पाक आर्मी चीफ मुनीर ट्रंप का मेहमान, भारतीय राजनीति में मचा तूफान

  • कांग्रेस बोली- पीएम की विदेश नीति खोखली
  • विपक्ष ने उठाए सवाल सपा बोली- बहुत देर कर दी
  • पीएम से फोन पर हुई थी ट्रंप से बात

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर की अमेकिरन प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंम के साथ ओपन बैठक और लंच की खबरों ने भारतीय राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी सरकार की खोखली विदेश नीति करार देते हुए कहा है कि यह भारत के लिए ट्रिपल झटका है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सवाल पूछते हुए कहा है कि एक ओर पीएम मोदी से फोन पर बाते और दूसरी ओर आतंकी देश के आर्मी अधिकारी के साथ लंच यह हो क्या रहा है। वहीं सपा ने कहा बहुत देर कर दी।
जयराम ने सवाल पूछा है कि क्या भारत ने आसिम मुनीर के प्रेसीडेंट ट्रंप के साथ लंच पर आपत्ति जताई है? क्योंकि आसिम मुनीर के भड़काउ भाषण के बाद ही पहलगाम हमला हुआ। अमेरिकन प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप के आग्रह पर पीएम मोदी की उनसे फोन पर बात हुई। इस बातचीत में पीएम ने भारत—पाक मुददों पर किसी भी तीसरे पक्ष की मौजूदगी को नाकार दिया। पीएम मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और आतंकवाद को युद्ध के रूप में लिया जाएगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बताया है कि किस तरह से जी7 शिखर सम्मेलन बीच में छोड़कर कनाडा से अमेरिका लौटे राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री से फोन पर 35 मिनट बात की और किस अंदाज में पीएम मोदी ने उन्हें बताया कि भारत अब अपनी शर्तों पर अपनी नीतियां तय करता है और यह बात उसके कूटनीतिक रिश्तों में भी लागू होती है।

असामान्य ट्रैंगल

हाल ही में हुई आसिम मुनीर और चीनी सैन्य प्रमुख की बीजिंग में मुलाकात, और अब प्रेसीडेंट ट्रंप के साथ लंच यह दोतरफा नहीं बल्कि त्रिकोणीय कूटनीतिक समीकरण बनता दिख रहा है जिसमें भारत कहीं फिट बैठता नहीं दिखायी दे रहा। भारत के लिए चिंता की बात है कि सीपीईसी जैसे विवादास्पद प्रोजेक्ट जो भारत की संप्रभुता को चुनौती देते हैं अब फिर से वैश्विक समर्थन प्राप्त करते नजर आ रहे हैं। ट्रंप पाकिस्तान को अफगान नीति में प्रमुख भूमिका देते दिखायी दे रहे हैं जिससे भारत के लिए खतरे और बढ़ सकते हैं।

भारतीय कूटनीति बिखर रही है प्रधानमंत्री चुप हैं : जयराम

कांग्रेस ने अमेरिका के राष्टï्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को दोपहर के भोज पर आमंत्रित किए जाने से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए बुधवार को दावा किया कि भारतीय कूटनीति बिखर रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ”पूरी तरह चुप” हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ की ओर से बुधवार के लिए जारी ट्रंप के कार्यक्रम के अनुसार, वह कैबिनेट रूम में पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर के साथ दोपहर का भोज करेंगे। कांग्रेस जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, वह व्यक्ति है जिनकी भड़काऊ और उकसाने वाली टिप्पणी 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमलों से सीधे जुड़ी थी, उन्हें आज ‘व्हाइट हाउस’ में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ दोपहर के भोज पर बुलाया गया है।” उन्होंने सवाल किया कि क्या यही वजह है कि राष्ट्रपति ट्रंप एक दिन पहले ही जी7 शिखर सम्मेलन छोड़कर चले गए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ”गले लगाने से” मना कर दिया? रमेश ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद 14 बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच ”युद्ध विराम” कराया है जिसका मतलब है कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को खत्म करा दिया। उन्होंने कहा, ”अमेरिकी केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने आतंकवाद विरोधी अभियानों में पाकिस्तान को अभूतपूर्व साझेदार बताया था।” रमेश ने दावा किया, ‘नमस्ते ट्रंप’ द्वारा ‘हाउडी मोदी’ को यह तिहरा झटका है! भारतीय कूटनीति बिखर रही है और प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप हैं।

भारत आएंगे ट्रंप

प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को क्वाड शिखर सम्मेलन कि भारत में होना है में सम्मिलत होने के लिए न्योता दिया। प्रेसीडेंट ट्रंप ने इस न्योते को फौरन स्वीकार करके कहा है कि वह भारत यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक हैं।

कांग्रेस ने बताए तीन झटके

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने बयान जारी करते हुए कहा है कि एक ही दिन में भारत की कूटनीति को अमेरिका से तीन बड़े झटके लगे हैं। इनसे भारत की विदेश नीति और भारत-अमेरिका संबंधों पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। जयराम ने कहा है कि अमेरिका की सेंट्रल कमांड चीफ जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ साझेदार बताया जबकि पाकिस्तान खुद एक आतंकवादी देश है। ओसाम की मौजूदगी से यह साबित हो चुका है। वहीं लंच डिप्लोमैसी और भारत—पाक युद्ध रूकवाने वाली बात को फिर से कहना यह साबित कर रहा है कि विदेश नीति में भारत को बड़े झटके लगे हैं। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि ये हमारी कूटनीति के लिए बड़े झटके हैं। साथ ही चेतावनी और चुनौती भी हैं। प्रधानमंत्री जो सर्वशक्तिमान और सर्वव्यापी हैं, उन्हें अब सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने विदेश यात्राओं पर गए सांसदों से मुलाकात की है, अब विपक्षी दलों के नेताओं से भी मिलना चाहिए।

ग्लोबल साउथ की असमंजस स्थिति

भारत ने हाल के वर्षों में जी20 और ब्रिक्स जैसे मंचों पर ग्लोबल साउथ का नेतृत्व करने का दावा किया था। लेकिन, पाकिस्तान जिस तरह अमेरिका, चीन, और खाड़ी देशों से फिर से संबंध मजबूत कर रहा है उससे भारत की वह स्थिति भी चुनौतीपूर्ण होती जा रही है। अफ्रीकी देशों से लेकर सेंट्रल एशिया तक भारत की रणनीति केवल निवेश और धार्मिक-सांस्कृतिक जुड़ाव तक सीमित हो रही जबकि पाकिस्तान ने सैन्य व राजनीतिक समर्थन जुटाने में सफलता पायी है।

कांग्रेस की विश्वसनीयता वैश्विक स्तर पर शून्य : प्रदीप भंडारी

भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने कहा आज कांग्रेस पार्टी की विश्वसनीयता ऐतिहासिक और वैश्विक स्तर पर शून्य पर है। उन्होंने आगे कहा कि जयराम रमेश जो कुछ भी कहते हैं, उस पर कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी को छोड़कर कोई भी विश्वास नहीं करता। मान लीजिए कि उनमें थोड़ी भी देशभक्ति है। उस स्थिति में, उन्हें देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और उसके बाद उन्होंने पाकिस्तानी नैरेटिव को आगे बढ़ाया और देश के नैरेटिव को कमजोर किया। उन्हें भारत सरकार के आधिकारिक रुख पर विश्वास नहीं था, क्योंकि उन्हें लगता था कि अगर वे भारत के खिलाफ बोलेंगे, तो कांग्रेस पार्टी, जो पाकिस्तान की बी टीम है, आगे बढ़ जाएगी।

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