संसद में महाकुंभ भगदड़ पर फिर विपक्ष का हंगामा

विपक्ष ने कहा मौत का आंकड़ा सरकार के आंकड़े से ज्यादा, स्पीकर ने विपक्षी नेताओं के व्यवहार की निंदा की

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार सुबह जैसे ही बजट सत्र फिर से शुरू हुआ, विपक्ष ने पिछले हफ्ते प्रयागराज में महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दौरान हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत को लेकर नारेबाजी की। स्पीकर ने विपक्षी नेताओं के व्यवहार की निंदा की है।
प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा उठाने के अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के बावजूद विपक्ष ने नारेबाजी जारी रखी। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी सांसदों से व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। हालांकि, नारेबाजी के बीच कार्यवाही जारी है। कुंभ पर जवाब दो के नारे गूंजते हुए अधिकारियों से 29 जनवरी को मरने वाले लोगों की सूची जारी करने का आग्रह किया गया। विपक्ष का दावा है कि वास्तविक मौत का आंकड़ा सरकार द्वारा बताई गई संख्या से काफी अधिक है।

देश में अभी सबसे बड़ा मुद्दा है महाकुंभ भगदड़ की घटना : जया बच्चन

अभिभाषण पर चर्चा के दौरान यह विषय रखें : ओम बिरला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में नारेबाजी करने वाले विपक्षी दलों के सदस्यों से कहा कि जनता ने उन्हें ‘मेज तोडऩे’ के लिए नहीं, बल्कि प्रश्न पूछने के लिए सदन में भेजा है। लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल के बीच नारेबाजी कर रहे सदस्यों से कहा कि इस विषय का उल्लेख राष्ट्रपति महोदया ने अपने अभिभाषण में किया था। आप लोग अभिभाषण पर चर्चा के दौरान यह विषय रख सकते हैं। प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय होता है जिसमें सरकार की जवाबदेही तय की जा सकती है।

रास में नियम 267 के तहत चर्चा के लिए कुल नौ नोटिस मिले : धनखड़

प्रयागराज में जारी महाकुंभ में कथित ‘कुप्रबंधन’ के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने राज्यसभा में भारी हंगामा किया और बाद में सदन से बहिर्गमन किया। सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत चर्चा के लिए कुल नौ नोटिस मिले हैं। कांग्रेस के प्रमोद तिवारी और दिग्विजय सिंह, टीएमसी की सागरिका घोष, सपा के जावेद अली और रामजी लाल और भाक पा (माक्र्सवादी) के जॉन ब्रिटास ने प्रयागराज महाकुंभ में कथित कुप्रबंधन के मुद्दे पर नोटिस दिए थे।

प्रशासनिक लापरवाही से हुई महाकुंभ भगदड़ : राम गोपाल

महाकुंभ भगदड़ घटना पर सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, जो प्रशासनिक लापरवाही हुई, जिसकी वजह से ये घटना घटी. जो वहां पर उपस्थित थे उन लोगों का कहना है कि हजारों लोगों की मौत हुई है, गंभीर लापरवाही लेकिन अभी तक किसी अधिकारी के खिलाफ या किसी के भी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।

सरकार की जवाबदेही : गौरव गोगोई

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने महाकुंभ भगदड़ मामले पर कहा, लोकसभा में सभी विपक्षी दलों की एक ही मांग थी कि महाकुंभ में जिन लोगों की मृत्यु हुई है उसके लिए सरकार की जवाबदेही है। आज हमने महाकुंभ को लेकर एक विशेष चर्चा की मांग रखी लेकिन सरकार द्वारा हमारी मांगों पर बुलडोजर चला दिया गया।

अयोध्या में दलित महिला की ‘क्रूर’ हत्या का मुद्दा गरमाया

राहुल गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुई 22 वर्षीय दलित महिला की क्रूर हत्या को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। महाकुंभ में अव्यवस्था पर घिरी योगी सरकार इस मुद्दे पर भी विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बाद अब राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उनको अपने सोशल मीडिया पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने योगी सरकार को खूब सुनाई है।
अपने एक्स पर किए पोस्ट में, राहुल गांधी ने लिखा, अयोध्या में दलित बेटी के साथ हुई अमानवता और उसकी नृशंस हत्या हृदयविदारक और बहुत शर्मनाक है। तीन दिनों से गूंजती बच्ची के परिवार के मदद की पुकार पर अगर प्रशासन ने ध्यान दिया होता तो शायद उसके जीवन की रक्षा हो सकती थी। एक और बेटी के जीवन का इस घिनौने अपराध से अंत हो गया। आखिर कब तक और कितने परिवारों को इस तरह रोना-तड़पना राहुल ने आगे लिखा, बहुजन विरोधी भाजपा राज खास कर उत्तर प्रदेश में दलितों पर घृणित अत्याचार, अन्याय और हत्या बेलगाम बढ़ता जा रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से इस अपराध की जांच करने की मांग की। उत्तर प्रदेश सरकार इस अपराध की तुरंत जांच कर, दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाने के साथ जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करे। और कृपया कर पीडि़त परिवार को हमेशा की तरह प्रताड़ित न करें। देश की बेटियां और पूरा दलित समाज न्याय के लिए आपकी ओर देख रहा है।

प्रशासन ने परिवार की सूचना पर ध्यान नहीं दिया : अखिलेश

इसके पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्टï्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा था, बेहद दु:खद खबर है कि अयोध्या के ग्रामसभा सहनवां (सरदार पटेल वार्ड) में तीन दिन से गायब दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है। उसकी दोनों आंखें फोड़ दी गई हैं। उसके साथ अमानवीय व्यवहार हुआ यादव ने कहा था,प्रशासन ने तीन दिन पहले ही अगर परिवार की सूचना पर ध्यान दिया होता तो बच्ची की जान बचायी जा सकती थी। सपा प्रमुख ने इसी पोस्ट में मांग की थी, हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते है कि जो दोषी हैं और जिन पुलिसकर्मियों ने इस मामले में लापरवाही बरती है, उन सबके ख़िलाफ़ कठोरतम कार्रवाई की जाए और पीडि़त परिवार को तत्काल एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।

सरकार सख्त कदम उठाये, ताकि ऐसी घटना फिर न हो : मायावती

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अयोध्या में दलित युवती की नृशंस हत्या का मामला उठाते हुए अपील की है कि सरकार सख्त कदम उठाये, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। मायावती ने एक्स पर पोस्ट किया, उत्तर प्रदेश में अयोध्या जिले के सहनवां में दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है। उसकी दोनों आंखें फोड़ दी गई हैं तथा अमानवीय व्यवहार भी हुआ है। मायावती ने कहा, यह बेहद दु:खद एवं अति गम्भीर मामला है। सरकार सख्त कदम उठाये, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।

केरल में छात्र के आत्महत्या करने की घटना दिल दहला देने वाली : नेता प्रतिपक्ष लोस

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केरल के एक स्कूल में बलपूर्वक परेशान किये जाने के कारण एक छात्र के आत्महत्या कर लेने की दुखद घटना दिल दहला देने वाली है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों (प्रताडि़त करने वालों और कार्रवाई करने में विफल रहने वालों) को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने सामान्य शिक्षा निदेशक (डीजीई) को 15 जनवरी को छात्र की कथित आत्महत्या के मामले में व्यापक जांच करने का निर्देश दिया, जिसके बारे में उसके परिवार का दावा है कि कोच्चि के निकट उसके स्कूल में रैगिंग के कारण छात्र ने जान दे दी।

बड़ा हादसा टला

लखनऊ के कैसरबाग के सलेमपुर हाउस में चल रहे सनदकदा महोत्सव में लगे 20 स्टॉलों में आग लग गई। घटना से भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि आग रोटी बनाने वाले तंदूर से लगी। कुछ ही देर में आग पास में लगे स्टॉलों में फैल गई। दमकल की आठ गाडिय़ों ने एक घंटे में आग पर काबू पा लिया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।

यूपी सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्मचारी परेशान: आनंद

बोले कर्मचारी संघ के अध्यक्ष- कार्य क्षमता से अधिक कार्य करें सभी नगर निगम कर्मी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्मचारी को कार्य क्षमता से अधिक कार्य करना पड़ रहा है। लखनऊ नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा ने ये आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई आबादी एवं बढ़े हुए कार्य क्षेत्र के अनुरूप सरकार एवं शासन निरन्तर वसूली लक्ष्य को बढ़ रही है।
साथ ही साथ निकायों को यह भी निर्देश दिया जा रहा है कि निकायों पर अतिरिक्त आने वाले व्यय -भार को निकाय अपने आय के श्रोत से वहन करे। मरता क्या न करता। सरकार एवं शासन जबरा मारे और रोने भी न दे की नीति पर काम कर रही है। जो न्याय संगत नहीं है। सरकार एवं शासन द्वारा बढ़ी हुई आबादी एवं बढ़े हुए कार्य क्षेत्र के अनुरूप सभी संवर्गों में रिक्त पदों पर नियमित नियुक्तियां न किये जाने के कारण समस्त संवर्गों के कर्मचारियों को रात दिन कार्य क्षमता से अधिक अवकाश के दिनों में काम करने पर नियमानुसार दिये जाने वाले प्रतिकर अवकाश को भी न लेकर अपने विभागीय दायित्वों का निर्वाहन करना पड़ रहा है।
समस्त संवर्ग का कर्मचारी मानसिक एवं शारीरिक रूप से अस्वस्थ हैं। जिससे उसकी जीवन शैली पर विपरीत प्रभाव पडऩा स्वाभाविक है। जिसके निदान हेतु सभी निकायो के संघों / महासंघों को संस्था हित एवं कर्मचारी हित में आवश्यक कदम उठाये जाने की आवश्यकता है। ताकि हमारे पूर्वजों ने अपने त्याग, संघर्ष एवं एक जुटता के बल पर काम के घंटे की बनाई गई नीति का अनुपालन सुनिश्चित हो सके।

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