नहीं हो सकते। भाजपा ने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार को गिराने के बाद पूर्व ठाकरे वफादार एकनाथ शिंदे की मदद से सरकार बनाई, जिन्होंने शिवसेना विधायकों के विद्रोह का नेतृत्व किया था। शिंदे ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सेना बाल ठाकरे द्वारा निर्धारित राजनीतिक रास्ते से भटक गई है।

प्रियंका के साथ सोनिया गांधी चेन्नई में, बीजेपी को घेरने की तैयारी

कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चेन्नई पहुंचे हैं। यहां वे द्रमुक महिला अधिकार सम्मेलन में शामिल होंगी। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी का स्वागत करने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन हवाई अड्डे पहुंचे। सीएम के अलावा, डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि और टीआर बालू भी हवाईअड्डे पर मौजूद थे। तमिलनाडु सीएम स्टालिन की अध्यक्षता में महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डाला जाएगा। डीएमके उप महासचिव के कनिमोझी ने सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत की प्रमुख महिला नेताओं को आमंत्रित किया है। सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने खुद सीएम सभास्थल नंदनम वाईएमसीए मैदान पहुंचे। तमिलनाडु सरकार के कार्यक्रम में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल पार्टियों की कई महिला नेताएं भी चेन्नई पहुंची हैं।

हमास-इजराइल संघर्ष पर पीएम व विदेशमंत्री के रुख अलग-अलग : पवार

हमास-इजराइल संघर्ष पर प्रधानमंत्री मोदी का रुख व विदेश मंत्रालय के बयान को लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार ने सवालिया निशान उठाया है। पूर्व रक्षामंत्री ने कहा कि कहा, विदेश मंत्रालय के बयान से यह स्थापित हो गया है कि भारत ने हमेशा फलस्तीन मुद्दे का समर्थन किया है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे, लेकिन हम ऐसे किसी भी संगठन के खिलाफ हैं जो (आतंकवादी) हमलों में शामिल है। प्रधानमंत्री (मोदी) ने इजराइल के प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया है कि हम उनके साथ हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हमास-इजराइल युद्ध पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा व्यक्त की गई स्थिति से अलग स्थिति दर्शाते हैं। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि भारत सरकार ने 100 फीसदी इजराइल का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि इजराइल-फलस्तीन मुद्दा गंभीर और संवेदनशील है और मुस्लिम देशों जैसे अफगानिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य के विचारों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। पवार ने कहा, यह पहली बार है कि राष्ट्र के मुखिया ने एक रुख अपनाया है और उनके मंत्रालय ने दूसरा।

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